कोटा. कोटा में फायर सेफ्टी के इंतजाम से रहित सैकड़ों हॉस्टल संचालित हो रहे हैं. ऐसे ही एक हॉस्टल में आज रविवार को आग लग गई. शहर के कुन्हाड़ी थाना इलाके के लक्ष्मण विहार में स्थित एक हॉस्टल में शॉर्ट सर्किट से आग लग गई, जिसके चलते पूरे हॉस्टल में धुंआ फैल गया. इसके चलते हॉस्टल में रह रहे स्टूडेंट्स का दम घुटने लगा. ऐसे में ऊपर छत से कूदने, दम घुटने और झुलसने से सात स्टूडेंट्स घायल हो गए.
घटना की जानकारी मिलने पर जिला कलेक्टर डॉ. रविंद्र गोस्वामी, पुलिस उपाधीक्षक राजेश सोनी, कुन्हाड़ी थानाधिकारी अरविंद भारद्वाज समेत भारी पुलिस जाप्ता भी मौके पर पहुंच गया था. नगर निगम की अग्निशमन अनुभाग के मुख्य अग्निशमन अधिकारी राकेश व्यास ने बताया कि नरेश धाकड़ का लक्ष्मण विहार में आदर्श रेजिडेंसी जी प्लस हॉस्टल है. इसमें सुबह करीब 6:15 बजे ग्राउंड फ्लोर में रखे ट्रांसफार्मर और इलेक्ट्रिक पैनल्स में शॉर्ट सर्किट से आग लग गई.
ग्राउंड फ्लोर में ही इलेक्ट्रिक पैनल और ट्रांसफार्मर रखा हुआ है. इसकी जानकारी अग्निशमन अनुभाग को 6:30 बजे मिली. वे खुद 6:45 बजे मौके पर पहुंच गए. इस बीच 4 दमकल भी आ गई थी, लेकिन पूरे हॉस्टल में धुआं भरा हुआ था. नीचे के फ्लोर पर आग थी, ऐसे में ऊपर के कमरों में रहने वाले स्टूडेंट्स को निकालना मुश्किल था. पहले हॉस्टल के सामने की तरफ से दमकल की लैडर का उपयोग करते हुए बच्चों को निकाला गया, बाद में दमकल ने करीब 7:45 बजे पूरी आग पर काबू पा लिया.
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बच्चों का घुट गया था दम, अस्पताल भेजा : राकेश व्यास ने कहा कि 7 बच्चों को अस्पताल भेजा गया है. सभी सात विद्यार्थी ऊपर से कूदने, झुलसने और धुंए से दम घुटने से जख्मी हुए हैं. शेष बच्चों को नजदीक के पार्क में एकत्रित करते हुए उनकी गणना की गई. राकेश व्यास का कहना है कि हॉस्टल के पास किसी तरह की कोई फायर एनओसी नहीं है. हॉस्टल को पहले दो नोटिस भी दे दिए गए थे. इस संबंध में रिपोर्ट उच्च अधिकारियों को भी दी जाएगी.
उन्होंने बताया कि घटना के समय अधिकांश बच्चे सो रहे थे, लेकिन एक-दूसरे का कोलाहल सुनकर जाग गए. हॉस्टल में 61 कमरों में 60 से ज्यादा बच्चे रह रहे थे. जिनमें डर का माहौल पैदा हो गया. कुछ बच्चों ने आग को बढ़ता देख ऊपर से ही कूद कर जान बचाना उचित समझा. इसके चलते एक बच्चा चोटिल हो गया. हालांकि गनीमत रही की कोई जनहानि नहीं हुई. हालांकि बाद में दमकल मौके पर पहुंची और पहले इन बच्चों को लैडर (सीढ़ियों) के सहारे से नीचे उतारा गया. बाद में आग बुझाने का काम शुरू किया गया.
काफी दूर से देखा जा रहा था धुआं, ट्रांसफार्मर में हुआ था विस्फोट : घटनास्थल के आसपास रहने वाले प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक आग काफी दूर से ही नजर आ रही थी. घटना के दौरान बाहर मौजूद प्रत्यक्षदर्शी देवेंद्र वैष्णव का कहना है कि हॉस्टल में ऊपर रहने वाले बच्चे भी काफी परेशान हो रहे थे. अंदर से लगातार वह कूदने की कोशिश कर रहे थे. इस दौरान तीसरी और चौथे फ्लोर से कुछ बच्चे नीचे कूदे, जो चोटिल हुए थे. हॉस्टल में रह रहे बच्चे आयुष का कहना है कि पहले शॉर्ट सर्किट हुआ और फिर बाद में ट्रांसफार्मर में आग लग गई. हॉस्टल में रखे हुए इस ट्रांसफार्मर में विस्फोट भी हुआ. यह आग लगातार बढ़ रही थी.
हॉस्टल में रुके हुए बिहार निवासी पेरेंट्स अजीत कुमार का कहना है कि घटना सुबह जब हुई थी, तब अधिकांश लोग हॉस्टल में सो रहे थे. जब एकाएक शोरगुल हुआ, तब सब जागे व अफरातफरी मच गई. नीचे कूद रहे बच्चों को हमने काफी समझा कर रोका, लेकिन वह नहीं माने. स्थानीय लोगों ने उनकी काफी मदद इस दौरान की. बाद में जब दमकल की टीम मौके पर पहुंची, तब उन्होंने राहत की सांस ली.