मनेंद्रगढ़ चिरमिरी भरतपुर: एमसीबी जिले के केल्हारी और बिहारपुर गांव में हाथियों का दल मुसीबत का कारण बन चुके हैं. इन इलाकों में रात के समय हाथियों के हमले बढ़ जाते हैं. भोजन की तलाश में गजराज जंगल से निकलकर रिहायशी इलाकों में पहुंच चुके हैं. शनिवार रात को हाथियों ने दो घरों में तोड़फोड़ की और लोगों को बेघर कर दिया. गांव वाले परेशान हैं और रात को हाथियों के डर से जागने को मजबूर हैं.
हाथी के डर से कहां जाए साहब ? : केल्हारी और बिहारपुर गांव के लोगों ने मीडिया को बताया कि" हाथियों के डर से जीना दूभर हो गया है. रात के समय गजराज की दहशत और बढ़ जाती है. हम तो सुरक्षित हैं लेकिन घर को हम कहां ले जाए साहब जी, बेकाबू हाथियों ने हमें बेघर कर दिया है. हमारी आर्थिक स्थिति तो पहले ही खराब थी, अब हाथियों के हमले ने हमारी मुश्किलें और बढ़ा दी है. ऐसे में हम लोग अब कहां जाएं साहब"
बीते चार दिनों से हाथियों का तांडव जारी: केल्हारी और बिहारपुर के घुटरा में हाथियों ने सबसे ज्यादा नुकसान पहुंचाया है. यहां के निवासी लालजी यादव के घर को हाथियों ने तोड़ दिया. उसके बाद उनके खेत में लगी फसलों को भी हाथियों ने नुकसान पहुंचाया है. गांव के अन्य लोगों को भी परेशानी हो रही है. हाथियों ने शनिवार रात को कुल दो घरों को तबाह कर दिया है.
"हमारी टीम हाथियों के विचरण की निगरानी कर रही है. समय समय पर हम गांव वालों को सतर्क कर रहे हैं. लोगों को जंगल की ओर जाने से मना किया जा रहा है. उम्मीद है कि ग्यारह हाथियों का दल अब अमृत धारा की ओर बढ़ जाएगा": रामसागर कुर्रे, वन परिक्षेत्र अधिकारी, मनेंद्रगढ़ वन मंडल
हाथियों के हमले से नुकसान का वन विभाग ने किया मुआयना: हाथियों के हमले से नुकसान का वन विभाग ने मुआयना किया है. अभी तक मुआवजा राशि हाथी प्रभावित लोगों को नहीं मिली है.