हल्द्वानी: उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत शुक्रवार को हल्द्वानी पहुंचे. जहां उन्होंने आपदा को लेकर प्रदेश सरकार को जमकर घेरा. हरीश रावत ने आपदा को लेकर सरकार और मशीनरी पर सवाल खड़े किए. उन्होंने कहा कि प्रदेश के अंदर आपदा से निपटने के लिए सरकार के पास कोई रोड मैप नहीं है. आपदा प्रबंधन विभाग पूरी तरह फेल हो चुका है.
पूर्व सीएम हरीश रावत ने कहा कि अगर हल्द्वानी की बात की जाए तो गौला नदी समेत रकसिया और कलसिया नाले को लेकर जिला प्रशासन के पास कोई प्लान नहीं है. गौलापार के अंतरराष्ट्रीय स्टेडियम के पास भारी भू कटाव हुआ है. उनकी (कांग्रेस) सरकार में रिवर फ्रंट डेवलपमेंट बनाया गया था, जिसे बीजेपी सरकार ने इंप्लीमेंट नहीं किया. जिसका नतीजा है कि गौला नदी के चलते अंतरराष्ट्रीय स्टेडियम के साथ-साथ कई गांवों को खतरा पैदा हो रहा है. साथ ही आगे कहा कि उनकी सरकार में योजना थी कि गौला नदी के दोनों ओर उधमसिंह नगर के किच्छा तक रिवर फ्रंट बनाया जाए.
आज एक चिंताजनक समाचार मिला! यूं खटीमा, बनबसा, टनकपुर क्षेत्र में भारी जल भराव हुआ, बाढ़ आई और इस जल भराव व बाढ़ का कारण शारदा नदी में हुआ भारी खनन है जिसको सरकार का संरक्षण प्राप्त है। अब खबर है कि चकरपुर स्थित वन रावत बस्ती में वहां बसे हुए वन रावतों के लिए ..1/2 pic.twitter.com/tyReCtzqAu
— Harish Rawat (@harishrawatcmuk) July 12, 2024
हरीश रावत ने पीडब्ल्यूडी और सरकारी मशीनरी पर खड़े किए सवाल: वहीं, हरीश रावत ने लोक निर्माण विभाग और सरकारी मशीनरी पर सवाल खड़े करते हुए कहा कि तीन-चार दिन तक सड़क नहीं खोल पा रहा है. जोशीमठ हाईवे खुलने में कई दिन लग गए. वहां पूर्व विधायक भी फंसे हुए हैं, लेकिन सरकार कोई ठोस कदम नहीं उठा रही है. जिसके चलते आम लोगों को कई समस्याओं से जूझना पड़ रहा है. उन्होंने कहा कि आपदा को लेकर सरकार को भी अब गंभीर होने का जरूरत है और आपदा को लेकर सरकार गंभीर नहीं है.
ये भी पढ़ें-