रामपुर: मंगलवार को कोतवाली मिलक के सिलई बड़ा गांव में एक छात्र की गोली लगने से मौत हो गई थी. परिजनों का आरोप था कि पुलिस की गोली लगने से युवक की मौत हुई थी. रामपुर में दलित छात्र की हत्या के विरोध में परिजनों ने काफी हंगामा और प्रदर्शन किया था. मुरादाबाद मंडलायुक्त आंजनेय कुमार सिंह ने मौके पर पहुंचकर परिजनों को शांत कराया था.
बुधवार को परिजनों की तरहरी के आधार पर 23 नामजद समेत 25 लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गयी. पुलिस अधीक्षक राजेश द्विवेदी ने कहा कि मामले की जांच शुरू कर दी गयी है. दारोगा समेत पांच पुलिस कर्मियों को लाइन हाजिर किया गया है. बड़ा गांव चौकी प्रभारी सुरेंद्र सिंह, सिपाही वीरेंद्र सिंह, राजेश चौहान और मुंतरीन लाइन हाजिर किये गये हैं.
गांव में तनाव को देखते हुए अतिरिक्त पुलिस बल तैनात किया गया है. जिलाधिकारी जोगिंदर सिंह ने एसडीएम अमन देवल को हटा दिया है. इस प्रकरण की जांच अपर जिलाधिकारी और अपर पुलिस अधीक्षक को सौंपी है. मंगलवार शाम को सिलई बड़ा गांव में मिलक एसडीएम अमन देवल पुलिस के साथ आंबेडकर का बोर्ड हटाने गए थे. गांव में कुर्मी जाति के लोग इसको हटाने की मांग कर रहे थे. एसडीएम जैसे ही जेसीबी मशीन लेकर बोर्ड के पास पहुंचे, तो उनका दलित समुदाय के लोगों ने विरोध करना शुरू कर दिया.
कुर्मी और दलित समुदाय ने एक दूसरे पर काफी देर तक पथराव किया. आरोप है उपद्रव शांत करने के लिए पुलिस और होमगार्ड ने फायरिंग की. इसमें हाईस्कूल के छात्र सुमेश की मौत हो गई. इसके अलावा दो अन्य युवक घायल हो गए. इसके विरोध में दलित समुदाय ने जमकर हंगामा किया. उसके बाद आलाधिकारियों ने मौके पर पहुंचकर हालात को काबू में किया.