गौरेला पेंड्रा मरवाही : ग्रामीणों को नकली सोना देकर ठगी करने वाले अंतरराज्यीय गिरोह को पुलिस ने दबोचा है.इस केस में पुलिस ने एक महिला समेत तीन लोगों को गिरफ्तार किया है. ये तीनों ही आरोपी ओड़िशा के सुंदरगढ़ जिले से हिरासत में लिए गए हैं.इनके पास से पुलिस ने फर्जी सिम कार्ड, नकली सोना चांदी, मोबाइल और ठगी से खरीदी गई संपत्ति को बरामद किया है.
क्या है मामला ?: गौरेला थाना क्षेत्र के बिजरवार गांव में रहने वाले पूरन लाल राठौर ने इस मामले में पुलिस में शिकायत दर्ज कराई थी. पूरन लाल ने पुलिस को बताया कि उसे कुछ लोगों ने नकली सोने के जेवर दिए और पैसे लेकर फरार हो गए.इसके बाद पुलिस ने अपराध पंजीबद्ध करके आरोपियों की तलाश शुरु की.पुलिस ने जब तफ्तीश की तो पता चला कि सब कुछ प्लान करके किया गया है.इसके बाद आरोपियों की शिनाख्ति के लिए साइबर टीम को अलर्ट किया गया.
पुलिस के हाथ लगा सुराग : मामले में जब आरोपियों का हुलिया जानकर सीसीटीवी फुटेज खंगाले गए तो पता चला कि आरोपियों की शक्ल से मिलते जुलते लोगों ने ओव्हरब्रिज के पास डेरा लगाया था.टीम में तीन पुरुष और एक महिला है.इसके बाद पुलिस ने तकनीकी मदद से जाना कि आरोपियों ने कब-कब किससे बात की है. फिर पुलिस ने सभी का लोकेशन ट्रेस किया. लोकेशन कंफर्म होने पर आरोपियों को ओड़िशा जाकर पुलिस पकड़कर गौरेला लाई.
''आरोपियों में से दो पुरूष आरोपी और एक महिला आरोपी को हिरासत में लेकर पूछताछ करने पर इन्होंने अपना ठगी करने का तरीका बताया. पूर्व में गौरेला क्षेत्र में की गई ठगी के पैसों से खरीदे गए असली जेवर, मोबाइल हैंडसेट और सिम बरामद किए गए हैं.जानबूझकर पीड़ित का विश्वास जीतने के लिए उसे अपना मोबाइल नंबर देते जो फर्जी रहता.''- ओम चंदेल,एएसपी
कैसे की ठगी ? : आरोपियों से पूछताछ पर पता चला कि इनके गिरोह में परिवार के ही सदस्य रहते हैं. परिवार के सदस्य कांच काटने के काम का बहाना करके डेरा लगाते हैं.फिर ये लोग आसपास के गांव या क्षेत्र में दवा और दूसरी चीजों का बहाना बनाकर सोने के बदले पैसे मांगते हैं. पहली बार में कम सोना देकर पैसे लेते हैं.जिससे लोगों को भरोसा हो जाता है कि इनके पास असली सोना है.अगली बार ज्यादा मात्रा में नकली सोना दिखाकर ज्यादा रकम ऐंठते हैं.ज्यादा रकम मिलते ही सभी डेरा उठाकर फरार हो जाते हैं.