सूरजपुर : छत्तीसगढ़ विधानसभा में 30 बिस्तर वाले 9 मीटर ऊंचे अस्पतालों में फायर सेफ्टी ऑ़डिट को लेकर सवाल पूछा गया था. इस दौरान विधायक धरमजीत सिंह ने अस्पतालों के ऑडिट समेत मॉकड्रिल को लेकर सवाल स्वास्थ्य मंत्री से पूछा था.जिसके बाद प्रदेश के सबसे बड़े सरकारी अस्पताल मेकाहारा में आगजनी को लेकर मॉकड्रिल हुआ.इसके बाद अब सूरजपुर जिला अस्पताल में मॉकड्रिल किया गया.
आगजनी के दौरान बचाव के तरीके बताए : अस्पतालों में आगजनी की घटनाओं को देखते हुए एहतियात के तौर पर राज्य सरकार ने गाइड लाइन जारी की है. जिसे लेकर आगजनी के दौरान विषम परिस्थितियों से निपटने के लिए अग्निशमन विभाग ने सूरजपुर जिला अस्पताल में मॉकड्रिल किया. अस्पताल प्रबंधन सहित कर्मचारियों को आगजनी के दौरान बचाव के तरीके सिखाए. साथ ही अग्निशमन यंत्रों का उपयोग कैसे किया जाता है इसके बारे में भी कर्मचारियों को बताया.इस दौरान जिला अस्पताल में लगे उपकरणों की जांच भी की गई.जिला चिकित्सालय के सीएस अजय मरकाम ने बताया कि शासन के निर्देशानुसार यह मॉकड्रिल प्रबंधन ने किया है.
जिला अस्पताल में मॉकड्रिल किया गया. ताकि गार्ड और अन्य कर्मचारियों को आग लगने के दौरान मरीज सहित खुद के बचाव के लिए क्या करना है यह सिखाया जा सके. वहीं अग्निशमन यंत्रों का ऐसी परिस्थितियों में उपयोग कैसे किया जाता है वह भी बताया गया. ताकि किसी भी तरह की मुश्किल घड़ी में जनहानि को रोका जा सके - अजय मरकाम, सीएस, जिला अस्पताल सूरजपुर
आपको बता दें कि छत्तीसगढ़ के कुछ अस्पतालों में आगजनी की घटनाएं सामने आई थी.जिसे लेकर विधानसभा में भी प्रश्न उठे.विधानसभा में तब स्वास्थ्य मंत्री ने अस्पतालों में फायर सेफ्टी को लेकर निर्देश जारी करने की बात कही थी.उसी कड़ी में सूरजपुर जिला अस्पताल में फायर सेफ्टी को लेकर मॉकड्रिल किया गया.