डोईवालाः गेल इंडिया लिमिटेड की ओर से देहरादून के कुआंवाला में आपातकालीन मॉक ड्रिल की गई. मॉक ड्रिल में एनडीआरएफ, एसडीआरएफ, फायर पुलिस और प्रशासन की टीम के अलावा डॉक्टर की टीम भी मौजूद रहीं. मॉक ड्रिल में गैस पाइप लाइन में आग लगने के बाद किस प्रकार से आग पर काबू पाया जाए, स्थिति बिगड़ने और गैस पाइप लाइन में विस्फोट होने के बाद अधिक कैजुअल्टी होने पर कैसे अन्य एजेंसियों से सामंजस्य बनाकर स्थिति पर काबू पाया जाए, इसका अभ्यास किया गया.
गेल इंडिया लिमिटेड के मुख्य महाप्रबंधक आरके सिंह ने बताया कि कई कारणों से जब गैस लीकेज हो जाती है और गैस में आग लग जाती है तो सबसे पहले गेल इंडिया लिमिटेड की आपातकालीन टीम द्वारा आग पर काबू करने का प्रयास किया जाता है. लेकिन जब स्थिति खराब हो जाती है, तब इसकी सूचना प्रशासन और अन्य एजेंसियों को दी जाती है. ऐसे में मौके पर जाकर सभी के प्रयास से आग पर नियंत्रण करने का प्रयास किया जाता है.
आरके सिंह ने बताया कि हरिद्वार से लेकर देहरादून के कुआंवाला तक गेल इंडिया के द्वारा गैस पाइप लाइन बिछा दी गई है. लेकिन कभी-कभी मशीनों से खुदाई करने पर लाइन के टूटने से गैस लीकेज हो जाती है और आग पकड़ लेती है. अधिक आग लगने पर विस्फोट की स्थिति तक बन जाती है. इससे कैजुअल्टी की संभावना भी बढ़ जाती है. ऐसी स्थिति में आग पर कैसे काबू पाया जाए? और अन्य एजेंसियों के साथ मिलकर किस प्रकार इस पूरे मिशन को आगे बढ़ाया जाए? मॉक ड्रिल के जरिए एक्सरसाइज की गई. उन्होंने बताया कि आगे भी आमजन को जागरूक करने का कार्य किया जाएगा.
डोईवाला कोतवाल विनोद गुसाईं ने बताया कि आगजनी की घटनाएं अक्सर देखने को मिलती हैं. इस तरह की आपातकालीन स्थिति पर अन्य एजेंसियों के साथ मिलकर आग पर काबू पाया जाए और इस घटना के बाद लोगों के घायल होने की स्थिति में कैसे उनका जल्द से जल्द उपचार किया जाए, गेल इंडिया लिमिटेड की ओर से इस पर अभ्यास किया गया.