देहरादून: सोमवार सवेरे दून अस्पताल के एमआरआई सेंटर (मैग्नेटिक रेसोनेंस इमेजिंग सेंटर) के स्टोर में अचानक आग लग गई. आग लगने के कारण स्टोर में फिल्म अलमारी, कंट्रास्ट और सरकारी दस्तावेज जल गए. विभागीय कर्मचारियों के अनुसार आग लगने का कारण शॉर्ट सर्किट है. फिलहाल डायग्नोस्टिक डिपार्मेंट की बिजली काट दी गई है.
दून अस्पताल के एमआरआई सेंटर के स्टोर रूम में लगी आग: मौके पर मौजूद रहे सिटी स्कैन इंचार्ज अभय नेगी, टेक्निकल इंचार्ज रेडियो डायग्नोस्टिक महेंद्र भंडारी ने बताया कि आज सवेरे 10:30 बजे के आसपास रेडियो डायग्नोस्टिक डिपार्टमेंट के स्टोर में अचानक आग लग गई. आग लगने से धुंआ चारों ओर फैल गया. उस दौरान डिपार्टमेंट के फर्स्ट फ्लोर पर 20 से 22 मरीज और अटेंडेंट मौजूद थे. निकासी न होने की वजह से दून अस्पताल के स्टाफ ने वहां मौजूद मरीजों को दूसरे छोर से काफी मशक्कत के बाद बाहर निकाला. अस्पताल के कर्मचारियों ने टीन शेड से चढ़कर मरीजों को सुरक्षित बाहर निकाला. आग लगने के बाद फिलहाल एमआरआई की जांच को रोक दिया गया है. दून अस्पताल के कर्मचारियों की तत्परता की वजह से बड़ा हादसा होने से टल गया.
दमकल ने बुझाई आग: दमकल के एक वाहन ने आकर एमआरआई सेंटर के डिपार्टमेंटल स्टोर की आग बुझाई. विभागीय कर्मचारियों के अनुसार आग लगने का कारण शॉर्ट सर्किट बताया जा रहा है. दून अस्पताल उत्तराखंड का सबसे बड़ा सरकारी अस्पताल है. इस अस्पताल में देहरादून और आसपास के मरीजों का इलाज तो होता ही है, यहां राज्य भर से मरीज अपना इलाज कराने आते हैं. इसके साथ ही गढ़वाल मंडल के जिलों से रेफर हुए अधिकांश मरीज भी दून अस्पताल में इलाज के लिए आते हैं.
डिप्टी मेडिकल सुपरिटेंडेंट ने क्या कहा: दून अस्पताल की पुरानी इमारत में स्थित रेडियोलॉजी डिपार्टमेंट के स्टोर में लगी आग को लेकर डिप्टी मेडिकल सुपरिटेंडेंट डॉक्टर धनंजय डोभाल का कहना है कि आग लगने की घटना आज सवेरे की है. उन्होंने बताया कि अस्पताल की रेडियोलॉजिस्ट डॉक्टर अवंतिका मरीज का अल्ट्रासाउंड कर रही थीं. तभी उनके बगल वाले रूम में हल्का धमाका हुआ. शुरू में यह पता नहीं चल पाया कि धमाका किस वजह से हुआ. धीरे-धीरे उस कमरे से धुंआ निकलने लगा. राहत की बात रही कि उस समय रेडियोलॉजी टेक्निशियन और सुरक्षा कर्मियों ने मिलकर वहां मौजूद मरीजों और अटेंडेंट को सुरक्षित दूसरे रास्ते से बाहर निकाल लिया. डॉ अवंतिका ने स्टोर में लगी आग को देखते हुए वहां मौजूद दृष्टि बाधित व्यक्ति को भी सुरक्षित डायग्नोस्टिक सेंटर से बाहर निकाल लिया. इसके बाद मेडिकल स्टाफ कर्मियों ने अस्पताल में मौजूद अग्निशमन यंत्रों के माध्यम से आग और धुएं पर नियंत्रण पा लिया. उन्होंने बताया कि स्टोर में रखी हुई सीटी स्कैन और एमआरआई फिल्म ज्वलनशील होती हैं. ऐसे में संभवत: शॉर्ट सर्किट होने पर एमआरआई और सीटी स्कैन की फिल्म ने आग पकड़ ली और यह हादसा हो गया.
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