ग्वालियर. शहर के बहुचर्चित अक्षया यादव हत्याकांड (Akshaya yadav murder case) की प्रमुख गवाह शिक्षिका करुणा शर्मा पर मंगलवार सुबह गोली चल गई. दो अज्ञात बदमाशों ने शिक्षिका पर उस वक्त फायरिंग की जब वे अपने स्कूल की ओर जा रही थीं. सिकंदर कंपू से 12 बीघा कॉलोनी की ओर जाते वक्त बाइक सवार दो नकाबपोश बदमाशों ने उन पर गोली चलाई. गनीमत ये रही कि करुणा शर्मा को गोली नहीं लगी.
गवाही से रोकना चाह रहे अपराधी
इस मामले में हत्याकांड से संबंधित पीड़ित परिवार का कहना है कि करुणा शर्मा को गवाही देने से रोकने के लिए आरोपियों द्वारा यह फायरिंग की गई है या कराई गई है. इस मामले में अधिकांश आरोपी जेल में हैं और दो आरोपी 25 जनवरी को बाल सुधार ग्रह से फरार हुए हैं, जिन्हें अभी तक पकड़ा नहीं जा सका है.
पूर्व डीजीपी सुरेंद्र यादव की नातिन थीं अक्षया
गौरतलब है कि माधवगंज थाना क्षेत्र के बेटी बचाओ तिराहे के पास 10 जुलाई 2023 को अक्षया यादव की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी. अक्षया अपनी सहेली सोनाक्षी शर्मा के साथ कोचिंग से वापस लौट रही थी, तभी कुछ बदमाशों द्वारा उन पर फायरिंग की गई थी. इस हमले में अक्षया की सहेली बच गई थी। अक्षया मध्य प्रदेश के पूर्व डीजीपी सुरेंद्र यादव की नातिन थीं.
बदमाशों को खोजने में जुटी
अक्षया यादव हत्याकांड (Akshaya yadav murder case) की प्रमुख गवाह पर गोली चलने की सूचना मिलते ही एडिशनल एसपी गजेंद्र सिंह वर्द्धमान और माधवगंज पुलिस मौके पर पहुंच गई. मौके से पुलिस को दो कारतूस के खोखे मिले हैं, जिन्हें एफएसएल जांच के लिए भेजा गया है. करुणा शर्मा पहले भी बदमाशों पर धमकाने और दवाब बनाने का आरोप लगा चुकी हैं. पुलिस का कहना है इस मामले में सभी कड़ियों को जोड़ा जा रहा है और जल्द बदमाशों के खिलाफ एक्शन लिया जाएगा.