मनेंद्रगढ़ चिरमिरी भरतपुर: बहरासी वन मंडल में सरकार जमीन पर कब्जा कर रहे रहे परिवार का घर बुलडोजर की मदद से गिरा दिया गया. पीड़ित परिवार ने बात मानी है कि उनका घर वन विभाग की जमीन पर बनाया गया था. वन विभाग की टीम जब उनके घर पहुंची तो उन्होने उनसे पैसों की मांग की. पीड़ित परिवार का आरोप है कि वन विभाग की टीम ने उनसे एक लाख रुपए की मांग की. आरोप है कि पैसे नहीं देने पर उनके घर को गिरा दिया गया. पीड़ित परिवार का ये भी आरोप है कि उनसे 30 हजार रुपए की रकम भी वन विभाग की टीम ने ली उसके बाद भी कार्रवाई कर घर को जमीदोज कर दिया.
वन विभाग की टीम पर पैसे मांगने का आरोप: पीड़ित परिवार का आरोप है कि वन विभाग ने उनसे कहा कि अगर वो एक लाख रुपए दे देते हैं तो मकान नहीं गिराएंगे. परिवार वालों ने कहा कि उनके पास सिर्फ तीस हजार रुपए हैं. आरोप है कि एक लाख रुपए नहीं देने पर मकान को गिरा दिया गया. परिवार का कहना कि वो इस सर्दी में कहां जाएंगे क्या खाएंगे. पीड़ित परिवार ये गलती जरुर मान रहा है कि आज से तीस साल पहले उनके पिता ने यहां मकान बनाया था. जिस जमीन पर मकान बनाया था वो वन विभाग की जमीन थी. तीस सालों से कभी भी वन विभाग ने उनको जमीन खाली नहीं करने को कहा. जब वो यहां पक्का मकान बनाकर रहने लगे तब मकान तोड़ दिया.
बहरासी रेंजर ने आरोपों को किया खारिज: बहरासी वन विभाग के रेंजर इंद्रभान पटेल ने पीड़ित परिवार के लगाए सभी आरोपों को खारिज किया है. रेंजर का कहना है कि किसी तरह के पैसों की डिमांड नहीं की गई. बेबुनियाद आरोप पीड़ित परिवार की ओर से लगाया जा रहा है. जब वक्त कार्रवाई के लिए हम पहुंचे उस वक्त तीस लोगों की टीम मौके पर मौजूद थी. पुलिस की टीम को भी बुलाया गया था. परिवार को पहले नोटिस दिया गया था जब नोटिस के बाद भी मकान नहीं हटाया गया तब कार्रवाई की गई.