बालोद : देश के तिरुपति मंदिर प्रसाद मामले के बाद अब बालोद जिले के भी बड़े मंदिरों में खाद्य सुरक्षा विभाग की ओर से एक विशेष अभियान चलाया जाएगा साथ ही इसके तहत मंदिरों में बनने वाले प्रसादों की जांच की जाएगी. इसी में बालोद जिले के सबसे बड़े शक्तिपीठ मां गंगा मैया मंदिर में नवरात्रि के पूर्व प्रसाद की जांच करने खाद्य एवं सुरक्षा विभाग की टीम पहुंची. जहां पर ये पता चला कि नवरात्रि या विशेष पर्व के अलावा बाकी दिन सूखे मेवा जैसे नारियल, इलायची, मूंगफली के प्रसाद बांटे जाते हैं.
मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी महेश सूर्यवंशी ने बताया कि देश के तिरुपति मंदिर में प्रसाद में मिलावट की घटना के बाद हमने सतर्कता से सभी प्रमुख मंदिरों के प्रसाद को जांच करने का निर्णय लिया है.
''सभी प्रसाद सुपरविजन में है.टीम मंदिरों में जांच कर रही है. वहीं नवरात्रि का पर्व आने वाला है. तो इस समय भी विशेष रूप से प्रसाद की जांच की जाएगी.'-महेश सूर्यवंशी, CMHO
खाद्य विभाग हुआ सक्रिय : आपको बता दें कि हिंदुओं के आस्था के खिलवाड़ से जुड़े इस विषय में शासन एवं प्रशासन ने काफी गंभीरता दिखाई है. अब सभी मंदिरों के प्रसाद में जांच की बात सामने आ रही है.खाद्य एवं सुरक्षा विभाग के अधिकारी भारत पटेल बालोद जिले के सबसे बड़े गंगा मैया मंदिर पहुंचे. जहां उन्होंने प्रसाद का सैंपल लिया.
''बालोद जिले के जितने भी मंदिर हैं. वहां सूखे प्रसाद ही वितरित किए जाते हैं. गीला प्रसाद बनाने की प्रक्रिया यहां पर नहीं है. इसलिए यहां पर किसी तरह के घबराने वाली कोई बात सामने नहीं आई है. नवरात्रि में जो प्रसाद बनाए जाते हैं.उसके लिए मंदिर प्रबंधन समिति से चर्चा भी की जाएगी.''- भारत पटेल,खाद्य एवं सुरक्षा विभाग
सौजन्य से बांटते हैं प्रसाद : बालोद जिले के प्रमुख मंदिर जैसे मां गंगा मैया मंदिर, मां सिया देवी मंदिर, गंजपारा के दुर्गा मंदिर सहित कई मंदिर हैं. जहां पर नवरात्र में विशेष प्रसादी का वितरण किया जाता है. यहां पर भक्तों की संख्या लाखों में है. ऐसे में कई भक्त दिन के हिसाब से अपने-अपने सौजन्य से प्रसाद का वितरण करते हैं. ऐसे में अब देखना ये होगा कि अलग-अलग दिन बनाए जाने वाले प्रसाद की जांच करना विभाग के लिए कितना चैलेंजिंग रहेगा.
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