भिवानी: हरियाणा के भिवानी में छात्रा की आत्महत्या का मामला तूल पकड़ चुका है. मामले पर जमकर राजनीति हो रही है. एक तरफ विपक्ष के नेता सरकार को घेरने का मौका नहीं छोड़ रहे, दूसरी तरफ सत्ता पक्ष के नेता कांग्रेस पर ही आरोप लगाकर मामले में सख्त कार्रवाई का दावा कर रहे हैं. इस बीच भिवानी डीसी ने लोहारू एसडीएम मनोज दलाल की अध्यक्षता में जांच कमेटी का गठन किया है. मामले में पुलिस की जांच भी जारी है.
FIR में देरी करने पर SHO पर भड़के कैबिनेट मंत्री कृष्ण बेदी: भिवानी में छात्रा के आत्महत्या मामले में कैबिनेट मंत्री कृष्ण बेदी ने पीड़ित परिवार से मुलाकात की. इस दौरान डीसी और एसपी भी मौजूद रहे. कृष्ण बेदी पीड़ित परिवार से मिलने के बाद भावुक हो गए. FIR दर्ज करने में देरी करने पर कैबिनेट मंत्री SHO पर भड़के. उन्होंने SHO को लाइन हाजिर करने और विभागीय जांच के आदेश दिए.
एक आरोपी गिरफ्तार: अभी तक मामले में एक आरोपी को गिरफ्तार किया जा चुका है. पुलिस ने कॉलेज ट्रस्टी के बेटे को गिरफ्तार किया है. पुलिस जांच में सामने आया कि आरोपी और मृतका करीब 3 महीने से संपर्क में थे. डीएसपी दिलीप कुमार ने बताया कि आरोपी राहुल के खिलाफ पहले से ही धोखाधड़ी के तीन मामले दर्ज हैं. चार के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है. जल्द ही आरोपियों को गिरफ्तार कर कोर्ट में पेश किया जाएगा.
फीस नहीं देने पर छात्रा को किया प्रताड़ित? छात्रा के पिता जगदीश ने बताया कि उनकी बेटी को पांचवें सेमेस्टर की परीक्षा देनी थी, लेकिन बकाया फीस के कारण कॉलेज अधिकारियों ने उसे ऐसा करने की अनुमति नहीं दी. जगदीश ने बताया कि कुछ वित्तीय बाधाओं के कारण वो समय पर फीस का भुगतान करने में असमर्थ थे जिसके चलते कॉलेज स्टाफ की तरफ से उनकी बेटी को परेशान किया गया. छात्रा को रोल नंबर नहीं दिया गया और ना ही उसे परीक्षा में बैठने दिया गया.
मामले की जांच के प्रशासनिक कमेटी का गठन: छात्रा के पिता के इन आरोपों पर जांच कमेटी के अध्यक्ष और लोहारू एसडीएम मनोज दलाल ने कहा कि छात्रा को रोल नंबर क्यों नहीं दिया गया ? उसे पेपर में क्यों नहीं बैठने दिया ? इन बिंदुओं पर जांच की जाएगी. जल्द ही जांच रिपोर्ट भिवानी उपायुक्त को सौंप दी जाएगी. डीसी ने पुलिस की टीम को निर्देश दिए हैं कि कॉलेज के बाहर शरारती तत्वों पर नजर रखी जाए.
कॉलेज प्राचार्य ने आरोपों को बताया निराधार: इस पूरे मामले पर कॉलेज प्राचार्य डॉक्टर सरिता ने कहा "राजनीति के चलते कॉलेज को बदनाम किया जा रहा है. इस मामले में कॉलेज प्रशासन का कोई लेना देना नहीं है. दीक्षा के परिजनों के फीस को लेकर लगाए गए आरोप निराधार हैं. क्योंकि हमने फीस को लेकर कोई दबाव नहीं बनाया. छात्रा ने बीए फाइनल वर्ष के चारों पेपर दिए हैं. उसे ना तो परेशान किया गया और ना ही कोई दबाव बनाया गया."
'पहले ही कर दी गई थी फीस माफी की घोषणा': प्राचार्य डॉक्टर सरिता ने बताया कि 24 जून 2024 को सार्वजनिक मंच से लोहारू अनाज मंडी में कॉलेज संचालक राजबीर फरटिया ने सभी छात्राओं की ट्यूशन फीस और ट्रांसपोर्ट फीस माफी की घोषणा की थी. उसके बाद 5 अगस्त 2024 को अभिभावकों को बुलाकर सबको इस बारे में जानकारी दे दी गई थी. ये प्रस्ताव पास कर उच्च शिक्षा विभाग और यूनिवर्सिटी को भेज दिया था.
गिरफ्तार युवक का कॉलेज से कोई संबंध नहीं? कॉलेज प्रिंसिपल सरिता ने कहा कि वर्ष 2022 में हर छात्रा से एक टाइम में 11 हजार रुपए दाखिला फीस ली जाती थी, लेकिन वो फीस भी छात्रा दीक्षा के परिजनों द्वारा 2023 में दी गई थी. उन्होंने बताया कि बीते दिन पुलिस द्वारा गिरफ्तार किए गए राहुल नाम के लड़के का कॉलेज से कोई संबंध नहीं है. वो आज तक कभी भी कॉलेज में नहीं आया है. उन्होंने कहा कि मैंने खुद राहुल को नहीं देखा है.
कॉलेज के छात्रों ने किया प्रदर्शन: सिंघानी के महाविद्यालय की छात्रा आत्महत्या मामले में शुक्रवार को विद्यार्थियों ने प्रदर्शन कर नारेबाजी की. उन्होंने कहा कि कॉलेज पर राजनीति नहीं करनी चाहिए, ये आत्महत्या कॉलेज से बाहर का मामला है. छात्राओं ने कहा कि इस कॉलेज में ना ट्रांसपोर्ट फीस और ट्यूशन फीस नहीं लगती. छात्राओं ने नारेबाजी कर कहा कि कॉलेज पर राजनीति बंद करो.
मंत्री ने पीड़ित परिवार से मुलाकात की : जहां इस मामले में भिवानी जिला प्रशासन ने लोहारू के एसडीएम की अध्यक्षता में जांच कमेटी गठित कर दी है. वहीं पुलिस ने भी दो व्यक्तियों को गिरफ्तार किया है. इस बीच पीड़ित परिवार से मिलने के लिए आज हरियाणा के सामाजिक एवं न्याय अधिकारिता मंत्री कृष्ण कुमार बेदी पहुंचे और पीड़ित परिवार को सांत्वना दी.
"SHO को लाइन हाजिर करने के निर्देश दिए" : मंत्री कृष्ण बेदी ने कहा कि मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने उन्हें जिम्मेदारी सौंपी है कि वो परिवार से मिलकर प्रशासन द्वारा की जा रही कार्रवाई का पता करें और बेटी के साथ न्याय की कोशिश करें. इस मामले में संलिप्त स्थानीय एसएचओ के खिलाफ काफी रोष है और उनका व्यवहार भी ठीक नहीं है. इसके चलते उन्होंने पुलिस अधीक्षक नितिश अग्रवाल को मामले की जांच में जुटे एसएचओ को लाइन हाजिर करने के आदेश दिए हैं. साथ ही लोगों के मांग पत्र पर इस कॉलेज के प्रबंधन में शामिल सभी लोगों को जांच में शामिल करने के आदेश दिए हैं, ताकि पीड़ित बेटी के साथ न्याय हो सकें.
"हुड्डा को अपने विधायक से जवाब मांगना चाहिए" : उन्होंने बताया कि जिस कॉलेज में ये पीड़ित बेटी पढ़ती थी, उसी कॉलेज में सभी छात्राओं की फीस माफ करने के नाम पर यहां के स्थानीय विधायक ने समाजसेवी बनकर चुनाव लड़ा और वो जीते. ऐसे में कांग्रेस के शीर्ष नेतृत्व भूपेंद्र सिंह हुड्डा, राहुल गांधी और प्रियंका गांधी को भी अपने विधायक से इस बात का जवाब मांगना चाहिए कि बेटी के साथ आखिर अन्याय क्यों हुआ.
स्कूल स्टाफ के खिलाफ मामला दर्ज: लोहारू थाना प्रभारी इंस्पेक्टर जितेंद्र ने कहा "जांच के दौरान कई पहलू सामने आए हैं. एफआईआर दर्ज कर ली गई है और जांच जारी है. उसके परिवार की शिकायत पर बीएनएस धारा 108 के तहत आत्महत्या के लिए उकसाने का मामला दर्ज किया गया है.
सीएम नायब सैनी ने दिया सख्त कार्रवाई का आश्वासन: हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सैनी ने कहा "दलित बेटी के आत्महत्या प्रकरण में जो भी दोषी होगा, उसके विरूद्ध कड़ी कार्रवाई की जाएगी। कांग्रेस के कुछ नेताओं को ट्वीट की राजनीति करने से पहले घटना की हकीकत को जान लेना चाहिए।"
दलित बेटी के आत्महत्या प्रकरण में जो भी दोषी होगा, उसके विरूद्ध कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
— Nayab Saini (@NayabSainiBJP) January 2, 2025
कांग्रेस के कुछ नेताओं को ट्वीट की राजनीति करने से पहले घटना की हकीकत को जान लेना चाहिए। pic.twitter.com/oVO6JataL9
रणदीप सुरजेवाला ने उठाए सवाल: मामला सामने आने के बाद कांग्रेस महासचिव रणदीप सुरजेवाला ने सरकार को घेरा था. उन्होंने कहा ये दुखद है कि हरियाणा में एक दलित लड़की को परीक्षा शुल्क ना दे पाने के कारण आत्महत्या करनी पड़ी. सुरजेवाला ने एक्स पर पोस्ट किया "ये घटना ना केवल दुखद है बल्कि बेहद शर्मनाक भी है. पीड़ित परिवार को न्याय मिलना चाहिए और इस मामले की गहन जांच होनी चाहिए."
कुमारी सैलजा ने भी सरकार को घेरा: कांग्रेस सांसद कुमारी सैलजा ने लिखा "हरियाणा की एक होनहार बेटी दीक्षा ने आत्महत्या कर ली, क्योंकि उसे परीक्षा में बैठने नहीं दिया गया, उसकी गलती सिर्फ इतनी थी कि वो गरीब थी और दलित परिवार से थी. क्या शिक्षा अब पैसे और जाति से तय होगी? 'बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ' का नारा देने वाली भाजपा सरकार क्या अब जवाब देगी कि बेटियां कब तक गरीबी और जाति के बोझ तले कुचली जाएंगी? क्या भाजपा का विकास सिर्फ चुनिंदा लोगों तक सीमित है? या फिर दलित और गरीब बच्चों के सपनों की कोई कीमत ही नहीं बची?"
महिला आयोग के गंभीर आरोप: हरियाणा महिला आयोग की अध्यक्ष रेणु भाटिया ने कहा, "ये बहुत दुर्भाग्यपूर्ण है कि हरियाणा, जो कि 'बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ' वाला राज्य है, में ऐसी घटनाएं हो रही हैं. जैसे ही मुझे जानकारी मिली, मैंने एसपी को फोन किया और कॉलेज के प्रिंसिपल और प्रशासन के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने का निर्देश दिया. कॉल रिकॉर्ड के अनुसार, जिस राहुल को गिरफ्तार किया गया है, उसके पास व्हाट्सएप मैसेज और वीडियो कॉल थे. फीस तो बस एक बहाना था. मुझे लगता है कि आगे की जांच से और भी बातें सामने आएगी"
#WATCH | Panchkula: On Loharu girl student's death allegedly by suicide, Renu Bhatia, Chairperson, Haryana Commission for Women says, " it is very unfortunate that in haryana, which is 'beti bachao beti padao' state, such incidents are happening. as i got the information, i… pic.twitter.com/AReU225XKA
— ANI (@ANI) January 1, 2025
कांग्रेस विधायक की भूमिका पर सवाल: जिस कॉलेज की छात्रा ने आत्महत्या की है. वो कांग्रेस विधायक राजबीर फरटिया का बताया जा रहा है. कैबिनेट मंत्री कृष्ण लाल पंवार ने कांग्रेस विधायक राजबीर फरटिया को पार्टी से बर्खास्त करने की मांग की है. उन्होंने कहा कि इस महिला महाविद्यालय का संचालक, कांग्रेस विधायक रिश्तेदार हनुमान और उसका बेटा राहुल है. ऐसे में उनकी भूमिका की जांच होनी चाहिए. फीस न भरने पर महाविद्यालय ने छात्रा को पेपर से वंचित कर दिया था. यही नहीं महाविद्यालय संचालक के बेटे राहुल ने छात्रा को रात के समय मिलने के लिए बुलाया था. महाविद्यालय की प्राचार्य ने भी छात्रा पर इसे लेकर दबाव बनाया था. तब छात्रा ने कांग्रेस विधायक फरटिया से मदद की गुहार लगाई थी.
विधायक बोले- CBI इन्क्वायरी बैठाई जाए : वहीं, लोहारू से कांग्रेस विधायक राजबीर फरटिया ने पहली बार मीडिया के सामने आकर अपना पक्ष रखा और मांग करते हुए कहा कि इस आत्महत्या मामले की सीबीआई इनक्वायरी या सिटिंग जज से जांच करवाई जानी चाहिए, ताकि वास्तविकता जनता के सामने आ सकें. उन्होंने कहा कि इस मामले में ना ही तो भाजपा को और ना ही उनकी पाटी कांग्रेस को राजनीति करनी चाहिए.
"राजनीति के चलते मेरा नाम घसीटा जा रहा" : कांग्रेस विधायक राजबीर फरटिया ने कहा कि जिस छात्रा ने आत्महत्या की है, उसका कारण कॉलेज में फीस दिया जाना नहीं है, बल्कि अन्य कारण हैं. ऐसे में उस लड़की से संबंध रखने वाले कॉलेज मैनेजमेंट के राहुल और पीड़िता के मोबाइल से पुलिस को वास्तविकता जांचनी चाहिए. उन्होंने कहा कि आठ सितंबर 2022 को इस बेटी ने कॉलेज में दाखिला लिया था. उस समय सिर्फ 11 हजार रुपये परिवार की तरफ से जमा करवाए गए थे. उसके बाद कॉलेज प्रशासन द्वारा बेटी के रिकॉर्ड में ये लिख दिया गया था कि उसकी आगे की फीस माफ है. ऐसे में ये मामला फीस से जुड़ा नहीं है. ऐसे में राजनीति के चलते मेरा नाम घसीटा जा रहा है. अभी तक मुझे किसी जांच एजेंसी ने नहीं बुलाया था. आज महिला आयोग की चेयरपर्सन ने मुझे बुलाया तो अपना पक्ष रखने का अवसर मिला.
"सैलजा और सुरजेवाला ने बिना तथ्य जाने उठाया मुद्दा" : विधायक राजबीर फरटिया ने अपनी पार्टी के नेता द्वारा इस मामले को उठाए जाने के सवाल पर कहा कि उनकी पार्टी के नेता कुमारी सैलजा और रणदीप सुरजेवाला ने इस मामले को सोशल मीडिया पर उठाया है. वे पार्टी के बड़े नेता है. कई बार तथ्यों को जाने बगैर टिप्पणी कर दी जाती है. ऐसे में तथ्यों को जानना चाहिए. ताकि संशय ना रहे. गौरतलब है कि राजबीर फरटिया भूपेंद्र सिंह हुड्डा गुट से संबंध रखते हैं.
क्या है पूरा मामला? : 27 दिसंबर 2024 को भिवानी में निजी कॉलेज की छात्रा ने आत्महत्या कर ली थी. बीए फाइनल की छात्रा के पिता ने कॉलेज के ऑनर, उसके बेटे, बेटी और कॉलेज की प्राचार्या पर गंभीर आरोप लगाए थे. पुलिस को दी गई शिकायत में छात्रा के पिता ने बताया कि उनकी बेटी पर फीस जमा करवाने का दबाव बनाया गया. फीस जमा करवाने को लेकर श्याम कलां गांव निवासी हनुमान, उनके पुत्र राहुल और कॉलेज की प्रिंसिपल ने उनकी बेटी को प्रताड़ित किया, जिसके चलते छात्रा ने आत्महत्या कर ली. छात्रा के पिता ने आरोपी राहुल पर उनकी बेटी को फोन पर बार-बार तंग करने का आरोप लगाया था. इस शिकायत पर पुलिस ने 27 दिसंबर 2024 को धारा 108/3 (5) बीएनएस के तहत मामला दर्ज किया था.