बेमेतरा: बेरला ब्लॉक के बारगांव में पीएम सम्मान निधि में कथित फर्जीवाड़े का खुलासा हुआ है. जिसमे बताया जा रहा है कि बारगांव में सिर्फ 19 किसान मुस्लिम है जबकि प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि पाने वालों की लिस्ट में 656 मुस्मिल किसानों के नाम है. कहा जा रहा है कि ये किसान इस गांव में रहते ही नहीं है. इन किसानों के खाते भी पश्चिम बंगाल में हैं.
लाभार्थियों के संपर्क अभियान के दौरान हुआ खुलासा: भाजपा समर्थित ग्रामीण इन दिनों पीएम किसान सम्मान निधि पाए जाने वाले किसानों से मुलाकात कर रहे हैं. इसी दौरान बारगांव की लिस्ट भाजपाइयों के हाथ लगी. बारगांव के 1456 लाभार्थीयों की लिस्ट सामने आई लेकिन गांव जाने के बाद पता चला कि लाभार्थियों की लिस्ट में शामिल 856 किसान गांव में रहते ही नहीं है जबकि इन लोगों को भुगतान किया जा रहा है. उनका कहना है कि पीएम किसान सम्मान निधि के तहत हर साल किसानों को 6 हजार रुपये मिलते है लेकिन साल 2019 से चल रही योजना में 854 गैर किसानों को लाभ मिल रहा है.
प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि की लिस्ट जब हमें मिली तो बारगांव के 1456 किसान पंजीकृत है. जिसमें 656 किसान मुस्लिम है और 198 किसान बंगाली है, जो बारगांव के रहने वाले नहीं हैं ना ही उनकी जमीन है. ऐसे फर्जी किसानों के खातों में पैसा जा रहा है सालभर में 5 करोड़ से ज्यादा का घोटाला हो रहा है. इसकी जांच होनी चाहिए. -ग्रामीण, बारगांव
कलेक्टर ने बनाई जांच समिति: पीएम किसान सम्मान निधि में कथित घोटाले पर बेमेतरा कलेक्टर रणबीर शर्मा ने जांच करवाने की बात कही. इसके लिए ए टीम बनाई गई है. जिसमे उपसंचालक कृषि, डिस्ट्रिक्ट मैनेजर और तहसीलदार सदस्य है. ये पूरे मामले की जांच कर रिपोर्ट कलेक्टर को सौपेंगे.
पीएम किसान सम्मान निधि में कुछ अपात्र लोगों को लाभ देने की जानकारी मिली है. जांच टीम बैठाी गई है जिसमें तीन सदस्य है. रिपोर्ट मिलने के बाद दोषियों पर कार्रवाई की जाएगी- रणबीर शर्मा, बेमेतरा कलेक्टर
प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि में कथित फर्जीवाड़ा उजागर होने के बाद कलेक्टर ने जांच टीम गठित कर दी है. अब देखना होगा कि टीम कब तक अपनी रिपोर्ट सौंपती है और मामले में कब तक कार्रवाई होती है.