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नहीं रहे वसुंधरा राजे के मुंह बोले भाई. पूर्व सीएम ने दिया भावुक पैगाम - Vasundhara Rajes adopted brother - VASUNDHARA RAJES ADOPTED BROTHER

पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे के मुंहबोले भाई बापूसिंह उर्फ श्याम का राखी के दिन निधन हो गया. उनके निधन पर शोक व्यक्त करते हुए पूर्व मुख्यमंत्री ने इसे व्यक्तिगत क्षति करार दिया. बापूसिंह जुड़वां भाई थे, जिन्हें राजे राम और श्याम कहकर बुलाया करती थीं.

Vasundhara Rajes adopted brother
झालावाड़ में पूर्व सीएम वसुंधरा राजे के मुंहबोले भाई श्याम का निधन (Photo ETV Bharat Jhalawar)
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By ETV Bharat Rajasthan Team

Published : Aug 21, 2024, 12:28 PM IST

Updated : Aug 21, 2024, 12:58 PM IST

झालावाड़: राजस्थान की पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे को इस बार का रक्षाबंधन व्यथित कर गया. झालावाड़ में उनके मुंहबोले भाई बापू सिंह उर्फ श्याम का निधन हो गया. श्याम सिंह झालावाड़ जिले के पिड़ावा क्षेत्र में भगवानपुर गांव के निवासी थे. वे एक दशक से रक्षाबंधन पर वसुंधरा राजे से अपने हाथ की कलाई पर रक्षा सूत्र बंधवाया करते थे. पूर्व सीएम राजे भी बापू सिंह तथा इनके जुड़वां भाई नाथू सिंह को अपने परिवार का सदस्य मानती रही है. दोनों जुड़वां भाइयों की कद,काठी तथा कपड़ों के पहनावे की शैली ने वसुंधरा राजे को काफी प्रभावित किया था.

सोशल मीडिया पर बताया व्यक्तिगत क्षति: बापू सिंह के निधन के बाद वसुंधरा राजे ने सोशल मीडिया मंच 'एक्स' दुख जताया और कहा कि राम और श्याम मेरे मुंहबोले भाई थे. मेरे झालावाड़ परिवार का एक अभिन्न अंग बापू सिंह जी, जिन्हें हम श्याम बुलाते थे, रक्षाबंधन के दिन अचानक चल बसे. उनका निधन मेरे लिए व्यक्तिगत क्षति है.

पढ़ें: वसुंधरा राजे बोली- राजनीति का दूसरा नाम उतार-चढ़ाव, 'पद' का 'मद' आ जाए तो 'कद' कम हो जाता है

दोनों जुड़वां भाई पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे की जनसभाओं में एक ही तरह की वेशभूषा पहनकर पहुंचते थे. समान कद काठी होने के कारण हजारों की भीड़ में भी दोनों भाइयों को आसानी से पहचाना जा सकता था. दोनों भाई पूर्व मुख्यमंत्री राजे को रक्षाबंधन पर गिफ्ट के तौर पर साड़ी देना नहीं भूलते थे.

वसुंधरा राजे ने दिया था राम और श्याम नाम: वसुंधरा राजे ने नाथू सिंह और बापू सिंह को राम और श्याम का नाम दिया था. दोनों भाई उनकी जनसभाओं में अवश्य जाते थे. उन सभाओं में राजे उन्हें राम और श्याम के नाम से ही बुलाया करती थी.

झालावाड़ से तीसरी पीढ़ी का रिश्ता: झालावाड़ को वसुंधरा राजे का गढ़ माना जाता है.पूर्व सीएम वसुंधरा राजे यहां पिछले 35 वर्षों से राजनीति करती आई है. यहां की झालरापाटन विधानसभा सीट से जीतकर वह दो बार राजस्थान की मुख्यमंत्री भी रह चुकी हैं. इस क्षेत्र से उनके बेटे दुष्यंत सिंह लगातार पांच बार लोकसभा चुनाव जीत कर सांसद रह चुके हैं. पूर्व सीएम यहां के लोगों से अपने तीसरी पीढ़ी के रिश्ते की बात कई बार दोहरा चुकी है.

झालावाड़: राजस्थान की पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे को इस बार का रक्षाबंधन व्यथित कर गया. झालावाड़ में उनके मुंहबोले भाई बापू सिंह उर्फ श्याम का निधन हो गया. श्याम सिंह झालावाड़ जिले के पिड़ावा क्षेत्र में भगवानपुर गांव के निवासी थे. वे एक दशक से रक्षाबंधन पर वसुंधरा राजे से अपने हाथ की कलाई पर रक्षा सूत्र बंधवाया करते थे. पूर्व सीएम राजे भी बापू सिंह तथा इनके जुड़वां भाई नाथू सिंह को अपने परिवार का सदस्य मानती रही है. दोनों जुड़वां भाइयों की कद,काठी तथा कपड़ों के पहनावे की शैली ने वसुंधरा राजे को काफी प्रभावित किया था.

सोशल मीडिया पर बताया व्यक्तिगत क्षति: बापू सिंह के निधन के बाद वसुंधरा राजे ने सोशल मीडिया मंच 'एक्स' दुख जताया और कहा कि राम और श्याम मेरे मुंहबोले भाई थे. मेरे झालावाड़ परिवार का एक अभिन्न अंग बापू सिंह जी, जिन्हें हम श्याम बुलाते थे, रक्षाबंधन के दिन अचानक चल बसे. उनका निधन मेरे लिए व्यक्तिगत क्षति है.

पढ़ें: वसुंधरा राजे बोली- राजनीति का दूसरा नाम उतार-चढ़ाव, 'पद' का 'मद' आ जाए तो 'कद' कम हो जाता है

दोनों जुड़वां भाई पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे की जनसभाओं में एक ही तरह की वेशभूषा पहनकर पहुंचते थे. समान कद काठी होने के कारण हजारों की भीड़ में भी दोनों भाइयों को आसानी से पहचाना जा सकता था. दोनों भाई पूर्व मुख्यमंत्री राजे को रक्षाबंधन पर गिफ्ट के तौर पर साड़ी देना नहीं भूलते थे.

वसुंधरा राजे ने दिया था राम और श्याम नाम: वसुंधरा राजे ने नाथू सिंह और बापू सिंह को राम और श्याम का नाम दिया था. दोनों भाई उनकी जनसभाओं में अवश्य जाते थे. उन सभाओं में राजे उन्हें राम और श्याम के नाम से ही बुलाया करती थी.

झालावाड़ से तीसरी पीढ़ी का रिश्ता: झालावाड़ को वसुंधरा राजे का गढ़ माना जाता है.पूर्व सीएम वसुंधरा राजे यहां पिछले 35 वर्षों से राजनीति करती आई है. यहां की झालरापाटन विधानसभा सीट से जीतकर वह दो बार राजस्थान की मुख्यमंत्री भी रह चुकी हैं. इस क्षेत्र से उनके बेटे दुष्यंत सिंह लगातार पांच बार लोकसभा चुनाव जीत कर सांसद रह चुके हैं. पूर्व सीएम यहां के लोगों से अपने तीसरी पीढ़ी के रिश्ते की बात कई बार दोहरा चुकी है.

Last Updated : Aug 21, 2024, 12:58 PM IST
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