बगहा: उत्तरप्रदेश के खड्डा थाना क्षेत्र से होकर गुजरने वाली नारायणी गंडक नदी में उस समय एक बड़ा हादसा टल गया, जब बगहा के पटखौली थाना क्षेत्र के चार मछुआरों की नाव नदी में टूट गई. दरअसल बगहा के चार मछुआरे बुधवार की सुबह गंडक नदी में मछली पकड़ते हुए शाम तक यूपी सीमा के पनियहवा तक पहुंच गए. इसी बीच बिहार-यूपी सीमा को जोड़ने वाले पनियहवा वाल्मीकि नगर रेलवे लाइन के नीचे उनकी नाव पानी की तेज धारा की वजह से टूट कर बह गई.
नदी में टूटी मछुआरों की नाव: नाव टूटने के बाद चारों मछुआरों ने किसी तरह तैर कर पूल के स्लैब पर शरण लिया. जिसके बाद पनियहवा पूल के पास स्थित मंदिर के महंत त्यागी महाराज ने इसकी सूचना हनुमानगंज ओपी पुलिस को दी. जिसके बाद खड्डा एसडीएम के नेतृत्व में एसडीआरएफ की टीम मौके पर पहुंची और चारों मछुआरों का रेस्क्यू कर सुरक्षित बाहर निकाला गया, ये सभी मछुआरे देर रात तक फंसे रहे.
एसडीआरएफ टीम ने किया रेस्कयू: बता दें कि इन चारों मछुआरों की पहचान बगहा के कैलाशनगर स्थित वार्ड 8 के शैलेश, भुआली, राजकुमार और लोहा सहनी के रूप में हुई है. खड्डा के एसडीएम ऋषभ पुंडीर ने बताया कि मछली पकड़ने के समय उनकी नाव टूट गई और ये सभी पानी में डूबने लगे. जब सूचना मिली तो वो खुद एसडीआरएफ टीम के साथ मौके पर पहुंचे और सभी को रेस्क्यू किया गया. फिलहाल सभी को सुरक्षित उनके घर वापस भेज दिया गया है.
"उत्तरप्रदेश के खड्डा थाना अंतर्गत पनियहवा क्षेत्र में मछली पकड़ने गो मछुआरों की छोटी नाव नदी की तेज धारा में टूट गई. चारों मजदूरों ने किसी तरह तैर कर पुल के स्लैब पर शरण लिया, जिसके बाद हनुमानगंज थाना की पुलिस और एसडीआरएफ की टीम ने मौके पर पहुंचकर उन सभी को रेस्क्यू किया."-ऋषभ पुंडीर, एसडीएम, खड्डा