नई दिल्लीः दिल्ली के उपराज्यपाल (LG) वीके सक्सेना के आवास के बाहर पूर्व बस मार्शलों ने अपनी नौकरी की बहाली की मांग को लेकर गुरुवार को प्रदर्शन किया. इसमें दिल्ली के कैबिनेट मंत्री सौरभ भारद्वाज, इमरान हुसैन और मुकेश अहलावत के साथ-साथ AAP के विधायक भी शामिल हुए. इस दौरान पुलिस ने भारद्वाज और अन्य AAP नेताओं के साथ कुछ प्रदर्शनकारियों को हिरासत में लिया. पुलिस का कहना है कि प्रदर्शन के लिए अनुमति नहीं ली गई थी.
भारद्वाज ने मामले को सुलझाने में देरी की आलोचना की और कहा कि मार्शलों को राजनीतिक दलों के बीच "फुटबॉल" की तरह नहीं यूज करना चाहिए. उन्होंने कहा, "हम प्रदर्शनकारियों के साथ एकजुटता के साथ यहां हैं. अब हम भाजपा के आने और समर्थन देने का इंतजार कर रहे हैं."
#WATCH | Delhi Minister & AAP leader Saurabh Bharadwaj says, " ...on september 26, it was decided in the delhi legislative assembly and a sankalp patra was passed which bjp mlas have also signed, that today, october 3, all the mlas from aap and bjp will go to the lg and will talk… pic.twitter.com/kvt0JVRGMG
— ANI (@ANI) October 3, 2024
भाजपा ने लिया यू-टर्नः AAP ने भाजपा पर पूर्व बस मार्शलों की बहाली पर यू-टर्न लेने का आरोप लगाया है. दिल्ली में हाल में हुए दो दिवसीय विधानसभा सत्र में बस मार्शलों की सेवा समाप्ति के मुद्दे पर AAP और विपक्ष के बीच तीखी बहस हुई थी, जिसमें दोनों पक्षों ने उनकी नौकरी बहाल करने के प्रस्ताव का समर्थन किया था. दिल्ली विधानसभा में पारित प्रस्ताव के अनुसार, दिल्ली के सभी विधायक (आप और भाजपा दोनों) बस मार्शलों की बहाली के लिए गुरुवार सुबह 11 बजे एलजी से मिलने वाले थे. हालांकि, ऐसी कोई बैठक नहीं हुई. AAP ने एलजी कार्यालय पर उनके अनुरोध को नजरअंदाज करने का आरोप लगाया.
#WATCH | Delhi Minister and AAP leader Saurabh Bharadwaj and other AAP leaders were detained by police. They were protesting at Chandgiram Akhara in Delhi demanding the reinstatement of marshals in buses.
— ANI (@ANI) October 3, 2024
Saurabh Bharadwaj says, " we are with the bus marshals. they are poor.… pic.twitter.com/Emh7xzXD5g
मंत्री भारद्वाज ने दावा किया कि उन्होंने एलजी को पत्र लिखा था, लेकिन कोई जवाब नहीं मिला. कहा कि दिल्ली के सभी विधायकों को बस मार्शलों की बहाली के लिए आज एलजी से मिलना था, लेकिन न तो एलजी ने मिलने का समय दिया और न ही भाजपा विधायक आए. AAP ने कहा कि भाजपा और उनके एलजी को "सस्ती राजनीति" बंद करनी चाहिए और दिल्ली के बस मार्शलों को तुरंत बहाल करना चाहिए.
भाजपा ने AAP की आलोचना कीः वहीं, दिल्ली विधानसभा के नेता प्रतिपक्ष विजेंद्र गुप्ता ने जनता को गुमराह करने के लिए AAP की आलोचना की. गुप्ता ने कहा कि जब उन्होंने 3 अक्टूबर को एलजी से मिलने का फैसला किया था, तो उन्होंने समय क्यों नहीं पूछा? उन्होंने कहा, "आम आदमी पार्टी का मतलब फ्रॉड पार्टी है. AAP और मंत्री सौरभ भारद्वाज ने खुद एलजी साहब से मिलने की तारीख चुनी. जब समय आया, तो मुख्यमंत्री, मंत्री, आम आदमी पार्टी के विधायक और सभी नेता गायब हो गए." पिछले साल एलजी वी.के. सक्सेना ने बस मार्शल के रूप में तैनात नागरिक सुरक्षा स्वयंसेवकों की सेवाएं समाप्त करने के प्रस्ताव को मंजूरी दी थी. उन्होंने तत्कालीन मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को उनके द्वारा स्वीकृत होमगार्ड के 10,000 से अधिक पदों पर ऐसे स्वयंसेवकों की नियुक्ति पर विचार करने का निर्देश दिया था.
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