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थम नहीं रही राजसमंद में दो संगठनों के बीच की राड़, अब नगरपरिषद के उपसभापति ने खुद पर बताया खतरा, पुलिस पर भी गंभीर आरोप - Feud between BMS and INTUC

राजसमंद की जेके टायर फैक्ट्री में दो श्रमिक संगठनों की ओर से सियासी झगड़ा देखा जा रहा है. भामसं और इंटक संगठन एक दूसरे पर धमकाने और झूठे मुकदमे में फंसाने की धमकी दे रहा है. इस संबंध में इंटक के अध्यक्ष ने रविवार को एक मैसेज भी वायरल किया, जिसमें वो कांग्रेस पदाधिकारियों से सहयोग करने की अपील करते नजर आ रहे हैं. उन्होंने स्थानीय पुलिस पर भी गंभीर आरोप लगाए हैं.

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By ETV Bharat Rajasthan Team

Published : May 20, 2024, 12:47 PM IST

FEUD BETWEEN BMS AND INTUC
राजसमंद में भामसं और इंटक के बीच की राड़ (फोटो : ईटीवी भारत)
राजसमंद में भामसं और इंटक के बीच की राड़ (वीडियो : ईटीवी भारत)

राजसमंद. शहर में नगरपरिषद उप सभापति व जेके टायर फैक्ट्री एम्पलाइज यूनियन कांकरोली इंटक के अध्यक्ष चुन्नीलाल पंचोली ने खुद के साथ मारपीट व अनैतिक घटना की आशंका जताई है. इसके लिए उन्होंने सोशल मीडिया पर एक मैसेज वायरल किया है. पंचोली ने पुलिस व प्रशासन पर भी परेशान करने के आरोप लगाए हैं. उन्होंने कांग्रेस कमेटी के नेताओं से उनका सहयोग करने की अपील की है. पंचोली ने आरोप लगाया है कि राज्य सरकार कांकरोली थाना पुलिस पर अनैतिक दबाव बना रही है. दो दिन पहले ही पंचोली ने जेके टायर फैक्ट्री में कार्यरत भारतीय मजदूर संघ से जुड़े एक दर्जन से ज्यादा कर्मचारियों से खुद को खतरा बताते हुए पाबंद करने का आग्रह किया था. इसके लिए पंचोली ने जिला पुलिस अधीक्षक मनीष त्रिपाठी से भी मुलाकात की थी. ऐसे में रविवार को उन्होंने सोशल मीडिया पर मैसेज वायरल किया है.

पंचोली का आरोप है कि भामसं अध्यक्ष हिम्मत सिंह, मोतीलाल कुमावत सहित एक दर्जन से ज्यादा पदाधिकारी जबरन जेके टायर फैक्ट्री में काबिज होना चाहते हैं, जबकि उनके पास कर्मचारियों का बहुमत ही नहीं है. फैक्ट्री में भामसं के अभी सिर्फ 40 से 50 सदस्य हैं, जबकि इंटक युनियन के पास 1200 से ज्यादा कार्यकर्ता हैं और उनका बहुमत है. पंचोली का आरोप है कि भारतीय मजदूर संघ जो कि भाजपा से समर्थित है, इंटक कार्यकर्ताओं को डराता-धमकाता है. साथ ही वह संगठन पुलिस-प्रशासन के माध्यम से झूठे मुकदमों में फंसाने की साजिश रच रहा है.

पंचोली ने एसपी को दिए परिवाद में आरोप लगाया कि भामसं पदाधिकारी धमका रहे हैं कि अभी प्रदेश में उनकी यानी भाजपा की सरकार है, ऐसे में वो रास्ते में मिलने पर हाथ-पैर तोड़ देंगे. साथ ही जेके फैक्ट्री में तोड़फोड़ कर उन्हें झूठे मुकदमे में फंसा देंगे. पंचोली ने बताया कि फैक्ट्री में कार्यरत कैलाश मीणा के साथ मारपीट कर जातिगत गाली गलौज कर डराया व धमकाया गया, जिसकी पहले ही कांकरोली थाने में रिपोर्ट दी हुई है. जेके टायर फैक्ट्री से नौकरी से निकालने तक की धमकी दी जा रही है. आरोप है कि जेके टायर फैक्ट्री की तीनों ही शिफ्ट में आते व जाते समय भामसं कार्यकर्ता धमका रहे हैं. पंचोली ने परिवाद में लिखा है कि 1 मई से लगातार भामसं पदाधिकारी डरा-धमका रहे हैं. इसकी युनियन पहले भी कांकरोली थाने से लेकर पुलिस व प्रशासन को परिवाद दे चुका है, मगर उनकी शिकायत व रिपोर्ट पर कार्रवाई नहीं हो रही है.

इसे भी पढ़ें- 10 वर्षों में ऐतिहासिक परिवर्तनों का साक्षी बना यह देश : दीप्ति माहेश्वरी - Lok Sabha elections 2024

श्रमिक संगठनों में वर्चस्व का झगड़ा : कांकरोली में इन दिनों दो श्रमिक संगठन भारतीय मजदूर संघ और जेके टायर एम्प्लाइज युनियन इंटक के कार्यकर्ताओं के बीच तनातनी चल रही है. भामसं अध्यक्ष हिम्मत सिंह व अन्य पदाधिकारियों ने कलेक्टर व एसपी को ज्ञापन देकर इंटक पदाधिकारियों पर डराने, धमकाने के आरोप लगाए व कार्रवाई की मांग की. उसके दूसरे दिन इंटक अध्यक्ष चुन्नीलाल पंचोली के नेतृत्व में श्रमिकों ने कलेक्टर व एसपी को ज्ञापन देकर भामसं के आरोपों को झूठा बताते हुए जेके टायर फैक्ट्री में लगे सीसीटीवी फुटेज के आधार पर निष्पक्ष जांच करने की मांग की गई. साथ ही इंटक युनियन ने 17 मई 2024 को कर्मचारियों के साथ मिल आधे दिन का कार्य बहिष्कार कर विरोध प्रदर्शन किया था. उनकी मांग थी कि जेके टायर फैक्ट्री में कार्यरत कर्मचारियों के लिए एलटीए नियम लागू कर वेतन, भत्ते व नियमित नौकरी आदि के परिलाभ दिलाने की कार्रवाई तय समयावधि में पूरी हो. बाद में जेके टायर एंड इंडस्ट्रीज लिमिटेड के अधिकारियों ने एलटीए को 31 मई 2024 तक पूर्ण रूप से लागू करने का लिखित आश्वासन दिया, तो कार्मिक काम पर लौट गए. इस तरह जेके टायर फैक्ट्री में फिलहाल इंटक को बहुमत है, मगर भारतीय मजदूर संघ अपना वर्चस्व कायम रखने के लिए अधिकाधिक सदस्य जोड़ने में जुटा हुआ है.

भामसं का आरोप है कि इंटक पदाधिकारियों की ओर से उन्हें डराया-धमकाया जा रहा है, जबकि इंटक युनियन ने भामसं कार्मिकों से खतरा बताया है. हालांकि यह झगड़ा सियासी है. इंटक यूनियन एक तरह से कांग्रेस समर्थित है, तो भारतीय मजदूर संघ भाजपा से समर्थित है. इसलिए भामसं व इंटक युनियन के इस झगड़े को भी सियासी तौर भी देखा जा रहा है.

इसे भी पढ़ें- किर्गिस्तान में फंसे राजस्थान के छात्र, भारत सरकार से लगाई मदद की गुहार, हनुमान बेनीवाल ने कही ये बात - Kyrgyzstan Violence

उप सभापति पंचोली ने यह मैसेज किया वायरल : जेके टायर एम्प्लाइज यूनियन इंटक अध्यक्ष व नगरपरिषद राजसमंद के उप सभापति चुन्नीलाल पंचोली ने वाट्सग्रुप के साथ सोशल मीडिया पर एक मैसेज वायरल किया है. पंचोली ने बताया कि यह मैसेज पुलिस के बड़े अधिकारियों, कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष व इंटक प्रदेशाध्यक्ष जगदीश श्रीमाली को भेजा है, तो जेके टायर कंपनी, पुलिस व प्रशासन को प्रेषित किया है. पंचोली ने लिखा कि " मेरे साथ कुछ भी घटित हो सकती है. 5 दिन से उन्हें परेशान किया जा रहा है. पुलिस व प्रशासन द्वारा परेशान किया जा रहा है. पंचोली ने लिखा कि मैं मर जाऊ तो परवाह नहीं. मजदूर भाईयों के लिए हर स्तर पर संघर्षरत रहूंगा. अंत में लिखा कि सत्य परेशान हो सकता है, पराजित नहीं. इंटक युनियन जिंदाबाद, मजदूर एकता जिंदाबाद, मजदूर भाई भाई. "

" इंटक यूनियन पदाधिकारियों के खिलाफ एक परिवाद आया है, जिसकी जांच के लिए जेके पुलिस चौकी के माध्यम से फोन कर बुलाया गया है, मगर वे नहीं आ रहे हैं. बार-बार फोन करने के बाद भी इंटक अध्यक्ष चुन्नीलाल पंचोली व अन्य पदाधिकारी नहीं आ रहे हैं. पुलिस द्वारा कोई डराया नहीं गया है, आरोप झूठे है" - हनवंतसिंह, थाना प्रभारी कांकरोली

राजसमंद में भामसं और इंटक के बीच की राड़ (वीडियो : ईटीवी भारत)

राजसमंद. शहर में नगरपरिषद उप सभापति व जेके टायर फैक्ट्री एम्पलाइज यूनियन कांकरोली इंटक के अध्यक्ष चुन्नीलाल पंचोली ने खुद के साथ मारपीट व अनैतिक घटना की आशंका जताई है. इसके लिए उन्होंने सोशल मीडिया पर एक मैसेज वायरल किया है. पंचोली ने पुलिस व प्रशासन पर भी परेशान करने के आरोप लगाए हैं. उन्होंने कांग्रेस कमेटी के नेताओं से उनका सहयोग करने की अपील की है. पंचोली ने आरोप लगाया है कि राज्य सरकार कांकरोली थाना पुलिस पर अनैतिक दबाव बना रही है. दो दिन पहले ही पंचोली ने जेके टायर फैक्ट्री में कार्यरत भारतीय मजदूर संघ से जुड़े एक दर्जन से ज्यादा कर्मचारियों से खुद को खतरा बताते हुए पाबंद करने का आग्रह किया था. इसके लिए पंचोली ने जिला पुलिस अधीक्षक मनीष त्रिपाठी से भी मुलाकात की थी. ऐसे में रविवार को उन्होंने सोशल मीडिया पर मैसेज वायरल किया है.

पंचोली का आरोप है कि भामसं अध्यक्ष हिम्मत सिंह, मोतीलाल कुमावत सहित एक दर्जन से ज्यादा पदाधिकारी जबरन जेके टायर फैक्ट्री में काबिज होना चाहते हैं, जबकि उनके पास कर्मचारियों का बहुमत ही नहीं है. फैक्ट्री में भामसं के अभी सिर्फ 40 से 50 सदस्य हैं, जबकि इंटक युनियन के पास 1200 से ज्यादा कार्यकर्ता हैं और उनका बहुमत है. पंचोली का आरोप है कि भारतीय मजदूर संघ जो कि भाजपा से समर्थित है, इंटक कार्यकर्ताओं को डराता-धमकाता है. साथ ही वह संगठन पुलिस-प्रशासन के माध्यम से झूठे मुकदमों में फंसाने की साजिश रच रहा है.

पंचोली ने एसपी को दिए परिवाद में आरोप लगाया कि भामसं पदाधिकारी धमका रहे हैं कि अभी प्रदेश में उनकी यानी भाजपा की सरकार है, ऐसे में वो रास्ते में मिलने पर हाथ-पैर तोड़ देंगे. साथ ही जेके फैक्ट्री में तोड़फोड़ कर उन्हें झूठे मुकदमे में फंसा देंगे. पंचोली ने बताया कि फैक्ट्री में कार्यरत कैलाश मीणा के साथ मारपीट कर जातिगत गाली गलौज कर डराया व धमकाया गया, जिसकी पहले ही कांकरोली थाने में रिपोर्ट दी हुई है. जेके टायर फैक्ट्री से नौकरी से निकालने तक की धमकी दी जा रही है. आरोप है कि जेके टायर फैक्ट्री की तीनों ही शिफ्ट में आते व जाते समय भामसं कार्यकर्ता धमका रहे हैं. पंचोली ने परिवाद में लिखा है कि 1 मई से लगातार भामसं पदाधिकारी डरा-धमका रहे हैं. इसकी युनियन पहले भी कांकरोली थाने से लेकर पुलिस व प्रशासन को परिवाद दे चुका है, मगर उनकी शिकायत व रिपोर्ट पर कार्रवाई नहीं हो रही है.

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श्रमिक संगठनों में वर्चस्व का झगड़ा : कांकरोली में इन दिनों दो श्रमिक संगठन भारतीय मजदूर संघ और जेके टायर एम्प्लाइज युनियन इंटक के कार्यकर्ताओं के बीच तनातनी चल रही है. भामसं अध्यक्ष हिम्मत सिंह व अन्य पदाधिकारियों ने कलेक्टर व एसपी को ज्ञापन देकर इंटक पदाधिकारियों पर डराने, धमकाने के आरोप लगाए व कार्रवाई की मांग की. उसके दूसरे दिन इंटक अध्यक्ष चुन्नीलाल पंचोली के नेतृत्व में श्रमिकों ने कलेक्टर व एसपी को ज्ञापन देकर भामसं के आरोपों को झूठा बताते हुए जेके टायर फैक्ट्री में लगे सीसीटीवी फुटेज के आधार पर निष्पक्ष जांच करने की मांग की गई. साथ ही इंटक युनियन ने 17 मई 2024 को कर्मचारियों के साथ मिल आधे दिन का कार्य बहिष्कार कर विरोध प्रदर्शन किया था. उनकी मांग थी कि जेके टायर फैक्ट्री में कार्यरत कर्मचारियों के लिए एलटीए नियम लागू कर वेतन, भत्ते व नियमित नौकरी आदि के परिलाभ दिलाने की कार्रवाई तय समयावधि में पूरी हो. बाद में जेके टायर एंड इंडस्ट्रीज लिमिटेड के अधिकारियों ने एलटीए को 31 मई 2024 तक पूर्ण रूप से लागू करने का लिखित आश्वासन दिया, तो कार्मिक काम पर लौट गए. इस तरह जेके टायर फैक्ट्री में फिलहाल इंटक को बहुमत है, मगर भारतीय मजदूर संघ अपना वर्चस्व कायम रखने के लिए अधिकाधिक सदस्य जोड़ने में जुटा हुआ है.

भामसं का आरोप है कि इंटक पदाधिकारियों की ओर से उन्हें डराया-धमकाया जा रहा है, जबकि इंटक युनियन ने भामसं कार्मिकों से खतरा बताया है. हालांकि यह झगड़ा सियासी है. इंटक यूनियन एक तरह से कांग्रेस समर्थित है, तो भारतीय मजदूर संघ भाजपा से समर्थित है. इसलिए भामसं व इंटक युनियन के इस झगड़े को भी सियासी तौर भी देखा जा रहा है.

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उप सभापति पंचोली ने यह मैसेज किया वायरल : जेके टायर एम्प्लाइज यूनियन इंटक अध्यक्ष व नगरपरिषद राजसमंद के उप सभापति चुन्नीलाल पंचोली ने वाट्सग्रुप के साथ सोशल मीडिया पर एक मैसेज वायरल किया है. पंचोली ने बताया कि यह मैसेज पुलिस के बड़े अधिकारियों, कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष व इंटक प्रदेशाध्यक्ष जगदीश श्रीमाली को भेजा है, तो जेके टायर कंपनी, पुलिस व प्रशासन को प्रेषित किया है. पंचोली ने लिखा कि " मेरे साथ कुछ भी घटित हो सकती है. 5 दिन से उन्हें परेशान किया जा रहा है. पुलिस व प्रशासन द्वारा परेशान किया जा रहा है. पंचोली ने लिखा कि मैं मर जाऊ तो परवाह नहीं. मजदूर भाईयों के लिए हर स्तर पर संघर्षरत रहूंगा. अंत में लिखा कि सत्य परेशान हो सकता है, पराजित नहीं. इंटक युनियन जिंदाबाद, मजदूर एकता जिंदाबाद, मजदूर भाई भाई. "

" इंटक यूनियन पदाधिकारियों के खिलाफ एक परिवाद आया है, जिसकी जांच के लिए जेके पुलिस चौकी के माध्यम से फोन कर बुलाया गया है, मगर वे नहीं आ रहे हैं. बार-बार फोन करने के बाद भी इंटक अध्यक्ष चुन्नीलाल पंचोली व अन्य पदाधिकारी नहीं आ रहे हैं. पुलिस द्वारा कोई डराया नहीं गया है, आरोप झूठे है" - हनवंतसिंह, थाना प्रभारी कांकरोली

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