मनेंद्रगढ़ चिरमिरी भरतपुर: भरतपुर और कोरिया वन मंडल के वनपरिक्षेत्र कोटाडोल में रविवार के दिन जंगल में तीन भालुओं ने एक ग्रामीण पर हमला कर दिया. ग्रामीण अपने परिवार के साथ जंगल में तेंदूपत्ता तोड़ने गया था इसी दौरान मादा भालू और उसके दो शावक वहां पहुंच गए. तीनों ने मिलकर ग्रामीण पर हमला कर दिया.
तेंदूपत्ता तोड़ने गए परिवार को तीन भालुओं ने घेरा: कोटाडोल ग्राम पंचायत का रहने वाला संतलाल सिंह पत्नी कलावती और बेटी संजना के साथ जुर्ला नदी के पास तेंदूपत्ता तोड़ने गया हुआ था. जंगल में पूरा परिवार तेंदूपत्ता तोड़ रहा था तभी अचानक मादा भालू अपने दो शावकों के साथ वहा पहुंच गयी. अचानक आमना सामना होने पर भालुओं ने संतलाल पर हमला करने की कोशिश की. भालुओं को देखकर संतलाल की बेटी संजना ने जब मौके पर हल्ला मचाया तो शावकों ने उस पर भी हमला करने की कोशिश की. बेटी पर हमला होता हुआ देख पिता संतलाल बीच बचाव करते हुए तीनों भालुओं से भिड़ गया. जिससे भालुओं ने उसे गंभीर रूप से घायल कर दिया. उसके सिर और हाथ पैर पर गंभीर रूप से चोट आई है.
भालुओं के हमले से पिता की हालत गंभीर: भालुओं के हमले के बीच पत्नी और बेटी के हल्ला मचाने के बाद तीनों जंगली जानवर मौके से भाग गए. पीड़ित की पत्नी और आसपास तेंदूपत्ता तोड़ रहे लोगों की मदद से घायल संतराम को गांव तक लाया गया. इसकी सूचना वन विभाग के आला अधिकारियों को दी गई. उनकी मदद से घायल को इलाज के लिये सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र जनकपुर लाया गया. प्राथमिक इलाज के बाद घायल की गंभीर स्थिति को देखते हुए उसे शहडोल जिला चिकित्सालय रेफर किया गया. वन विभाग को सूचना मिलते ही वन परिक्षेत्राधिकारी की तरफ से तात्कालिक सहायता राशि के रूप में परिजनों को दो हजार रुपये दिया गया.