बेमेतरा: बेमेतरा जिला में शिवनाथ नदी में आई बाढ़ की वजह से जिले के आधा दर्जन गांव टापू बन गए है. इन गांवों का संपर्क जिला मुख्यालय से टूट गया है. शिवनाथ नदी और उसके सहायक नदी में बाढ़ से जिले में अमचो पचभैया, करमसेन, बालगेड़ी गांव टापू में तब्दील हो गए है. शुक्रवार को जिला प्रशासन गांव वालों के लिए राशन और दवाइयां लेकर नाव से पहुंचा.
करमसेन बना टापू, प्रशासन ने पहुंचाया राशन: शिवनाथ नदी में बाढ़ की वजह से बेमेतरा जिला के नवागढ़ ब्लॉक के करमसेन गांव टापू बन गया है. जहां आसपास जलभराव होने से गांव पहुंच के सभी रास्ते बंद हो हुए है. किसानों के सैकड़ो एकड़ के धान की फसल बर्बाद हो गई है. बेमेतरा जिला प्रशासन के राजस्व विभाग की टीम SDRF के जवानों के साथ नांदघाट के नायब तहसीलदार प्रांजल प्रजापति के साथ नाव में करमसेन गांव पहुंची और बाढ़ में फंसे लोगों के लिए राशन और बच्चों के लिए बिस्किट मुहैया कराया गया. स्वास्थ्य विभाग की टीम भी करमसेन भेजी गई है. गौरलतब है की करमसेन गांव में बाढ़ से 820 लोग फंसे हुए है जिसमे 17 गर्भवती महिलाएं और 25 बुजुर्ग है.
उच्च अधिकारियों के साथ करमसेन जाकर ग्रामीणों को राशन, सब्जी और बच्चों को बिस्किट, दवाइयां भिजवाया गया. एसडीएम और तहसीलदार, ज्वाइंट कलेक्टर सभी ने दौरा किया.हालत समान्य है चिंता की कोई बात नहीं है आवागमन के साधन बस बंद है. - प्रांजल प्रजापति नायब तहसीलदार नांदघाट
पचभैया अमचो का टूटा संपर्क: जिले में ही दाढ़ी नगर पंचायत के निकट फोंक नदी के किनारे बसे पचभैया और अमचो भी बाढ़ की वजह से जिला मुख्यालय से संपर्क कट चुका है. बिजली पानी की सुविधा होने के कारण ग्रामीणों को कोई परेशानी नहीं है. साजा ब्लॉक के बलगेडी और सोनपुरी गांव में बाढ़ का पानी घुस गया है जिससे 50 दिनों में दूसरी बार ग्रामीणों को बाढ़ से नुकसान का सामना करना पड़ रहा है.
नांदघाट - भाटापारा मार्ग तीसरे दिन भी बंद: नांदघाट से भाटापारा मार्ग शिवनाथ नदी में बाढ़ की वजह से पिछले 3 दिनों से बंद है. जिससे ग्रामीणों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. वही बेमेतरा से बेरला मार्ग भी अमोरा घाट के पुल डूबने की वजह से 3 दिनों से बंद है. वही शुक्रवार सुबह नाले का जलस्तर कम होने के बाद बेमेतरा से दुर्ग मार्ग बहाल हुआ.