नूंह:हरियाणा के नूंह में हिमाचल से भी ज्यादा सर्दी पड़ रही है. रात के समय पारा लगातार गिरता जा रहा है. ठंड जानलेवा साबित हो रही है. ऐसे में भी बिजली विभाग सिंचाई के लिए दिन के बजाय रात में बिजली आपूर्ति कर रहा है. रात्रि के समय सिंचाई करने से किसान बेहद परेशान है. आम इंसान सर्दी के सितम से जहां रजाई, कंबल इत्यादि में घरों में आसानी से रात बिता रहा हैं. तो वहीं, किसान खुले आसमान में गेहूं के खेतों की सिंचाई में लगा हुआ है.
बिजली विभाग से किसान परेशान: दरअसल, बिजली विभाग ट्यूबवेल के लिए तकरीबन 6-8 घंटे बिजली आपूर्ति कर रहा है और उसमें भी अधिकतर बिजली रात के समय ही किसानों को दी जाती है. सर्दी के सितम को देखते हुए किसानों ने बिजली विभाग में सरकार से मांग की है कि कड़ाके की ठंड को देखते हुए उन्हें रात्रि के बजाय दिन में बिजली आपूर्ति की जाए. ताकि वह आसानी से अलाव इत्यादि का सहारा लेकर अपने खेतों की सिंचाई कर सकें.
'रात नहीं दिन को की जाए बिजली आपूर्ति': किसानों का कहना है कि यह कोई पहला मामला नहीं है. हर साल सर्दी के मौसम में रात के समय ही किसानों को सिंचाई के लिए बिजली आपूर्ति की जाती है. इसे दिन में किया जाना चाहिए. ताकि उनको किसी प्रकार की कोई दिक्कत ना हो. छुट्टी का दिन होने की वजह से बिजली विभाग के अधिकारी व कर्मचारी इस पर कोई बयान नहीं दे रहे हैं. लेकिन किसानों ने दो टूक कहा है कि उन्हें रात के बजाय दिन में बिजली आपूर्ति की जानी चाहिए. अभी भी अगले कुछ दिनों में कड़ाके की ठंड पड़ने वाली है और गेहूं की फसल में लगातार सिंचाई की जानी है. लिहाजा उनकी इस मांग पर बिजली विभाग को जल्द से जल्द कार्रवाई करनी चाहिए.
ये भी पढ़ें: उदयभान के बयान पर भड़के मंत्री गौरव गौतम, कहा-अन्नदाता हैं किसान, सरकार उनके कल्याण के लिए कर रही काम
ये भी पढ़ें: कलयुगी मां की काली करतूत, नवजात बच्ची को नहर में फेंका... मौत