फतेहाबाद: हरियाणा के जिला फतेहाबाद में भट्टू ब्लॉक समिति की तरह रतिया ब्लॉक समिति अध्यक्ष के खिलाफ लाया गया अविश्वास प्रस्ताव भी रद्द हो गया है. जिससे कांग्रेस समर्थक पंचायत समिति अध्यक्ष केवल कृष्ण मेहता की कुर्सी बच गई. उनके खिलाफ लाए गए अविश्वास प्रस्ताव पर शुक्रवार को मतदान होना था, लेकिन बैठक में तय समय में विरोधी गुट के 12 सदस्य ही पहुंचे. जबकि रतिया के विधायक जरनैल सिंह के साथ अध्यक्ष केवल मेहता अकेले आए थे. बैठक के लिए जरुरी दो तिहाई सदस्य न पहुंचने पर एडीसी राहुल मोदी ने अविश्वास प्रस्ताव रद्द होने की घोषणा की है.
बच गई कृष्ण मेहता की कुर्सी: रतिया पंचायत समिति के अध्यक्ष केवल कृष्ण मेहता की कुर्सी आखिरकार बच गई. आज चेयरमैन के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव को लेकर वोटिंग होनी थी. वोटिंग में 12 ही सदस्य पहुंचे, जबकि 15 सदस्य पहुंचने के बाद ही कोरम पूरा होना था. इसके बाद अविश्वास प्रस्ताव पास नहीं हो पाया और केवल कृष्ण मेहता की कुर्सी बच गई. गौरतलब है कि प्रशासन द्वारा पहले 3 तारीख वोटिंग के लिए दी गई थी. लेकिन एडीसी के न पहुंचने के कारण वोटिंग नहीं हो पाई. इसके बाद केवल कृष्ण मेहता ने हाई कोर्ट का रुख किया और आज हाईकोर्ट के आदेश के बाद वोटिंग का समय निर्धारित किया गया.
कृष्ण मेहता को मिला विधायक जरनैल सिंह का साथ: वोटिंग में 15 सदस्य पहुंचने थे, लेकिन 12 सदस्य ही पहुंचे. इसलिए वोटिंग का कोरम पूरा नहीं हो पाया और अविश्वास प्रस्ताव गिर गया. इस दौरान रतिया के विधायक जरनैल सिंह भी केवल कृष्ण मेहता के साथ खड़े नजर आए. मीडिया से बातचीत करते हुए केवल कृष्णा मेहता ने कहा कि इस प्रकार की राजनीति नहीं करनी चाहिए. वह आज अपनी कुर्सी बचाने में कामयाब हो रहे हैं और अपने सदस्यों का धन्यवाद करते हैं. विधायक जरनैल सिंह ने कहा कि इस प्रकार की ओर से राजनीति शोभा नहीं देती और आज अविश्वास प्रस्ताव मुंह के बल गिर गया है और सच्चाई की जीत हुई है.
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