लखनऊ: विश्व आर्थिक मंच (डब्ल्यूईएफ) के दावोस सम्मेलन में इस बार 'ब्रांड उत्तर प्रदेश' ने अपनी खास पहचान बनाई. राज्य सरकार की ओर से स्थापित ‘इन्वेस्ट यूपी पवेलियन’ ने विदेशी निवेशकों को अपनी ओर आकर्षित किया है. यह पवेलियन 19 से 23 जनवरी तक उत्तर प्रदेश की औद्योगिक क्षमताओं और निवेश के अपार अवसरों को प्रदर्शित करेगा. यह जानकारी सरकार की ओर से जारी प्रेस विज्ञप्ति के माध्य से दी गई है.
प्रेस विज्ञप्ति के अनुसार, मुख्य सचिव मनोज कुमार सिंह के नेतृत्व में उत्तर प्रदेश प्रतिनिधिमंडल ने सम्मेलन में हिस्सा लेने पहुंचे हैं. मुख्य सचिव के साथ इन्वेस्ट यूपी के अपर मुख्य कार्यकारी अधिकारी और ऊर्जा विभाग के निदेशक अनुपम शुक्ला भी शामिल हैं. दावोस सम्मेलन में सौर ऊर्जा, नवीकरणीय ऊर्जा और स्मार्ट सिटीज़ जैसे प्रमुख क्षेत्रों पर चर्चा के दौरान कई समझौते हुए.
उत्तर प्रदेश के पवेलियन में आगंतुकों ने राज्य की औद्योगिक नीतियों, ‘एक जिला-एक उत्पाद’ (ओडीओपी) योजना और निवेश प्रोत्साहन योजनाओं के बारे में जानकारी प्राप्त की. कोका-कोला और एबी इनबेव जैसी कंपनियों के साथ समझौते हुए, जिनमें 2500 करोड़ रुपये से अधिक का निवेश प्रस्तावित है. ज्यूरिख एयरपोर्ट इंटरनेशनल के साथ विमानन क्षेत्र में साझेदारी को लेकर चर्चा हुई. इसके अलावा, प्लेनेट लैब्स और सीटीआरएलएस जैसी कंपनियों के साथ डेटा इन्फ्रास्ट्रक्चर में निवेश के अवसरों पर भी बातचीत हुई.
डब्ल्यूईएफ में उत्तर प्रदेश की उपस्थिति ने राज्य के आर्थिक विकास, रोजगार सृजन और निवेश अनुकूल माहौल को वैश्विक मंच पर मजबूती से पेश किया. यह सम्मेलन राज्य को एक वैश्विक निवेश केंद्र के रूप में स्थापित करने में सहायक सिद्ध होगा.