इंदौर: इंदौर शहर को भिक्षुक मुक्त करने के अभियान के तहत कार्रवाई की जा रही रही है. महिला बाल विकास अधिकारी दिनेश मिश्रा के नेतृत्व में करीब 14 अलग-अलग टीम ने शहर के विभिन्न इलाकों में जाकर मंदिरों और धार्मिक स्थलों के आसपास भिक्षावृत्ति करने वाले लोगों को पकड़ा. जिन्हें आवासीय व्यवस्था एवं सुधार अभियान के चलते उज्जैन के सेवा धाम आश्रम भेजा गया है.
महिला बाल विकास की टीम ने गुरुवार को सुबह आठ बजे से कार्रवाई शुरू की और शहर के विभिन्न इलाकों में भिक्षावृत्ति कर रही महिलाओं के अलावा कुछ बुजुर्ग व्यक्तियों को भी पकड़ा.
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इसी दौरान महिला बाल विकास विभाग की टीम को राजवाड़ा के समीप शनि मंदिर पर भिक्षावृत्ति करते हुए एक महिला मिली. जांच करने पर उसकी साड़ी के भीतर छुपा कर रखे गए 75 हजार से ज्यादा रुपये मिले. परियोजना अधिकारी दिनेश मिश्रा ने बताया कि महिला ने 10 से 12 दिन में भिक्षावृत्ति कर यह राशि इकट्ठा की थी. महिला इंदौर के पालदा इलाके की रहने वाली है.
महिला बाल विकास की टीम ने भिक्षुओं को सेवा धाम आश्रम में भेजा
इसके अलावा शहर में कुछ ऐसे परिवार भी है जो 7 से 8 बार भिक्षावृत्ति करने के चलते पकड़े जा चुके हैं. वे लगातार भिक्षावृत्ति के पेशे से ही जुड़े हुए हैं. फिलहाल सभी भिक्षुओं को उज्जैन के सेवा धाम आश्रम में भेजा गया है, जहां उनकी काउंसलिंग कराकर उन्हें भिक्षा वृत्ति छोड़कर समाज की मुख्य धारा में वापस लाने का प्रयास किया जा रहा है.