लखनऊ: पूर्वोत्तर रेलवे लखनऊ मंडल के ऐशबाग-सिटी स्टेशन रेलखंड पर रकाबगंज से मशकगंज की ओर जाने पर फुटओवर ब्रिज था. रेलखंड पर जब मीटरगेज था उस समय यह पुल लोगों की आवाजाही में मदद करता था. ट्रैक के मीटरगेज से ब्रॉडगेज होने पर ब्रिज को तोड़ दिया गया, लेकिन उसका ढांचा बचा हुआ था. इसमें सीढियां व ऊपर चबूतरा था, जिस पर रेलिंग नहीं थी. ऐसे में बीते सोमवार रात को व्यापारी सुनील कुमार श्रीवास्तव सीढ़ियों से ऊपर चबूतरे पर पहुंचे, जहां अंधेरा होने के कारण वह नीचे ट्रैक पर गिर गए और उनकी मौत हो गई.
इसके बाद रेलवे प्रशासन ने संजीदगी व सतर्कता दिखाते हुए एक्शन शुरू किया. पूर्वोत्तर रेलवे लखनऊ मंडल प्रशासन की तरफ से पुल के बचे हुए स्ट्रक्चर के सर्वे के लिए पांच सदस्यीय टीम गठित की गई. इसमें इंजीनियरिंग, टीआरडी (ओएचई की देख-रेख करना), ट्रैफिक, ऑपरेटिंग व संरक्षा-सुरक्षा के अधिकारियों को शामिल किया गया है. ऐहतियात के तौर पर स्ट्रक्चर के पास बैरिकेडिंग कर दी गई है जिससे सीढ़ियों से कोई चबूतरे के ऊपर न चढ़े.
पूर्वोत्तर रेलवे के प्रवक्ता महेश गुप्ता ने बताया कि टीम की निगरानी में गुरुवार को सीढ़ियां तोड़ी जाएंगी, बचा स्ट्रक्चर बाद में जरूरत पड़ने पर टूटेगा. बुधवार को टीम बैरीकेडिंग करने गई थी, लेकिन लोगों ने बैरिकेडिंग नहीं करने दी. जनता ने बोला पूरा स्ट्रक्चर तोड़ना चाहिए.
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