ETV Bharat / state

सावधान! कंपनी में निवेश कर मुनाफा कमाने का झांसा देकर लगाया करोड़ों रुपये का चूना, 25 नामजद के खिलाफ केस दर्ज - FRAUD IN JIND

जींद में कंपनी के नाम पर निवेश कर मुनाफा कमाने का झांसा देकर आरोपियों ने 1 करोड़ चाल लाख रूपये हड़प लिए.

fraud in jind Investment fraud in company
fraud in jind Investment fraud in company (Etv Bharat)
author img

By ETV Bharat Haryana Team

Published : Nov 29, 2024, 8:01 PM IST

जींद: हरियाणा के जींद में धोखाधड़ी का मामला सामने आया है. दरअसल, कंपनी में निवेश करने के नाम पर मुनाफे का झांसा देकर 27 निवेशकों के 1 करोड़ 4 लाख रुपये हड़पने का मामला सामने आया है. निवेशकों का दावा है कि कंपनी ने करीब दो हजार करोड़ का गड़बड़झाला किया है. शुक्रवार को अलेवा थाना पुलिस ने निवेशक की शिकायत पर कंपनी के 12 पदाधिकारियों को नामजद कर 25 अन्य के खिलाफ धोखाधड़ी समेत विभिन्न धाराओं के तहत केस दर्ज किया है. पुलिस मामले की जांच कर रही है.

पीड़ित ने पुलिस को दी शिकायत: मिली जानकारी के मुताबिक, गांव थुआ निवासी सतीश ने पुलिस को दी शिकायत में बताया कि वह पानीपत में नौकरी करता था. साल 2022 में उसकी मुलाकात मध्यप्रदेश निवासी कमल गोस्वामी से हुई. उसने बताया कि उसके रिश्तेदारों ने डीजी मुद्रा के नाम से बिजनेस किया है. इसमें निवेश करने से एक साल में तीन गुना मुनाफा होता है. जिस पर वह कमल के साथ जयपुर कार्यालय में कंपनी के डायरेक्टर रवि जैन, प्रकाश जैन व अन्य पदाधिकारियों से मिला.

मोबाइल फोन पर बना दी आईडी: 15 जुलाई 2022 को उसने कंपनी में 13540 रुपये का निवेश किया. जिस पर उसे मोबाइल पर आईडी बना कर दे दी. कंपनी द्वारा बनाई गई आईडी के सॉफ्टवेयर पर मुनाफा भी दिखाई देने लगा. बाद में आरोपियों के कहने पर उसने रिश्तेदारों से मीटिंग भी करवाई. उसने तथा उसके 27 रिश्तेदारों व जानकारों ने एक करोड़ 29 लाख 58 हजार 573 रुपये का निवेश किया. कुछ राशि वापस भी आई. जबकि एक करोड़ चार लाख 11 हजार 613 रुपये की राशि कंपनी में अटक गई. बाद में आरोपियों द्वारा बनाई गई आईडी से राशि निकल नहीं पाई.

निवेशकों के आरोप: जब उन्होंने कंपनी से संपर्क साधा तो कुछ दिन इंतजार करने के लिए कहने लगे. जिसके बाद वे जयपुर कार्यालय में भी पहुंचे. तीन महीने का समय उन्हें दिया गया. जब राशि नही निकली तो वे दोबारा फिर जयपुर पहुंचे, तो वहां कार्यालय नही था. कंपनी डायरेक्टर व अन्य पदाधिकारियों का कोई पता नहीं चला. छानबीन करने पर सामने आया कि आरोपित निवेशकों के दो हजार करोड़ रुपये हड़प गए हैं. कंपनी का एक डायरेक्टर रवि जैन दुबई भाग गया. जबकि प्रकाश जैन धोखाधड़ी के मामले में जेल में बंद है. जब उन्हें कंपनी के कुछ पदाधिकारियों से फोन पर संपर्क साधा तो उन्होंने फोन नहीं उठाए. जबकि कुछ ने 75 प्रतिशत राशि कंपनी में निवेश के लिए दबाव बनाया और मुकदमे में फंसाने की धमकी दी.

25 नामजद के खिलाफ केस दर्ज: अलेवा थाना पुलिस ने सतीश की शिकायत पर कंपनी के डायरेक्टर जयपुर निवासी प्रकाश चंद, रवि जैन, गांव रूटिया जिला गुना मध्य प्रदेश निवासी कमल गोस्वामी, अजमेर निवासी कैलाश मालाकार, गांव मीठड़ी नागौर निवासी अमित, विवेक, शशि जैन, ओमपुरी, किश्रगढ़ निवासी बसी मालाकार, जयपुर निवासी रामस्वरूप, इला जैन, ओजस इंफ्रास्ट्रक्चर के मालिक आकाश जैन को नामजद कर 25 अन्य के खिलाफ धोखाधड़ी समेत विभिन्न धाराओं के तहत मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है. अलेवा थाना के जांच अधिकारी जयवीर ने बताया कि निवेशकों ने राशि हड़पने का आरोप लगाते हुए शिकायत दी थी. फिलहाल 12 लोगों को नामजद कर 25 अन्य के खिलाफ धोखाधड़ी समेत विभिन्न धाराओं के तहत मामला दर्ज कर लिया गया है. मामले की जांच की जा रही है.

ये भी पढ़ें: हरियाणा के रेवाड़ी में 4 पुलिस थानों के SHO सस्पेंड, इस वजह से गिरी गाज

ये भी पढ़ें: फरीदाबाद में शराब की लूट, कैंटर पलटने से एक्सप्रेस वे पर बिखरी बोतलें, ड्राइवर और हेल्पर फरार

जींद: हरियाणा के जींद में धोखाधड़ी का मामला सामने आया है. दरअसल, कंपनी में निवेश करने के नाम पर मुनाफे का झांसा देकर 27 निवेशकों के 1 करोड़ 4 लाख रुपये हड़पने का मामला सामने आया है. निवेशकों का दावा है कि कंपनी ने करीब दो हजार करोड़ का गड़बड़झाला किया है. शुक्रवार को अलेवा थाना पुलिस ने निवेशक की शिकायत पर कंपनी के 12 पदाधिकारियों को नामजद कर 25 अन्य के खिलाफ धोखाधड़ी समेत विभिन्न धाराओं के तहत केस दर्ज किया है. पुलिस मामले की जांच कर रही है.

पीड़ित ने पुलिस को दी शिकायत: मिली जानकारी के मुताबिक, गांव थुआ निवासी सतीश ने पुलिस को दी शिकायत में बताया कि वह पानीपत में नौकरी करता था. साल 2022 में उसकी मुलाकात मध्यप्रदेश निवासी कमल गोस्वामी से हुई. उसने बताया कि उसके रिश्तेदारों ने डीजी मुद्रा के नाम से बिजनेस किया है. इसमें निवेश करने से एक साल में तीन गुना मुनाफा होता है. जिस पर वह कमल के साथ जयपुर कार्यालय में कंपनी के डायरेक्टर रवि जैन, प्रकाश जैन व अन्य पदाधिकारियों से मिला.

मोबाइल फोन पर बना दी आईडी: 15 जुलाई 2022 को उसने कंपनी में 13540 रुपये का निवेश किया. जिस पर उसे मोबाइल पर आईडी बना कर दे दी. कंपनी द्वारा बनाई गई आईडी के सॉफ्टवेयर पर मुनाफा भी दिखाई देने लगा. बाद में आरोपियों के कहने पर उसने रिश्तेदारों से मीटिंग भी करवाई. उसने तथा उसके 27 रिश्तेदारों व जानकारों ने एक करोड़ 29 लाख 58 हजार 573 रुपये का निवेश किया. कुछ राशि वापस भी आई. जबकि एक करोड़ चार लाख 11 हजार 613 रुपये की राशि कंपनी में अटक गई. बाद में आरोपियों द्वारा बनाई गई आईडी से राशि निकल नहीं पाई.

निवेशकों के आरोप: जब उन्होंने कंपनी से संपर्क साधा तो कुछ दिन इंतजार करने के लिए कहने लगे. जिसके बाद वे जयपुर कार्यालय में भी पहुंचे. तीन महीने का समय उन्हें दिया गया. जब राशि नही निकली तो वे दोबारा फिर जयपुर पहुंचे, तो वहां कार्यालय नही था. कंपनी डायरेक्टर व अन्य पदाधिकारियों का कोई पता नहीं चला. छानबीन करने पर सामने आया कि आरोपित निवेशकों के दो हजार करोड़ रुपये हड़प गए हैं. कंपनी का एक डायरेक्टर रवि जैन दुबई भाग गया. जबकि प्रकाश जैन धोखाधड़ी के मामले में जेल में बंद है. जब उन्हें कंपनी के कुछ पदाधिकारियों से फोन पर संपर्क साधा तो उन्होंने फोन नहीं उठाए. जबकि कुछ ने 75 प्रतिशत राशि कंपनी में निवेश के लिए दबाव बनाया और मुकदमे में फंसाने की धमकी दी.

25 नामजद के खिलाफ केस दर्ज: अलेवा थाना पुलिस ने सतीश की शिकायत पर कंपनी के डायरेक्टर जयपुर निवासी प्रकाश चंद, रवि जैन, गांव रूटिया जिला गुना मध्य प्रदेश निवासी कमल गोस्वामी, अजमेर निवासी कैलाश मालाकार, गांव मीठड़ी नागौर निवासी अमित, विवेक, शशि जैन, ओमपुरी, किश्रगढ़ निवासी बसी मालाकार, जयपुर निवासी रामस्वरूप, इला जैन, ओजस इंफ्रास्ट्रक्चर के मालिक आकाश जैन को नामजद कर 25 अन्य के खिलाफ धोखाधड़ी समेत विभिन्न धाराओं के तहत मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है. अलेवा थाना के जांच अधिकारी जयवीर ने बताया कि निवेशकों ने राशि हड़पने का आरोप लगाते हुए शिकायत दी थी. फिलहाल 12 लोगों को नामजद कर 25 अन्य के खिलाफ धोखाधड़ी समेत विभिन्न धाराओं के तहत मामला दर्ज कर लिया गया है. मामले की जांच की जा रही है.

ये भी पढ़ें: हरियाणा के रेवाड़ी में 4 पुलिस थानों के SHO सस्पेंड, इस वजह से गिरी गाज

ये भी पढ़ें: फरीदाबाद में शराब की लूट, कैंटर पलटने से एक्सप्रेस वे पर बिखरी बोतलें, ड्राइवर और हेल्पर फरार

ETV Bharat Logo

Copyright © 2025 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.