गोरखपुर : सोनबरसा बाजार में रविवार रात बेटी और भतीजी के साथ जा रहे बाइक सवार पर हाईटेंशन तार टूटकर गिर गया था. बाइक समेत तीनों की जिंदा जलकर मौत हो गई थी. आग इतनी भयंकर थी कि कुछ ही देर में तीनों के शव कंकाल में तब्दील हो गए थे. घटना के बाद परिवार समेत अन्य लोगों ने हंगामा कर दिया था. अब इस मामले की जांच के लिए टीम गठित कर दी गई है. टीम 48 घंटे में अपनी रिपोर्ट देगी. इसके बाद कार्रवाई की जाएगी. वहीं पूर्वांचल विद्युत वितरण निगम के प्रबंध निदेशक ने मृतकों के परिजनों के लिए 5-5 लाख रुपये की आर्थिक सहायता मुहैया कराने की बात कही है.
बिशनपुर के रहने वाले शिवराज निषाद (30) अपनी 2 साल की बेटी अदिति और 9 साल की भतीजी अनु के साथ सोनबरसा बाजार से सब्जी खरीदकर लौट रहे थे. इस दौरान सरदारनगर की ओर नहर रोड की तरफ उन्होंने बाइक मोड़ी ही थी कि ऊपर से गुजर रही हाईटेंशन लाइन का तार टूटकर बाइक पर गिर गया.
हाईवोल्टेज के कारण कोई बचाने का साहस नहीं कर पाया : करंट से बाइक में आग लग गई. शिवराज समेत दोनों बच्चियां जिंदा जलने लगी. मौके पर लोगों की भीड़ जुट गई. तार में बिजली सप्लाई के कारण कोई उन्हें बचाने का साहस नहीं जुटा पाया. कुछ दुकानदारों ने अग्निशमन उपकरणों से आग पर काबू पाने की कोशिश की, लेकिन नाकाम रहे. कुछ ही देर में तीनों की मौत हो गई.
लोगों ने किया प्रदर्शन : घटना के बाद स्थानीय लोग सड़कों पर उतर आए. बिजली विभाग पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए उन्होंने प्रदर्शन करना शुरू कर दिया. इससे हाईवे पर जाम लग गया. लोगों का कहना था कि जर्जर तारों और खंभों को लेकर पहले भी शिकायतें की गई थीं, लेकिन विभाग ने इस ओर कोई ध्यान नहीं दिया.
सप्लाई काटने में लगा ज्यादा समय : प्रत्यक्षदर्शियों का आरोप है कि सूचना दिए जाने के बावजूद कर्मियों को बिजली सप्लाई काटने में अधिक समय लग गया. अगर बिजली समय पर काट दी जाती तो शायद इनकी जान बचाई जा सकती थी. पुलिस ने मौके पर पहुंचकर शवों को कब्जे में लेने की कोशिश की, लेकिन गुस्साए लोगों ने विरोध कर दिया.
लोग बोले- दोषी अधिकारियों पर हो कार्रवाई : हादसे से पहले ही लाइन पर एक बंदर उछल-कूद कर रहा था. जर्जर होने के कारण तार टूट गया. लोगों ने दोषी अधिकारियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की. क्षेत्रीय भाजपा विधायक सरवन कुमार निषाद भी मौके पर पहुंचे. उन्होंने परिजनों का सांत्वना दी. उन्होंने लोगों को समझाकर उन्हें शांत कराया.
परिवार का इकलौता कमाने वाला सदस्य था शिवराज : घटना से परिवार पर दुखों का पहाड़ टूट पड़ा है. परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है. शिवराज अपने परिवार के एकमात्र कमाने वाला सदस्य था. पूर्वांचल विद्युत वितरण निगम के प्रबंध निदेशक शंभू कुमार ने मृतकों के परिजनों को पांच-पांच लाख रुपए की आर्थिक सहायता देने की बात कही है. एक अधीक्षण अभियंता और अधिशासी अभियंता की दो सदस्यीय टीम भी जांच के लिए गठित कर दी है.
तार टूटने के बाद लाइन क्यों नहीं हुई ट्रिप : टीम 48 घंटे में रिपोर्ट देगी. इसके आधार पर विभागीय कार्रवाई की जाएगी. बिजली विभाग के गोरखपुर के मुख्य अभियंता आशुतोष कुमार श्रीवास्तव ने बताया कि एक्सईएन प्रथम हंसराज रस्तोगी के अनुसार बंदर के तार पर कूदने से यह घटना घटी है. पता लगाया जाएगा कि तार टूटने के बाद लाइन ट्रिप क्यों नहीं हुई. वहीं बिजली निगम के जानकारों का कहना कि हाई टेंशन लाइन का तार टूटकर जैसे ही जमीन को छूता है वह ट्रिप कर जाता है, लेकिन इस घटना में तार बाइक पर गिरा.
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