लखनऊ : काकोरी के रहमान खेड़ा के जंगल में पिछले दो सप्ताह से वन विभाग की टीम के साथ, आंख मिचौली खेल रहे बाघ की फोटो आखिरकार कैमरे में कैद हो गई. बाघ की फोटो वन विभाग के एक कर्मचारियों ने ली है. बाघ की तस्वीर सामने आते ही आसपास के गांव में ग्रामीणों में दहशत का माहौल है. वन विभाग ने ग्रामीणों को सतर्क रहने के साथ अलर्ट जारी किया. बता दे कि बाघ अब तक दो नील गायों का शिकार कर चुका है. साथ ही जंगल से सटे गावों के बाहर लगातार चहल कदमी कर रहा है.
राजधानी लखनऊ के काकोरी जंगलों में अपना आशियाना बना कर रह रहा टाइगर पहली बार कैमरे में कैद हुआ. टाइगर की तस्वीर आने के बाद कई किलोमीटर तक की रेंज में दहशत माहौल बना हुआ है.वन विभाग की टीम लगातार बाघ को ट्रेस करने में लगी हुई है. मूवमेंट कैप्चर करने के लिए 15 ट्रैप कैमरे व 2 पिंजड़े लगा रखे हैं. वहीं सोमवार शाम बाघ ने एक बाग में, दूसरी नीलगाय का शिकार किया. वन विभाग की टीम ने बाघ पकड़ने की कोशिश तेज कर दी है. ड्रोन से टाइगर लोकेशन लेने की कोशिश लगातार की जा रही है.
लगातार मिल रहे थे बाघ के पगमार्क, गांवों तक सुनाई दी दहाड़ : रहमान खेड़ा के जंगलों में पिछले दो सप्ताह से बाग की मौजूदगी से सन्नाटा पसरा हुआ है. ऐसा माहौल बन गया है कि जंगल में अन्य पशु पक्षियों की चहल कदमी और आहट में कमी दिख रही है. रहमान खेड़ा जंगल के करीब ही गुरुदीन खेड़ा गांव के ग्रामीण अपने खेतों की तरफ गए तभी खेतों में बाघ के पगचिन्ह देख वापस लौट आए और घटना की जानकारी वन विभाग को दी.
वहीं गुरुदीन खेड़ा से कुछ ही दूरी पर कसमंडी कला गांव है ग्रामीण आनंद साहू सुबह साढ़े चार बजे उठे और अपनी छत पर गये, जहां उन्हे तेज दहाड़ सुनाई दी, सात बार बाघ ने दहाड़ लगाई. जिससे भयभीत बंदर गांव की गलियों और पेड़ो पर दुबक गये. बाघ की चहल कदमी से माल क्षेत्र के लोग भी भयभीत होने लगे. धीरे-धीरे अब बाघ माल क्षेत्र की तरफ बढ़ रहा है. वहीं नई बस्ती धनेवा, मोहम्मदनगर, रहमतनगर, हसनापुर आदि गांवो मे बाघ की आहट से लोग डरे सहमे हुए हैं. इस माहौल मे दर्जनों गांवो के बच्चों के स्कूल प्रभावित हो रहे हैं और किसानों के कृषि कार्य भी प्रभावित हो रहे हैं.
वन विभाग पर लापरवाही का आरोप: रहमान खेड़ा में टाइगर की तलाश में वन विभाग की टीम ऑपरेशन सेट करती रही. जबकि टाइगर आस पास के गांवों में घूमता रहा. शनिवार दोपहर में हाफिज खेड़ा गांव में किसान ने बेहता नाला के किनारे टाइगर को घूमते हुए देखा. टाइगर देखे जाने की सूचना गांव में दी जिससे गांव में हड़कंप मच गया. जब ग्रामीण उधर पहुंचे तब तक वह ओझल हो चुका था. वहीं दोपहर में करीब 2 बजे टाइगर को पकड़ने के लिए WTI टीम भी संस्थान पहुंची थी.
डीएफओ सुधांशु पांडे ने बताया बाघ की तस्वीर सामने आने के बाद वन विभाग की टीम पूरे इलाके में लगातार गस्त कर रही है. ग्रामीणों को सतर्क करने की सलाह दी गई है. रात में बाहर जाने, बच्चों और मवेशियों को सुरक्षित रखने के लिए अलर्ट किया गया है. गांव वाले भी अपने स्तर से निगरानी में लगे हुए हैं. वन विभाग की टीम लगातार इलाके में सर्च ऑपरेशन चला रही है. बाघ को ट्रैक करने के लिए 12 ट्रैप कैमरे और दो पिंजरे लगाए गए हैं. इसके साथ ही थर्मल ड्रोन कैमरा से भी निगरानी की जा रही है.
रहमान खेड़ा के जंगल में पिछले दो सप्ताह से वन विभाग की टीम के साथ आंख मिचौली खेल रहे बाघ की फोटो आखिरकार कैमरे में कैद हो गई बाघ के फोटो वन विभाग के एक कर्मचारियों ने ली है बाघ की तस्वीर सामने आते ही आसपास के गांव में ग्रामीणों में दहशत का माहौल है
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