अल्मोड़ा: जिले में जहां कड़ाके की ठंड से लोग ठिठुर रहे हैं, वहीं अल्मोड़ा में जंगल आग से धधक रहे हैं. जिससे वन संपदा को खासा नुकसान पहुंच रहा है. वहीं जंगली जानवर जंगल से बसासत की ओर रुख कर रहे हैं, जो लोगों की परेशानी का सबब बने हुए हैं. बीते दिन स्यालीधार के पास चीड़ के जंगल में आग लग गई. जिसकी सूचना लोगों ने फायर सर्विस को दी, जिसके बाद आग पर काफी मशक्कत के बाद काबू पाया गया. वहीं वन विभाग आग लगने की खबर से बेखबर रहा.
कड़ी मशक्कत के बाद आग पर पाया काबू: अल्मोड़ा कोसी मार्ग पर स्यालीधार के पास सड़क के ऊपर जंगल में आग लग गई. देखते ही देखते आग ने विकराल रूप ले लिया. इसी दौरान मुख्यमंत्री की वीआईपी ड्यूटी से फायर सर्विस की टीम पानी से भरा वाहन लेकर लौट रही थी. जंगल में आग की सूचना पाते ही फायर सर्विस के कर्मचारियों ने तुरंत आग बुझाने का कार्य शुरू किया और आग पर काबू पाया. वहीं वन विभाग जंगल की आग से बेखबर रहा.
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अच्छी घास के लिए जंगल में लगा देते हैं आग: लीडिंग फायरमैन मुकेश चतुर्वेदी ने कहा कि पांडेखोला से नीचे स्यालीधार के जंगल में आग लगने की सूचना मिली थी. मुख्यमंत्री की वीआईपी ड्यूटी कर जब वापस लौट रहे थे तो जंगल में आग लगी हुई थी. तुरंत उसे बुझाने का कार्य कर आग पर काबू पाया. उन्होंने कहा कि लोग घास के लिए जंगल में आग लगा देते हैं. जिससे जंगल की प्राकृतिक संपदा को नुकसान पहुंचता है, पहाड़ों में यह एक बड़ी समस्या है.