दिल्ली: कांग्रेस पार्टी से विधानसभा टिकट की उम्मीद लगाये बैठे पूर्व पंचायत मंत्री देवेंद्र सिंह बबली को बड़ा झटका लग सकता है. बताया जा रहा है कि देवेंद्र बबली की कांग्रेस में एंट्री पर ब्रेक लग गई है. गुरुवार को देवेंद्र बबली ने हरियाणा कांग्रेस प्रभारी दीपक बाबरिया और कांग्रेस महासचिव कुमारी सैलजा से मुलाकात की थी. सूत्रों के मुताबिक विधायक देवेंद्र बबली कांग्रेस में जॉइनिंग से पहले टोहाना से टिकट की शर्त रख रहे हैं लेकिन कांग्रेस नेतृत्व टिकट पक्का करने का वादा नहीं कर रहा है.
कांग्रेस ने नहीं किया टिकट का वादा
कांग्रेस नेतृत्व चाहता है कि देवेंद्र बबली पहले कांग्रेस ज्वाइन करें. उसके बाद टिकट पर विचार किया जाएगा. लेकिन कहा जा रहा है कि देवेंद्र बबली बिना टिकट के कमिटमेंट के कांग्रेस में शामिल नहीं होना चाहते. टोहाना से कांग्रेस के कई नेता उम्मीदवारी जता रहे हैं. भूपेंद्र हुडडा गुट से पूर्व मंत्री परमवीर सिंह और सरदार निशान सिंह पहले से ही कांग्रेस टिकट पर दावा ठोंक चुके हैं. ऐसे में देवेंद्र बबली को कांग्रेस टिकट मिलना फिलहाल आसान नहीं दिख रहा है.
दीपक बाबरिया से मिले थे देवेंद्र बबली
हरियाणा कांग्रेस प्रभारी दीपक बाबरिया ने कहा है कि कल देवेंद्र बबली ने मुलाकात की थी. वो टिकट मांग रहे थे. लेकिन मैंने उनको कहा है कि वो कांग्रेस पार्टी के सदस्य नहीं हैं, इस नाते उनको टिकट नहीं मिल सकता. अगर अध्यक्ष कोई फैसला करते हैं तो अलग बात है लेकिन मेरी तरफ से उनको ना कर दी गई है. टिकट से पहले वो कांग्रेस ज्वाइन करें उसके बाद उनके टिकट पर विचार किया जायेगा.
बीजेपी का रास्ता भी हुआ मुश्किल
कांग्रेस से पत्ता कटने के बाद देवेंद्र बबली का अब बीजेपी के साथ जाना भी आसान नहीं लग रहा. क्योंकि जेजेपी ने बगावत के बाद वो मनोहर लाल खट्टर के साथ नजर आये थे. उन्होंने बीजेपी सरकार को समर्थन तो दिया था. लेकिन लोकसभा चुनाव के समय वो कांग्रेस नेता कुमारी सैलजा के साथ दिखे. इससे पहले वो दिल्ली में भी सैलजा के आवास पर पहुंचे थे. जिस जेजेपी पार्टी से वो विधायक बने उसको वो पहले ही छोड़ चुके हैं.