लखनऊ : राजधानी के बाबू बनारसी दास थाना अंतर्गत रहने वाली महिला दरोगा का दो युवकों ने उसके घर से ही अपहरण कर लिया. युवक महिला दरोगा को कार में खींचकर ले गए. अपहरण करने वालों ने महिला दरोगा पर दबाव बनाया कि उनके साथी पर दर्ज कराए गए मुकदमे को वह वापस ले. इस दौरान महिला दरोगा को जान से मारने की धमकी भी दी गई. साथ ही कहा कि महिला दरोगा के परिजनों को भी मार देंगे. किसी तरह महिला दरोगा अपहरणकर्ताओं के चुंगल से छूटी. महिला दरोगा ने घटना की रिपोर्ट बाबू बनारसी दास थाने में दर्ज कराई है. पुलिस जांच पड़ताल में जुटी हुई है.
महिला दरोगा मूल रूप से बाबू बनारसी दास इलाके की ही रहने वाली है. महिला दरोगा ने बताया कि प्रयागराज निवासी अंशुमान पांडे उसकी फोटो एडिट कर सोशल मीडिया पर वायरल कर बदनाम करने की धमकी देता है. वह कई महीनों से उसे ब्लैकमेल कर पैसों की डिमांड करता है. अंशुमान की इन हरकतों से परेशान होकर महिला दरोगा ने उसके लगभग 37 मोबाइल नंबर ब्लॉक कर दिए. इसके बाद भी अंशुमन पांडे ने महिला दरोगा का पीछा नहीं छोड़ा. महिला दरोगा के मुताबिक अंशुमान लगातार उसे धमकी देकर पैसा वसूलने का प्रयास करता रहा. इसके बाद महिला दरोगा ने हजरतगंज महिला थाने में अंशुमान के खिलाफ मुकदमा भी दर्ज कराया था. फिलहाल इस मुकदमे में आयुष्मान की गिरफ्तारी नहीं हुई है. महिला दरोगा के मुताबिक इसका फायदा उठाकर अंशुमान ने केस को वापस लेने के लिए दबाव बनाना शुरू कर दिया.
महिला दरोगा के मुताबिक 11 सितंबर की रात करीब 12 बजे घर का दरवाजा खटखटाने पर जब वह बाहर निकलीं तो दो युवकों ने उसका अपहरण कर लिया. रास्ते में अपहरणकर्ताओं ने डरा-धमका कर सादे कागजों पर हस्ताक्षर करा लिए. इसके साथ ही धमकी दी कि यदि अंशुमन पांडे के ऊपर दर्ज कराए गए मुकदमे को वापस नहीं लिया तो उसे और उसके परिजनों को जान से मार देंगे. इसी दौरान जब युवकों को पता चला कि महिला दरोगा ने 112 डायल कर दिया है तो उसे छोड़कर भाग निकले. इस बारे में बीबीडी थाना प्रभारी अजय नारायण ने बताया कि पीड़ित महिला दरोगा की तहरीर पर मुकदमा पंजीकृत कर लिया गया है. मामले की जांच पड़ताल की जा रही है.