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साजिशकर्ताओं के निशाने पर रेलवे ट्रैक, अब अम्बियापुर में रेलवे पटरी पर मिला अग्निशमन सिलेंडर - Extinguisher Cylinder Railway Track

कानपुर के आसपास रेलवे ट्रैक पर संदिग्ध वस्तुओं के मिलने का सिलसिला जारी है. अब अंबियापुर के पास एक अग्निशमन सिलेंडर मिला है. सूचना पर पहुंची जीआरपी ने सिलिंडर को कब्जे में लेते हुए जांच शुरू कर दी है.

अम्बियापुर में रेलवे पटरी पर मिला अग्निशमन सिलेंडर
अम्बियापुर में रेलवे पटरी पर मिला अग्निशमन सिलेंडर (Etv Bharat)
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By ETV Bharat Uttar Pradesh Team

Published : Oct 2, 2024, 3:13 PM IST


कानपुर: वैसे तो देश के कई राज्यों और शहरों से रेलवे ट्रैक पर साजिशकर्ताओं द्वारा कभी बोल्डर रखने, कभी पाइप या ईंटे रखने की जानकारियां सामने आ रही हैं. साजिशकर्ताओं के निशाने पर कानपुर-झांसी और कानपुर-नई दिल्ली रेलवे ट्रैक है. अब बुधवार को कानपुर-नई दिल्ली रेलवे ट्रैक पर अंबियापुर के पास मालगाड़ी के आगे अग्निशमन सिलेंडर पड़ा हुआ मिला है. रेलवे व आरपीएफ की संयुक्त टीम ने अंबियापुर में मिले अग्निशमन सिलेंडर को लेकर जांच शुरू कर दी है. कुछ दिनों पहले भी जब भीमसेन के पास पुष्पक एक्सप्रेस गुजर रही थी तो वहां भी रास्ते में अफसर को ट्रैक पर अग्निशमन सिलेंडर मिला था.

दो माह में पांच घटनाओं ने अफसरों को डरायाः बता दें कि कानपुर-झांसी अपलाइन मार्ग पर 17 अगस्त को जहां साबरमती एक्सप्रेस अचानक इसलिए डिरेल हो गई थी. क्योंकि उस समय रेलवे ट्रैक पर एक भारी बोल्डर रखा गया था. इसके एक माह बाद शिवराजपुर थाना क्षेत्र में मेडुआ गांव के पास कालिंदी एक्सप्रेस के आगे ट्रैक पर भरा सिलेंडर मिला था. जबकि साजिशकर्ताओं ने रेलवे ट्रैक पर पेट्रोल छिड़का था और वहां पर एक माचिस भी मिली थी. लगातार शहर और आसपास अन्य शहरों में जिस तरह से रेलवे ट्रैक से जुड़ी संदिग्ध गतिविधियां सामने आ रही हैं, उनसे अफसर खुद डर गए हैं.

जीआरपी प्रभारी रनजीश राय ने दी जानकारी. (Video Credit; ETV Bharat)

एटीएस और आईबी जैसी खुफिया एजेंसी के अफसर कर रहे जांच: कानपुर और आसपास के शहरों से जुड़े रेलवे ट्रैक को लेकर जो हादसे सामने आए हैं, उनकी जांच आईबी और एटीएस जैसी नामचीन खुफिया एजेंसी के अफसर कर जरूर रहे हैं. लेकिन, अभी तक का रिजल्ट जीरो है. शिवराजपुर हादसा होने पर तो खुद आईजी एटीएस नीलाब्जा चौधरी कानपुर आए थे. जांच के दौरान खुफिया एजेंसी के अफसरों ने कई संदिग्धों से पूछताछ भी की. लेकिन अभी तक किसी आरोपी को गिरफ्तार नहीं किया जा सका है.

इसे भी पढ़ें-24 घंटे में 3 ट्रेनें पलटाने की साजिश: बलिया, मिर्जापुर के बाद महोबा में भी ट्रैक पर मिला सीमेंट का पिलर

कानपुर-टुंडला रूट पर अग्मिश्मन यंत्र किसी गाड़ी से गिर गया था. मालगाड़ी के लोकोपायलट की सूचना पर पहुंचकर सिलिंडर को कब्जे में ले लिया गया है. ट्रेनों में अग्मिश्मन यंत्र लगे होते हैं, जो ब्रेकिंग के समय झटके से कभी-कभी गिर जाते हैं. यह कोई साजिश नहीं है. फिलहाल जांच की जा रही है कि किस ट्रेन से यह गिरा है. कानपुर व आसपास रेलवे ट्रैक पर जो हादसे या संदिग्ध गतिविधियां सामने आई हैं, उनकी जांच जारी है. रेलवे, स्थानीय पुलिस, आईबी व एटीएस के अफसर संयुक्त रूप से जांच कर रहे हैं. जल्द ही आरोपियों को गिरफ्तार किया जाएगा. -रजनीश राय, जीआरपी प्रभारी, कानपुर


कानपुर: वैसे तो देश के कई राज्यों और शहरों से रेलवे ट्रैक पर साजिशकर्ताओं द्वारा कभी बोल्डर रखने, कभी पाइप या ईंटे रखने की जानकारियां सामने आ रही हैं. साजिशकर्ताओं के निशाने पर कानपुर-झांसी और कानपुर-नई दिल्ली रेलवे ट्रैक है. अब बुधवार को कानपुर-नई दिल्ली रेलवे ट्रैक पर अंबियापुर के पास मालगाड़ी के आगे अग्निशमन सिलेंडर पड़ा हुआ मिला है. रेलवे व आरपीएफ की संयुक्त टीम ने अंबियापुर में मिले अग्निशमन सिलेंडर को लेकर जांच शुरू कर दी है. कुछ दिनों पहले भी जब भीमसेन के पास पुष्पक एक्सप्रेस गुजर रही थी तो वहां भी रास्ते में अफसर को ट्रैक पर अग्निशमन सिलेंडर मिला था.

दो माह में पांच घटनाओं ने अफसरों को डरायाः बता दें कि कानपुर-झांसी अपलाइन मार्ग पर 17 अगस्त को जहां साबरमती एक्सप्रेस अचानक इसलिए डिरेल हो गई थी. क्योंकि उस समय रेलवे ट्रैक पर एक भारी बोल्डर रखा गया था. इसके एक माह बाद शिवराजपुर थाना क्षेत्र में मेडुआ गांव के पास कालिंदी एक्सप्रेस के आगे ट्रैक पर भरा सिलेंडर मिला था. जबकि साजिशकर्ताओं ने रेलवे ट्रैक पर पेट्रोल छिड़का था और वहां पर एक माचिस भी मिली थी. लगातार शहर और आसपास अन्य शहरों में जिस तरह से रेलवे ट्रैक से जुड़ी संदिग्ध गतिविधियां सामने आ रही हैं, उनसे अफसर खुद डर गए हैं.

जीआरपी प्रभारी रनजीश राय ने दी जानकारी. (Video Credit; ETV Bharat)

एटीएस और आईबी जैसी खुफिया एजेंसी के अफसर कर रहे जांच: कानपुर और आसपास के शहरों से जुड़े रेलवे ट्रैक को लेकर जो हादसे सामने आए हैं, उनकी जांच आईबी और एटीएस जैसी नामचीन खुफिया एजेंसी के अफसर कर जरूर रहे हैं. लेकिन, अभी तक का रिजल्ट जीरो है. शिवराजपुर हादसा होने पर तो खुद आईजी एटीएस नीलाब्जा चौधरी कानपुर आए थे. जांच के दौरान खुफिया एजेंसी के अफसरों ने कई संदिग्धों से पूछताछ भी की. लेकिन अभी तक किसी आरोपी को गिरफ्तार नहीं किया जा सका है.

इसे भी पढ़ें-24 घंटे में 3 ट्रेनें पलटाने की साजिश: बलिया, मिर्जापुर के बाद महोबा में भी ट्रैक पर मिला सीमेंट का पिलर

कानपुर-टुंडला रूट पर अग्मिश्मन यंत्र किसी गाड़ी से गिर गया था. मालगाड़ी के लोकोपायलट की सूचना पर पहुंचकर सिलिंडर को कब्जे में ले लिया गया है. ट्रेनों में अग्मिश्मन यंत्र लगे होते हैं, जो ब्रेकिंग के समय झटके से कभी-कभी गिर जाते हैं. यह कोई साजिश नहीं है. फिलहाल जांच की जा रही है कि किस ट्रेन से यह गिरा है. कानपुर व आसपास रेलवे ट्रैक पर जो हादसे या संदिग्ध गतिविधियां सामने आई हैं, उनकी जांच जारी है. रेलवे, स्थानीय पुलिस, आईबी व एटीएस के अफसर संयुक्त रूप से जांच कर रहे हैं. जल्द ही आरोपियों को गिरफ्तार किया जाएगा. -रजनीश राय, जीआरपी प्रभारी, कानपुर

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