दुर्ग: यह मामला शादी कराने के नाम पर 17 लाख रुपये से ज्यादा की ठगी से जुड़ा है. आरोपियों ने व्यवसायी के बेटे को शादी कराने का झांसा दिया और रुपए ऐंठ लिए. इस संगठित ठगी में कुल 7 लोगों ने अलग अलग किरदार निभाए और पूरी योजना को अंजाम दिया. पुलिस ने एक आरोपी को मध्यप्रदेश के इंदौर से गिरफ्तार किया गया है.
शादी के नाम पर ठगी का बाजार: दरअसल 9 सितंबर 2024 को आपापारा दुर्ग निवासी संतोष जैन ने शिकायत दर्ज कराई थी कि 2 अप्रैल 2024 को पूर्वा भारती जैन, शांतिलाल जैन, सरला जैन, संतोष जैन, महावीर जैन, महावीर गांधी और रीना जैन ने एक राय होकर शादी कराने के नाम पर 17 लाख 50 हजार रुपए ले लिए. आरोपी ने महिला का फर्जी भाई बनकर ठगी की.
इंदौर से आरोपी गिरफ्तार: इस मामले में पुलिस ने अपराध दर्ज कर आरोपी की तलाश शुरू की. कोतवाली थाना प्रभारी विजय कुमार यादव के नेतृत्व में आरोपी की पतासाजी के लिए टीम बनाई गई. आरोपी के मोबाइल नंबर के सीडीआर से आरोपी का पता इंदौर होने पर टीम रवाना की गई.
दुर्ग कोर्ट में पेश: इंदौर के विभिन्न स्थानों पर आरोपी की पतासाजी की गई. फिर टावर लोकेशन के आधार पर आरोपी का लोकेशन मकान नं. 571 अशोक नगर, अंबिकापुरी, थाना एरोड्रम, इंदौर (मप्र ) में होने की जानकारी मिली. फिर पुलिस टीम ने घेराबंदी कर आरोपी को पकड़ लिया. इंदौर से ट्रांजिट रिमांड लेकर आरोपी संतोष शर्मा को दुर्ग लाकर न्यायालय में पेश किया गया.
पहचान बदलकर बनाते थे शिकार: सभी आरोपियों ने अपने नाम बदलकर अपना परिचय बताया था. इस मामले में कथित दुल्हन पूर्वा जैन, विवाह एजेंट सरला, पूर्वा के भाई संतोष और अन्य ने फर्जीवाड़ा करने के लिए अलग अलग किरदार निभाए-अभिषेक झा,एएसपी,दुर्ग
धोखाधड़ी के केस में गिरफ्तार: दुर्ग एएसपी अभिषेक झा ने बताया कि आरोपी संतोष शर्मा उर्फ संतोष जैन ने प्रार्थी को ठगने के लिए दुल्हन के भाई का किरदार निभाया था. वहीं पुलिस ने कथित पत्नी पूर्वा भारती जैन और उनके कथित रिश्तेदार शांतिलाल जैन, विवाह एजेंट सरला जैन, महावीर जैन सूरत वाले, महावीर गांधी और रीना जैन के खिलाफ धोखाधड़ी का केस दर्ज किया है. सभी आरोपियों की तलाश की जा रही है.