पटना: राजधानी पटना के चित्रगुप्त नगर थाना अंतर्गत एक होटल में 16 सितंबर को एक निजी अस्पताल के संचालक पर गोलीबारी में पटना पुलिस को बड़ी कामयाबी मिली है. पुलिस की जांच में चौंकाने वाले रहस्य सामने आए हैं. अस्पताल संचालक ने दोस्त को फंसाने को लेकर खुद पर गोलीबारी की घटना को अंजाम दिलवाया था. पटना पुलिस ने कृष्ण कांत चौधरी उर्फ दीपक चौधरी को गिरफ्तार कर लिया है. घटना में प्रयुक्त पिस्टल, एक खोखा, जिंदा कारतूस, दो मोबाइल और एक स्कूटी बरामद की गयी.
क्या है मामलाः पुलिस की जांच में पता चला कि गौरव राज सिन्हा, कुमार अभिजीत के अस्पताल में काम करता था. उसके पास अभिजीत का कोई वीडियो हाथ लग गया था. इस वीडियो से अभिजीत को ब्लैकमेल किया करता था. अभिजीत ने गौरव राज की ब्लैकमेलिंग से बचने के लिए अपने ड्राइवर विवेक मिश्रा तथा एक दोस्त कृष्णकांत चौधरी के सहयोग से गौरव राज एवं उसके साथी को फंसाने के लिए साजिश रची. खुद पर गोली चलवाकर जख्मी कर लिया.
पुलिस की जांच में खुलासाः तकनीकी एवं वैज्ञानिक अनुसंधान करते हुए पुलिस ने इस घटना का उद्भेदन किया. षड्यंत्र के अप्राथमिक अभियुक्त कृष्णकांत चौधरी उर्फ दीपक चौधरी को गिरफ्तार किया गया. इसके बाद गिरफ्तार अभियुक्त ने पुलिस के सामने सारे राज उगल दिए. दीपक चौधरी की निशानदेही पर घटना में प्रयुक्त पिस्टल, कारतूस और स्कूटी बरामद की गयी. पुलिस की अभिरक्षा में अभिजीत का इलाज करवाया जा रहा है. उसके स्वस्थ होने के बाद पुलिस उसे गिरफ्तार कर आगे की कार्रवाई करेगी.
"घटना की सूचना के बाद पुलिस ने मामले का अनुसंधान शुरू किया. जिसमे कई बातें निकलकर सामने आयी. अश्लील वीडियो के कारण ब्लैक मेलिंग का शिकार हो रहे अस्पताल संचालक अभिजीत ने अपने ऊपर गोली चलवाने का षड्यंत्र रचा. पुलिस ने घटना में शामिल कृष्णकांत चौधरी को गिरफ्तार कर लिया."- शुभांक मिश्रा, ईस्ट एसपी पटना
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