गिरिडीह: अपनी मांगों को लेकर वनरक्षियों की हड़ताल जारी है. हड़ताल के 17वें दिन वनरक्षियों ने धरना दिया. हजारीबाग पूर्वी वन प्रमंडल के वनरक्षी हजारीबाग मुख्यालय में धरना दे रहे हैं. इस दौरान गिरिडीह जिले के बगोदर एवं सरिया प्रखंड क्षेत्र के सभी वनरक्षी भी धरना में शामिल हुए. इस दौरान सरकार के खिलाफ नारेबाजी की गई. साथ ही मांगों को पूरा करने की मांग दोहराई गई.
हड़ताल पर बैठे वनरक्षियों ने कहा कि मांगें पूरी होने तक हड़ताल एवं धरना-प्रदर्शन जारी रहेगा. वनरक्षियों के शत-प्रतिशत प्रोन्नति वाले पदों पर सीधी नियुक्ति करने तथा उप वन क्षेत्र कर्मचारी संवर्ग नियमावली 2014 में हानिकारक संशोधन कर वनरक्षियों के 1315 पदों में कटौती कर वनरक्षियों की प्रोन्नति का अवसर छीनने के लिए 2024 का नया नियम बनाने के निर्णय के खिलाफ वनरक्षियों ने हड़ताल किया है. इसके साथ ही वनरक्षी भर्ती नियम 2014 में किए गए अलाभकारी संशोधन को तत्काल वापस लेने और वनरक्षियों की संख्या में कटौती न करने की मांग की जा रही है.
इस हड़ताल और विरोध प्रदर्शन में महिला वनरक्षी भी शामिल हैं. वनरक्षियों के हड़ताल पर चले जाने से लकड़ी माफिया की नजर जंगलों पर है. कई लोगों का कहना है कि वनरक्षियों के हड़ताल पर चले जाने से लकड़ी माफिया भी चोरी-छिपे जंगलों से कीमती लकड़ियां काट रहे हैं.
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