बाड़मेर: जिला कलेक्ट्रेट के बाहर चल रहा पूर्व मंत्री हेमाराम चौधरी का धरना तीसरे दिन बुधवार को प्रशासन के साथ हुई वार्ता के बाद समाप्त हो गया. प्रशासन ने उनकी सारी मांगें मान ली. जिले की ग्राम पंचायत मोखाबा खुर्द में मनरेगा के तहत स्वीकृत कार्यों का मस्टररोल जारी करने की मांग को लेकर पूर्व मंत्री हेमाराम चौधरी ग्रामीणों के साथ गत सोमवार से जिला मुख्यालय पर धरने पर बैठे थे.
इस बीच प्रशासन के साथ कई बार वार्ताओं का दौर चला, लेकिन सफल नहीं हुई. बुधवार को धरने के तीसरे दिन सांसद उम्मेदाराम बेनीवाल, विधायक हरीश चौधरी, जिला प्रमुख महेंद्र चौधरी, पूर्व विधायक पदमाराम मेघवाल सहित कई लोगों ने धरना स्थल पर पहुंचकर समर्थन किया. इसके बाद प्रतिनिधिमंडल की जिला कलेक्टर से वार्ता हुई. वार्ता के बाद मांगों पर सहमति बनी. इसके बाद धरना खत्म हो गया.
पूर्व मंत्री हेमाराम चौधरी ने मीडिया से बातचीत में कहा प्रशासन से हुई वार्ता सफल रही है. प्रशासन ने सभी मांगें मानने पर सहमति जताई. उन्होंने कहा कि मैं हमेशा अन्याय के खिलाफ खड़ा रहता हूं. आज न्याय मिल गया है. विधायक हरीश चौधरी ने कहा कि हेमाराम तीन दिन से धरने पर बैठे थे. नौ लोगों के प्रतिनिधिमंडल ने प्रशासन के साथ वार्ता की. इसमें प्रशासन ने सभी मांगें मान ली है. इसके बाद हमारे आग्रह पर पूर्व मंत्री ने धरना समाप्त कर दिया है.
मस्टररोल जारी किए: सांसद उम्मेदाराम बेनीवाल ने बताया कि प्रशासन ने मनरेगा के तहत ग्राम पंचायत मोखाबा खुर्द में स्वीकृत कार्यों के कई मस्टररोल जारी कर दिए और शेष जल्द कर दिए जाएंगे. इसके अलावा जांच करवा कर मामले में दोषी के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी.
प्रशासन ने अटका रखी थी मस्टररोल: बता दें कि गत 5 सितंबर को मनरेगा के तहत ग्राम पंचायत मौखावा खुर्द में व्यक्तिगत टांके व ग्रेवल सड़कों के कार्य स्वीकृत हुए थे.पूर्व मंत्री हेमाराम चौधरी ने आरोप लगाया कि इनमें ग्राम पंचायत के 69 टांके व 2 ग्रेवल सड़कों के कार्य थे, लेकिन स्वीकृत होने के बावजूद भी राजनीनिक दबाव के कारण मस्टररोल जारी नहीं कर रहे थे. इस बात से नाराज पूर्व मंत्री हेमाराम चौधरी सोमवार सुबह से ग्रामीणों के साथ जिला मुख्यालय पर धरने पर बैठे हुए थे.