बाड़मेर: मनरेगा में स्वीकृत टांकों व ग्रेवल सड़कों के कामों की मस्टररोल जारी नहीं होने से नाराज कांग्रेस के क़द्दावर नेता और पूर्व मंत्री हेमाराम चौधरी सोमवार सुबह ग्रामीणों के साथ जिला मुख्यालय पर धरने पर बैठ गए. चौधरी रात में भी धरनास्थल पर ही डटे रहे. उन्होंने पूरी रात वहीं पर सोकर गुजारी.
चौधरी का आरोप है कि ग्राम पंचायत मौखावा खुर्द में राजनीतिक कारणों के चलते विकास के काम अटके हुए हैं. उन्होंने कहा कि मस्टररोल जारी होने के बाद ही वे धरने से उठेंगे. जनता के अधिकारों के लिए हमारा संघर्ष रुकने वाला नहीं है. विकास कार्यों को राजनीतिक द्वेष के चलते रोका जा रहा है, लेकिन हम न्याय मिलने तक डटे रहेंगे. उन्होंने कहा कि सरकार की तानाशाही का जवाब हम धैर्य और दृढ़ संकल्प से देंगे. जब तक स्वीकृत कार्यों का मस्टररोल जारी नहीं हो जाता,धरना जारी रहेगा.
यह है मामला: गत 5 सितंबर को मनरेगा के तहत ग्राम पंचायत मौखावा खुर्द में व्यक्तिगत टांके व ग्रेवल सड़कों के कार्य स्वीकृत हुए थे. पूर्व मंत्री चौधरी ने आरोप लगाया कि इनमें ग्राम पंचायत के 69 टांके व 2 ग्रेवल सड़कों के कार्य थे, लेकिन स्वीकृत होने के बावजूद भी राजनीनिक दबाव के कारणों से मस्टररोल जारी नहीं कर रहे हैं. इसके बाद होने वाले स्वीकृत कार्यों का मस्टररोल जारी किए गए हैं. इस बात से नाराज पूर्व मंत्री हेमाराम चौधरी सोमवार सुबह से ग्रामीणों के साथ जिला मुख्यालय पर धरने पर बैठ हुए हैं.
इसको लेकर विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष टीकाराम जूली ने भजनलाल सरकार को आड़े हाथों लेते हुए जमकर निशाना साधा. जूली ने कहा कि इतने वरिष्ठ राजनेता धरने पर हैं और सरकार उदासीन है. जूली ने कहा कि मुख्यमंत्री इस मामले में तुरंत संज्ञान ले. नेता प्रतिपक्ष टीकाराम जूली ने प्रदेश सरकार पर निशाना साधते हुए अपने सोशल मीडिया एक्स पर पोस्ट कर कहा कि "वरिष्ठ कांग्रेस नेता और पूर्व कैबिनेट मंत्री हेमाराम चौधरी बाड़मेर जिला कलेक्ट्रेट के बाहर कल से धरने पर हैं. वे विधानसभा के पूर्व नेता प्रतिपक्ष भी हैं. जिले की ग्राम पंचायत मौखाबा खुर्द में मनरेगा कार्य में गड़बड़ी के विरोध में ग्रामीण अनिश्चितकालीन धरना दे रहे हैं. चौधरी ने रात भी धरने पर गुजारी है. जूली ने कहा कि मौखाबा खुर्द में प्रशासन विकास कार्य में अड़चन डाल रहा है. मनरेगा में स्वीकृत टांकों व ग्रेवल सड़कों के काम के मस्टररोल जारी नहीं किए जा रहे हैं. जूली ने कहा कि यह दुर्भाग्य का विषय है कि इतने वरिष्ठ राजनेता धरने पर हैं और सरकार उदासीन है. उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री इस मामले में तत्काल संज्ञान लेकर हेमाराम चौधरी से फोन पर बात करे और जिला कलेक्टर से रिपोर्ट मांगे.