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यूपी का 'शिकारी' खान; 8 साल पहले किया था चीतल का शिकार, फोटो वायरल होने पर अब हुई कार्रवाई - Chital Hunting Case

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By ETV Bharat Uttar Pradesh Team

Published : 3 hours ago

8 साल पहले लल्लन खां के साथ बारहसिंगा के शिकार से जुड़े एक पुराने मामले में लल्लन खान के भतीजे ख्वाजा मोहम्मद गौस खान की चीतल के साथ फोटो वायरल हो रही है. इस पर ख्वाजा मोहम्मद गौस खान खिलाफ वन विभाग ने मलिहाबाद कोतवाली में मुकदमा दर्ज कराया है.

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लल्लन खान का भतीजा ख्वाजा मोहम्मद गौस खान. (Photo Credit; Social Media Viral)

लखनऊ: यूपी की राजधानी लखनऊ के मलिहाबाद में तिहरे हत्याकांड के आरोपी हिस्ट्रशीटर लल्लन खान की मुश्किलें बढ़ गई हैं. 8 साल पहले लल्लन खां के साथ बारहसिंगा के शिकार से जुड़े एक पुराने मामले में लल्लन खान के भतीजे ख्वाजा मोहम्मद गौस खान की चीतल के साथ फोटो वायरल हो रही है.

इस पर ख्वाजा मोहम्मद गौस खान खिलाफ वन विभाग ने मलिहाबाद कोतवाली में मुकदमा दर्ज कराया है. रेंजर सोनम दीक्षित के अनुसार, प्रशासन की अनुमति मिलने के बाद लल्लन खान के सील किए गए मकान की तलाशी ली जाएगी.

कुछ दिन पहले, सोशल मीडिया पर लल्लन खान के भतीजे की एक तस्वीर वायरल हुई थी. इसमें वह शिकार किए गए बारहसिंगा के साथ नजर आ रहा था. यह तस्वीर सामने आने के बाद वन विभाग ने जांच की और आरोपी की पहचान कर उसके खिलाफ वन्यजीव (संरक्षण) अधिनियम के तहत केस दर्ज कराया है.

इंस्पेक्टर मालिहाबाद सुरेश सिंह के अनुसार 28 सितंबर की शाम वायरल तस्वीर को लेकर वन विभाग ने मामले की जांच की थी. आरोपी की पहचान और वन दारोगा आशीष वर्मा की तहरीर पर हिस्ट्रीशीटर लल्लन खान उर्फ सिराज खान और उसके भतीजे ख्वाजा मोहम्मद गौस खान के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई गई है.

8 साल पुरानी है वायरल फोटो: पुलिस पूछताछ में हिस्ट्रीशीटर के भतीजे ने बताया कि वायरल तस्वीर 8 साल पुरानी है. उसने यह भी बताया कि लल्लन खान अक्सर शिकार किया करता था और शिकार किए गए जानवरों को अपने घर लाया करता था. हालांकि, तिहरे हत्याकांड के बाद उसका लल्लन खान से संपर्क टूट गया था.

क्राइम की दुनिया का बड़ा नाम है लल्लन खान: लल्लन खान का क्राइम की दुनिया से पुराना नाता रहा है. अब उसका नाम फिर से क्राइम की दुनिया में उछला है. लल्लन खान काकोरी इलाके का रहने वाला है. उस पर 24 से अधिक केस दर्ज थे. 80 के दशक में लखनऊ में लल्लन खान की तूती बोलती थी. वह घोड़े से चलता था और खुद को गब्बर खान कहलाता था.

एक ही लाइसेंस पर चलाता था कई हथियार: एक केस के सिलसिले में जब साल 1985 के आसपास लल्लन के घर पर दबिश दी गई थी तो कई हथियार मिले थे. एक ही लाइसेंस पर उसके पास कई हथियार थे. साथ ही कई अवैध असलहे भी उसके पास मिले थे.

घर में घुसकर मारी थी गोली: गैंगस्टर पिता लल्लन और उसके बेटे फराज ने मलिहाबाद में एक ही परिवार के तीन लोगों को गोली मार दी थी. पूरे इलाके में इनका आतंक इतना था कि इनके खिलाफ कोई भी व्यक्ति केस नहीं दर्ज कराता था. ये लोग गैंग बनाकर अवैध तरीके से संपत्ति और धन अर्जित करते थे. इसी को लेकर गैंगस्टर की कार्रवाई की गई. अवैध संपति को भी कुर्क कर लिया गया था.

मकान की ली जाएगी तलाशी: वन विभाग रेंजर सोनम दीक्षित के अनुसार, लल्लन खान के खिलाफ पहले भी वन्यजीवों की खाल और सींग की अवैध तस्करी के मामले सामने आ चुके हैं. उसके पाकिस्तान से भी संबंध होने की बात कही गई थी. रेंजर सोनम दीक्षित के अनुसार, प्रशासन की अनुमति मिलने के बाद लल्लन खान के सील किए गए मकान की तलाशी ली जाएगी. मकान को तिहरे हत्याकांड के बाद पुलिस ने सील कर दिया था. अब इस मामले से जुड़े साक्ष्यों को खोजने के लिए तलाशी अभियान चलाया जाएगा.

ये भी पढ़ेंः 48 घंटे में झांसी जेल में दूसरे कैदी की मौत, अफीम की अवैध खेती करने का था आरोपी

लखनऊ: यूपी की राजधानी लखनऊ के मलिहाबाद में तिहरे हत्याकांड के आरोपी हिस्ट्रशीटर लल्लन खान की मुश्किलें बढ़ गई हैं. 8 साल पहले लल्लन खां के साथ बारहसिंगा के शिकार से जुड़े एक पुराने मामले में लल्लन खान के भतीजे ख्वाजा मोहम्मद गौस खान की चीतल के साथ फोटो वायरल हो रही है.

इस पर ख्वाजा मोहम्मद गौस खान खिलाफ वन विभाग ने मलिहाबाद कोतवाली में मुकदमा दर्ज कराया है. रेंजर सोनम दीक्षित के अनुसार, प्रशासन की अनुमति मिलने के बाद लल्लन खान के सील किए गए मकान की तलाशी ली जाएगी.

कुछ दिन पहले, सोशल मीडिया पर लल्लन खान के भतीजे की एक तस्वीर वायरल हुई थी. इसमें वह शिकार किए गए बारहसिंगा के साथ नजर आ रहा था. यह तस्वीर सामने आने के बाद वन विभाग ने जांच की और आरोपी की पहचान कर उसके खिलाफ वन्यजीव (संरक्षण) अधिनियम के तहत केस दर्ज कराया है.

इंस्पेक्टर मालिहाबाद सुरेश सिंह के अनुसार 28 सितंबर की शाम वायरल तस्वीर को लेकर वन विभाग ने मामले की जांच की थी. आरोपी की पहचान और वन दारोगा आशीष वर्मा की तहरीर पर हिस्ट्रीशीटर लल्लन खान उर्फ सिराज खान और उसके भतीजे ख्वाजा मोहम्मद गौस खान के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई गई है.

8 साल पुरानी है वायरल फोटो: पुलिस पूछताछ में हिस्ट्रीशीटर के भतीजे ने बताया कि वायरल तस्वीर 8 साल पुरानी है. उसने यह भी बताया कि लल्लन खान अक्सर शिकार किया करता था और शिकार किए गए जानवरों को अपने घर लाया करता था. हालांकि, तिहरे हत्याकांड के बाद उसका लल्लन खान से संपर्क टूट गया था.

क्राइम की दुनिया का बड़ा नाम है लल्लन खान: लल्लन खान का क्राइम की दुनिया से पुराना नाता रहा है. अब उसका नाम फिर से क्राइम की दुनिया में उछला है. लल्लन खान काकोरी इलाके का रहने वाला है. उस पर 24 से अधिक केस दर्ज थे. 80 के दशक में लखनऊ में लल्लन खान की तूती बोलती थी. वह घोड़े से चलता था और खुद को गब्बर खान कहलाता था.

एक ही लाइसेंस पर चलाता था कई हथियार: एक केस के सिलसिले में जब साल 1985 के आसपास लल्लन के घर पर दबिश दी गई थी तो कई हथियार मिले थे. एक ही लाइसेंस पर उसके पास कई हथियार थे. साथ ही कई अवैध असलहे भी उसके पास मिले थे.

घर में घुसकर मारी थी गोली: गैंगस्टर पिता लल्लन और उसके बेटे फराज ने मलिहाबाद में एक ही परिवार के तीन लोगों को गोली मार दी थी. पूरे इलाके में इनका आतंक इतना था कि इनके खिलाफ कोई भी व्यक्ति केस नहीं दर्ज कराता था. ये लोग गैंग बनाकर अवैध तरीके से संपत्ति और धन अर्जित करते थे. इसी को लेकर गैंगस्टर की कार्रवाई की गई. अवैध संपति को भी कुर्क कर लिया गया था.

मकान की ली जाएगी तलाशी: वन विभाग रेंजर सोनम दीक्षित के अनुसार, लल्लन खान के खिलाफ पहले भी वन्यजीवों की खाल और सींग की अवैध तस्करी के मामले सामने आ चुके हैं. उसके पाकिस्तान से भी संबंध होने की बात कही गई थी. रेंजर सोनम दीक्षित के अनुसार, प्रशासन की अनुमति मिलने के बाद लल्लन खान के सील किए गए मकान की तलाशी ली जाएगी. मकान को तिहरे हत्याकांड के बाद पुलिस ने सील कर दिया था. अब इस मामले से जुड़े साक्ष्यों को खोजने के लिए तलाशी अभियान चलाया जाएगा.

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