बलरामपुर रामानुजगंज : छत्तीसगढ़ में त्यौहारों से पहले खाद्य एवं औषधि प्रशासन ने छापामार कार्रवाई शुरु की है.इसी के तहत रामानुजगंज के होटलों में टीम ने छापामार कार्रवाई की है.टीम ने शहर के कई होटलों से खोवा, मावा,दूध और पनीर समेत तेल का सैंपल लिया है.यही नहीं टीम ने कई खाद्य सामग्रियों को भी जांच के लिए लेकर लेबोरेटरी में भेजा है.
होटल में गंदगी नहीं रखने की समझाईश : होटल में साफ-सफाई रखने और गंदगी नहीं फैलाने को लेकर भी सभी होटल संचालकों को समझाइश दी गई है. ग्राहकों को पिलाए जाने वाले पीने के पानी की भी जांच टीम ने की है. टीम ने साफ निर्देश दिए हैं कि ग्राहकों को सिर्फ साफ पीने का पानी दिया जाए. ताकि गंदा पानी पीकर कोई भी ग्राहक बीमार ना पड़े. खाद्य एवं औषधि प्रशासन विभाग के अधिकारी नितेश मिश्रा ने ईटीवी भारत से बात करते हुए जानकारी दी कि त्यौहार सीजन से पहले ही कार्रवाई करने के निर्देश मिले हैं. जिसके तहत रामानुजगंज के होटलों में कार्रवाई की गई है.
'' खाने के तेल को तीन बार से ज्यादा उपयोग नहीं करना है . कमाई के चक्कर में होटल संचालक जले हुए तेल का इस्तेमाल करते हैं जिससे बीमार होने का खतरा भी बढ़ता है. हम लगातार अपनी कार्रवाई कर रहे हैं. जहां कहीं भी गड़बड़ी मिलती है सख्त कार्रवाई के निर्देश देते हैं. त्योहारों के मौसम में लोगों की सेहत से खिलवाड़ नहीं हो इसका हम खास ख्याल रखते हैं. गंदा और जला हुआ तेल शरीर को नुकसान पहुंचता है. जला तेल दिल का मरीज बना सकता है.''- नितेश मिश्रा,अधिकारी खाद्य विभाग
गड़बड़ी करने वाले होटल संचालकों में मचा हड़कंप : आपको बता दें कि जिले में संचालित होटलों में नकली खोवा मावा पनीर बिकने की शिकायत खाद्य विभाग को लगातार मिल रही थी.लिहाजा खाद्य विभाग की टीम ने फील्ड में उतरकर छापामार अभियान चलाया है. ताकि गलत काम करने वाले होटल संचालकों में डर बना रहे. राज्य सरकार और कलेक्टर के निर्देश पर बलरामपुर रामानुजगंज जिले में छापामार कार्रवाई हुई है. खाद्य एवं औषधि प्रशासन विभाग ने लगातार होटलों में छापेमारी कर खाद्य पदार्थों और खाद्य तेल के सैंपल लिए हैं.इस दौरान विभाग ने होटल में दिए जाने वाले पानी के भी सैंपल इकट्ठा किए हैं.