पटनाः वन पर्यावरण मंत्री प्रेम कुमार ने आज 12 जून को पटना जू में फर्न हाउस और 2 किलोमीटर ठंडा रास्ते का उद्घाटन किया. रास्ते में ठंडक के लिए पेड़ पौधा को प्राकृतिक रूप से लगाया गया है. इस रास्ते से गुजरने वाले पर्यटकों को गर्मी से राहत महसूस होगी. पटना जू में फर्न हाउस का उद्घाटन निश्चित रूप से शहर के लोगों के लिए एक नई और रोमांचक अनुभव प्रदान करेगा. यह न केवल पर्यावरणीय शिक्षा को बढ़ावा देगा, बल्कि पर्यटकों के आकर्षण का केंद्र भी बनेगा.
"बिहार सरकार इको टूरिज्म को बढ़ावा देने के लिए काम कर रही है. पटना जू में सुबह के मॉर्निंग वॉक करने वाले लोगों के लिए टूटे रास्ते पर चलना पड़ता था. जैसे ही मेरे सामने इस मामला को लाया गया तो हमने इस पर पहल करते हुए गड्ढों वाली सड़क को अच्छा सड़क में तब्दील करवाया है."- प्रेम कुमार, वन पर्यावरण मंत्री
40 प्रजाति के हैं पौधेः पटना जू में 2.2 किलोमीटर ठंडा सड़क एक करोड़ 30 लाख की लागत से तैयार किया गया है. फर्न हाउस में 40 प्रजातियों के पौधे लगाए गए हैं. यह भिन्न-भिन्न प्रकार के पौधे हैं जिसे देख बहुत लोग होंगे लेकिन उसके बारे में नहीं जानते होंगे. उस पौधे को इस फर्न हाउस में लगाया गया है. इसमें झरना भी लगाया गया है. इसमें जाने के बाद लोगों को ऐसा महसूस होगा की बारिश की फुहार शरीर पर गिर रही है. चिड़िया खाना में पहुंचने वाले लोगों को यह अलग अनुभूति कराएगा.
क्या होता है फर्न हाउसः फर्न हाउस एक विशेष प्रकार का ग्रीनहाउस या उद्यान है, जहां विभिन्न प्रकार की फर्न (सगंध पौधों) की प्रजातियाँ उगाई और प्रदर्शित की जाती हैं. फर्न हाउस में इन पौधों के लिए आदर्श पर्यावरण प्रदान किया जाता है, जिसमें नियंत्रित तापमान, नमी और प्रकाश शामिल हैं. फर्न हाउस का उद्देश्य फर्न की विविधता को संरक्षित करना और लोगों को उनके बारे में शिक्षित करना होता है.
फर्न हाउस के फायदे: फर्न हाउस छात्रों, वनस्पति शास्त्रियों और प्रकृति प्रेमियों के लिए एक महत्वपूर्ण शैक्षिक संसाधन है. यह प्रकृति के महत्व और जैव विविधता को समझने का एक महत्वपूर्ण माध्यम है. फर्न हाउस में समय बिताना मानसिक शांति और ताजगी प्रदान करता है. यह एक प्रकार का थेरैपी भी माना जाता है, जहां हरे-भरे वातावरण में समय बिताकर मानसिक तनाव को कम किया जा सकता है.
नेचर एजुकेशन की होगी एक्टिविटी: मंत्री प्रेम कुमार ने कहा कि आने वाले समय में हमारे विभाग की प्रयास है कि पटना जू को चौथे स्थान से पहले स्थान पर लाए. इसलिए पटना जू के लिए कई निर्णय लिया गया है. पटना जून में अलग-अलग एक्टिविटी का आयोजन कराया जाता है. गर्मी ने लोगों को यह बताया है कि जलवायु परिवर्तन से काफी नुकसान हो सकता है. इसी कड़ी में बदलते जलवायु परिवर्तन को लेकर पटना जू में लोगों को जागरूक करने के लिए नेचर एजुकेशन की एक्टिविटी 4 दिनों तक की जाएगी.
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