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कोलकाता रेप मर्डर केस को अब SC देख रहा है इसलिए डॉक्टर काम पर लौटे - IMA पूर्व अध्यक्ष - Doctor Strike Called off

KOLKATA RAPE MURDER CASE : कोलकाता लेडी डॉक्टर रेप मर्डर केस में सुप्रीम कोर्ट की सुनवाई के बाद सर्वोच्च अदालत की अपील को डॉक्टरों ने स्वीकार कर लिया है. डॉक्टरों का कहना है कि सुप्रीम कोर्ट खुद इस मामले को स्वत: संज्ञान में लिया है. विरोध से मरीजों को परेशानी हुई लेकिन अब कोर्ट पूरे मामले को देख रहा है इसलिए वो काम पर लौट रहे हैं. पढ़ें पूरी खबर-

डॉ. सहजानंद प्रसाद सिंह, पूर्व आईएमए अध्यक्ष
डॉ. सहजानंद प्रसाद सिंह, पूर्व आईएमए अध्यक्ष (ETV Bharat)
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By ETV Bharat Bihar Team

Published : Aug 20, 2024, 10:05 PM IST

सुप्रीम कोर्ट की अपील पर काम पर लौटे डॉक्टर (ETV Bharat)

पटना : सुप्रीम कोर्ट में कोलकाता के लेडी डॉक्टर रेप मर्डर मामले में आज सुनवाई हुई. मामले की गंभीरता को देखते हुए इस मामले पर सुप्रीम कोर्ट ने नेशनल टास्क फोर्स का गठन किया है, जो 3 सप्ताह के भीतर रिपोर्ट देगी. इसके अलावा सुप्रीम कोर्ट ने आरोपी के पॉलीग्राफिक टेस्ट करने की भी अनुमति दे दी है. सीबीआई ने सुप्रीम कोर्ट से पॉलीग्राफ टेस्ट के लिए अपील की थी.

सुप्रीम कोर्ट की अपील पर काम पर लौटे डॉक्टर : सर्वोच्च न्यायालय ने डॉक्टरों से मानव हित में कम पर लौटने की अपील की है. इन सब पर इंडियन मेडिकल एसोसिएशन के भूतपूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ शारजानंद प्रसाद सिंह ने भी चिकित्सकों से कम पर लौटने का आग्रह किया है. सुप्रीम कोर्ट ने सीबीआई की पॉलीग्राफी टेस्ट की अर्जी को स्वीकार कर लिया है.

जल्द रिपोर्ट दे टास्क फोर्स : डॉ सहजानंद प्रसाद सिंह ने कहा कि यह अच्छी बात है कि ऐसी वीभत्स घटना पर सर्वोच्च न्यायालय ने संज्ञान लिया है. उन्होंने कहा कि वह चाहेंगे कि टास्क फोर्स जल्द से जल्द इस पर अपनी पूरी रिपोर्ट सुप्रीम कोर्ट को दे ताकि जो दोषी है उसे सजा मिल सके. उन्होंने कहा कि साक्षी को मिटाने के लिए अस्पताल में जो तोड़फोड़ हुई है उसे पूरा देश देखा है. देश यह जान रहा है कि किसने किया है. लगभग 200-300 चिकित्सक विरोध प्रदर्शन पर बैठे हुए थे और सैकड़ों लोग उन पर हमला करने पहुंच गए. पुलिस ने उन्हें रोका तक नहीं, इससे स्पष्ट था कि साक्ष्य को मिटाने के लिए यह लोग आए थे.

चिकित्सा कार्य हो रहा है प्रभावित : डाक्टर सहजानंद प्रसाद सिंह ने कहा कि आईएमए की ओर से उन लोगों ने सिर्फ एक दिन के हड़ताल का कॉल दिया था और वह भी इमरजेंसी सेवा चालू थी. लेकिन पहली बार ऐसा हो रहा है कि चिकित्सकों के भावनाओं का उबाल है. मेडिकल इंटर्न, जूनियर डॉक्टर, रेजिडेंट डॉक्टर, सीनियर रेजिडेंट सभी एक साथ हैं और कार्य बहिष्कार पर हैं. ऐसा इसलिए क्योंकि महिला चिकित्सक के साथ ऑन ड्यूटी हैवानियत की सीमा पार की गई है. ऐसे में डॉक्टर स्ट्राइक पर हैं और वह मानते हैं कि इसके वजह से मरीज को परेशानी हो रही है, इसका उन लोगों को भी दुख है.

काम पर लौटे डॉक्टर : डॉ सहजानंद प्रसाद सिंह ने कहा कि चिकित्सकों की स्पष्ट मांग है कि केंद्रीय प्रोटेक्शन एक्ट लागू किया जाए. इसके अलावा जो हैवानियत हुई है वह एक व्यक्ति ने नहीं की है बल्कि जो साक्ष मिले हैं कई लोग इसमें शामिल रहे हैं. जल्द से जल्द टास्क फोर्स इन हवनों को पकड़ने का काम करें और सजा दिलाए.

''सुप्रीम कोर्ट इस पर स्वत: संज्ञान लिया है और पूरे मामले को खुद देख रहा है. सुप्रीम कोर्ट ने डॉक्टरों को काम पर लौट के लिए आग्रह किया है. ओपीडी बंद रहने और रूटीन काम बंद होने से मरीज को बेहद परेशानी हो रही है. ऐसे में इन सब को देखते हुए और सुप्रीम कोर्ट पर भरोसा रखते हुए चिकित्सक हड़ताल से वापस लौटे. वह चिकित्सकों से आग्रह करेंगे कf काम पर लौटिए क्योंकि इस मामले में देश साथ दे रहा है.''- डॉ. सहजानंद प्रसाद सिंह, पूर्व आईएमए अध्यक्ष

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सुप्रीम कोर्ट की अपील पर काम पर लौटे डॉक्टर (ETV Bharat)

पटना : सुप्रीम कोर्ट में कोलकाता के लेडी डॉक्टर रेप मर्डर मामले में आज सुनवाई हुई. मामले की गंभीरता को देखते हुए इस मामले पर सुप्रीम कोर्ट ने नेशनल टास्क फोर्स का गठन किया है, जो 3 सप्ताह के भीतर रिपोर्ट देगी. इसके अलावा सुप्रीम कोर्ट ने आरोपी के पॉलीग्राफिक टेस्ट करने की भी अनुमति दे दी है. सीबीआई ने सुप्रीम कोर्ट से पॉलीग्राफ टेस्ट के लिए अपील की थी.

सुप्रीम कोर्ट की अपील पर काम पर लौटे डॉक्टर : सर्वोच्च न्यायालय ने डॉक्टरों से मानव हित में कम पर लौटने की अपील की है. इन सब पर इंडियन मेडिकल एसोसिएशन के भूतपूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ शारजानंद प्रसाद सिंह ने भी चिकित्सकों से कम पर लौटने का आग्रह किया है. सुप्रीम कोर्ट ने सीबीआई की पॉलीग्राफी टेस्ट की अर्जी को स्वीकार कर लिया है.

जल्द रिपोर्ट दे टास्क फोर्स : डॉ सहजानंद प्रसाद सिंह ने कहा कि यह अच्छी बात है कि ऐसी वीभत्स घटना पर सर्वोच्च न्यायालय ने संज्ञान लिया है. उन्होंने कहा कि वह चाहेंगे कि टास्क फोर्स जल्द से जल्द इस पर अपनी पूरी रिपोर्ट सुप्रीम कोर्ट को दे ताकि जो दोषी है उसे सजा मिल सके. उन्होंने कहा कि साक्षी को मिटाने के लिए अस्पताल में जो तोड़फोड़ हुई है उसे पूरा देश देखा है. देश यह जान रहा है कि किसने किया है. लगभग 200-300 चिकित्सक विरोध प्रदर्शन पर बैठे हुए थे और सैकड़ों लोग उन पर हमला करने पहुंच गए. पुलिस ने उन्हें रोका तक नहीं, इससे स्पष्ट था कि साक्ष्य को मिटाने के लिए यह लोग आए थे.

चिकित्सा कार्य हो रहा है प्रभावित : डाक्टर सहजानंद प्रसाद सिंह ने कहा कि आईएमए की ओर से उन लोगों ने सिर्फ एक दिन के हड़ताल का कॉल दिया था और वह भी इमरजेंसी सेवा चालू थी. लेकिन पहली बार ऐसा हो रहा है कि चिकित्सकों के भावनाओं का उबाल है. मेडिकल इंटर्न, जूनियर डॉक्टर, रेजिडेंट डॉक्टर, सीनियर रेजिडेंट सभी एक साथ हैं और कार्य बहिष्कार पर हैं. ऐसा इसलिए क्योंकि महिला चिकित्सक के साथ ऑन ड्यूटी हैवानियत की सीमा पार की गई है. ऐसे में डॉक्टर स्ट्राइक पर हैं और वह मानते हैं कि इसके वजह से मरीज को परेशानी हो रही है, इसका उन लोगों को भी दुख है.

काम पर लौटे डॉक्टर : डॉ सहजानंद प्रसाद सिंह ने कहा कि चिकित्सकों की स्पष्ट मांग है कि केंद्रीय प्रोटेक्शन एक्ट लागू किया जाए. इसके अलावा जो हैवानियत हुई है वह एक व्यक्ति ने नहीं की है बल्कि जो साक्ष मिले हैं कई लोग इसमें शामिल रहे हैं. जल्द से जल्द टास्क फोर्स इन हवनों को पकड़ने का काम करें और सजा दिलाए.

''सुप्रीम कोर्ट इस पर स्वत: संज्ञान लिया है और पूरे मामले को खुद देख रहा है. सुप्रीम कोर्ट ने डॉक्टरों को काम पर लौट के लिए आग्रह किया है. ओपीडी बंद रहने और रूटीन काम बंद होने से मरीज को बेहद परेशानी हो रही है. ऐसे में इन सब को देखते हुए और सुप्रीम कोर्ट पर भरोसा रखते हुए चिकित्सक हड़ताल से वापस लौटे. वह चिकित्सकों से आग्रह करेंगे कf काम पर लौटिए क्योंकि इस मामले में देश साथ दे रहा है.''- डॉ. सहजानंद प्रसाद सिंह, पूर्व आईएमए अध्यक्ष

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