लखनऊ: माध्यमिक शिक्षा परिषद की बोर्ड परीक्षाएं 22 फरवरी से शुरू हो रही हैं. राजधानी में 10वीं और 12वीं की परीक्षा में बैठने वाले स्टूडेंट्स की संख्या से छह गुना ज्यादा उत्तरपुस्तिकाएं भेजी गई हैं. जिला विद्यालय निरीक्षक राकेश कुमार ने बताया कि सोमवार से उत्तरपुस्तिकाओं को सभी परीक्षा केंद्रों पर भेजने की प्रक्रिया शुरू होगी. वहीं, पहली बार बोर्ड कार्यालय से बारकोड वाली उत्तरपुस्तिकाएं आई हैं.
पांचों क्षेत्रीय कार्यालय के लिए अलग-अलग कॉपियों का रंग
माध्यमिक शिक्षा परिषद के पांच क्षेत्रीय कार्यालय हैं जिसमें मेरठ वाराणसी बरेली प्रयागराज और गोरखपुर है. प्रदेश के सभी 75 जिलों को इन्हीं क्षेत्रीय कार्यालय के आधार पर ही विभाजित किया गया है. माध्यमिक शिक्षा परिषद ने इस बार हर क्षेत्रीय कार्यालय में आने वाले जिलों में अलग-अलग रंग की कॉपियां भेज रहा है. बोर्ड के सचिव दिव्यकान्त शुक्ला ने बताया कि अलग की कॉपियां होने से नकल माफिया पर अंकुश लगाने में कामयाबी मिलेगी. उन्होंने बताया कि जिस रंग की कॉपी जिस जोन कार्यालय की होगी. उसका प्रयोग इस जोन कार्यालय में आने वाले जिले में ही होगा. अगर किसी जोन की कॉपी उसे जोन के बाहर के जिले बाहर के जिलों में अगर वह कॉपियां प्रयोग की जाएगी. उसे कॉपी को निरस्त कर दिया जाएगा और उसका मूल्यांकन नहीं किया जाएगा. उन्होंने बताया कि इस बार के बारकोड में यह व्यवस्था भी की गई है कि किस जिले में किस बार कोर्ट के सीरीज की कॉपियां भेजी गई है यह भी विभाग को पहले से ही पता है. ताकि अगर कॉपियां का कोई गलत प्रयोग किया जाता है तो नकल अधिनियम के तहत उसे पर कार्रवाई की जाए.
जिला विद्यालय निरीक्षक राकेश कुमार ने बताया कि बारकोड का इस्तेमाल जिले और उत्तरपुस्तिका का क्रमांक जांचा जा सकेगा. जैसे, एक जिले की उत्तरपुस्तिका दूसरे जिले में इस्तेमाल नहीं हो सकेगी. इससे नकल पर नकेल कसेगी और कॉपियों में फेरबदल की गुंजाइश खत्म हो जाएगी. डीआईओएस ने बताया कि बोर्ड ने बारकोड के साथ उत्तरपुस्तिका के रंग में भी बदलाव किया है. कई रंगों में उत्तरपुस्तिकाएं छपवाई गई हैं. इससे परीक्षा के दौरान दूसरे रंग की उत्तरपुस्तिका को पहचानने में आसानी होगी. डिमांड के हिसाब से उत्तरपुस्तिकाएं राजकीय इंटर कॉलेज निशातगंज से ली जाएंगी. संकलन केंद्र के रूप में राजकीय जुबिली इंटर कॉलेज में परीक्षा के बाद कॉपियों के बंडल सील कर जमा किए जाएंगे.