भरतपुर. केंद्र में ओबीसी आरक्षण की मांग को लेकर जयचोली में महापड़ाव स्थल पर शुरू किया गया आमरण अनशन मंगलवार को समाप्त हो गया. राज्य सरकार से सकारात्मक वार्ता और तीन दिन में केंद्र सरकार से वार्ता के आश्वासन के बाद अनशनकारियों को जूस पिलाकर अनशन समाप्त करवाया गया. हालांकि, संयोजक नेम सिंह फौजदार का कहना है कि आरक्षण मिलने तक महापड़ाव जारी रहेगा.
राज्य सरकार की ओर से गठित चार सदस्यों की कमेटी एवं भरतपुर-धौलपुर जाट आरक्षण संघर्ष समिति के संयोजक नेम सिंह फौजदार के नेतृत्व में आठ सदस्यों की कमेटी के बीच सोमवार को जयपुर में वार्ता हुई. राज्य सरकार की तरफ से मंत्री कन्हैयालाल चौधरी, मंत्री अविनाश गहलोत, गृह सचिव आनंद कुमार, प्रमुख सचिव कार्मिक विभाग हेमंत गेरा ने भाग लिया.
महापड़ाव जारी रहेगाः भरतपुर-धौलपुर जाट आरक्षण संघर्ष समिति के संयोजक नेम सिंह फौजदार ने मंगलवार को जयचोली पहुंचकर कहा कि हम पहले ही तय कर चुके हैं कि जब तक आरक्षण नहीं मिलेगा, तब तक महापड़ाव जारी रहेगा. राज्य सरकार ने हमको वार्ता के लिए बुलाया था. राज्य सरकार द्वारा गठित कमेटी के सदस्यों ने हमको लिखित में आश्वासन दिया है कि तीन दिन के अंदर केंद्र सरकार से वार्ता होगी और आरक्षण कहां रुका हुआ है उस पर काम किया जाएगा.
नेम सिंह ने बताया कि 3 दिन के अंदर राज्य सरकार की कमेटी और जाट कमेटी दिल्ली जाएगी और केंद्र सरकार की कमेटी के साथ आरक्षण की प्रक्रिया पर बात करेगी. सरकार ने हमको आश्वासन दिया है कि आरक्षण रुकने के क्या कारण रहे हैं और क्या तकनीकी पेच रहा है, उस पर काम किया जाएगा. खासकर यदि कुछ संशोधन करना है तो उसको भी किया जाएगा.
आमरण अनशन समाप्तः संघर्ष समिति की जानकारी के बाद जयचोली में अनशन कर रहे अनशनकारियों ने सर्वसम्मति से आमरण अनशन को समाप्त करने का निर्णय लिया. जिला प्रशासन की तरफ से तहसीलदार, नायब तहसीलदार उच्चैन एवं एसएचओ उच्चैन ने अनशनकारियों को जूस पिलाया, जिसके बाद आमरण अनशन को समाप्त किया गया. गौरतलब है कि केंद्र में ओबीसी आरक्षण को लेकर 17 जनवरी से जयचोली गांव में जाट समाज का महापड़ाव चल रहा है. नेम सिंह फौजदार ने बताया कि गांव जयचोली में शांतिपूर्वक महापड़ाव को जारी रहेगा.