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अफसरों की लापरवाही से पिथौरागढ़ के काश्तकारों को नहीं मिल रही उर्वरक खाद, डीसीओ के बयान ने चौंकाया

Farmers facing problems for fertilizer in Pithoragarh सीमांत जनपद पिथौरागढ़ के काश्तकार साधन सहकारी समितियों के केंद्रों पर उर्वरक खाद नहीं मिलने से परेशान हैं. काश्तकारों का कहना है कि सिर्फ साधन सहकारी समिति बेरीनाग और राईआगर में उर्वरक खाद मिल रही है. चार केंद्रों पर खाद नहीं मिलने से उन्हें खाद के लिए लंबी दूरी तय करनी पड़ रही है. इस मामले पर जहां काश्तकारों ने नाराजगी जताई है, वहीं जिला सहकारी अधिकारी का चौंकाने वाला बयान सामने आया है.

fertilizer in Pithoragarh
काश्तकार पिथौरागढ़
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By ETV Bharat Uttarakhand Team

Published : Feb 14, 2024, 11:56 AM IST

पिथौरागढ़: काश्तकारों को बेहतर सुविधा देने के लिए केंद्र सरकार के द्वारा प्रधानमंत्री समृद्धि केंद्र खोले गये हैं. सहकारिता विभाग के साधन सहकारी समितियों में केंद्र खोले गये हैं. लेकिन अधिकारियों की लापरवाही के कारण योजना का लाभ काश्तकारों को नहीं मिल पा रहा है. विकास खंड बेरीनाग में खोले गये कई प्रधानमंत्री समृद्धि केंद्रों में काश्तकारों को समय समय पर मिलने वाली उर्वरक खाद नसीब नहीं हो रही है.

उर्वरक खाद नहीं मिलने से काश्तकार परेशान: बेरीनाग विकास खंड में साधन सहकारी समिति बेरीनाग और राईआगर में उर्वरक खाद मिल रही है. ग्रामीणों का कहना है कि साधन सहकारी समिति कांडे, गढतीर, दंतोला, भट्टीगांव आदि समितियों में उर्वरक खाद नहीं मिल रही है. इस कारण काश्तकारों के घर के पास समिति केन्द्र होने के बाद भी उनको बेरीनाग और राईआगर जाने के लिए मजबूर होना पड़ रहा है. इससे उनकी धनराशि खर्च होने के साथ समय बर्बाद हो रहा है.

समय पर नहीं आती है उर्वरक खाद: गेहूं और धान की फसल के लिए काश्तकारों को उर्वरक खाद की आवश्यकता होती है. लेकिन समय पर उर्वरक खाद नहीं मिलने से भी परेशानी होती है. गेहूं की फसल में नवंबर में उर्वरक खाद डालना शुरू करते हैं. लेकिन तीन माह के बाद उर्वरक खाद्य मिल रही है. समय पर यदि फसलों को खाद मिलती तो फसल अवश्य अच्छी होती.

जिला पंचायत सदस्य ने क्या कहा: पिंकी कार्की जिला पंचायत सदस्य ने बताया कि साधन सहकारी समिति कांडे किरौली में प्रधानमंत्री समृद्धि केंद्र है. लेकिन यहां पर पिछले दो वर्षों से उर्वरक खाद नहीं मिल रही है. इससे बेरीनाग जाना पड़ रहा है. पिंकी ने कहा कि इस आवागमन में ही काश्तकारों के मोटी धनराशि खर्च हो रही है. शीघ्र यहां पर उर्वरक खाद नहीं मिलने पर सहकारिता मंत्री और डीएम से शिकायत करूंगी.

किसान कांग्रेस नेता का बयान: वहीं रेखा भंडारी प्रदेश सचिव किसान कांग्रेस ने कहा कि सरकार के द्वारा सिर्फ खानापूर्ति के लिए प्रधानमंत्री समृद्धि केंद्र खोले गये हैं. इन केंद्रों में काश्तकारों को कोई लाभ नहीं मिल रहा है. उर्वरक खाद के लिए दर भटकना पड़ रहा है. सरकार काश्तकारों के प्रति बिल्कुल भी गंभीर नहीं है. कांग्रेस इसको लेकर शीघ्र आंदोलन करेगी.

प्रधान संगठन अध्यक्ष ने चेतावनी: मनोज कार्की अध्यक्ष प्रधान संगठन बेरीनाग का कहना है कि बेरीनाग विकास खंड में काश्तकारों को सहकारी समितियों में उर्वरक खाद नहीं मिल रही है. इससे काश्तकार परेशान हो रहे हैं. शीघ्र यदि काश्तकारों को केंद्रों पर उर्वरक खाद नहीं दी गयी तो प्रधान संगठन डीएम के सामने इस मुद्दे को उठाएंगे.

जिला सहकारी अधिकारी का तर्क: केशव प्रसाद जिला सहकारी अधिकारी पिथौरागढ़ ने कहा कि साधन सहकारी समिति में उर्वरक खाद बेचने के लिए लाइसेंस नहीं होने से उर्वरक खाद नहीं दी जा रही है. जिला कृषि अधिकारी को लाइसेंस के लिए आवेदन किया है. लाइसेंस मिलते ही सभी केंद्रों में खाद मिलनी शुरू हो जाएगी.
ये भी पढें: लक्सर में डीएपी खाद की किल्लत से किसान परेशान, अधिकारियों पर पल्ला झाड़ने का लगाया आरोप

पिथौरागढ़: काश्तकारों को बेहतर सुविधा देने के लिए केंद्र सरकार के द्वारा प्रधानमंत्री समृद्धि केंद्र खोले गये हैं. सहकारिता विभाग के साधन सहकारी समितियों में केंद्र खोले गये हैं. लेकिन अधिकारियों की लापरवाही के कारण योजना का लाभ काश्तकारों को नहीं मिल पा रहा है. विकास खंड बेरीनाग में खोले गये कई प्रधानमंत्री समृद्धि केंद्रों में काश्तकारों को समय समय पर मिलने वाली उर्वरक खाद नसीब नहीं हो रही है.

उर्वरक खाद नहीं मिलने से काश्तकार परेशान: बेरीनाग विकास खंड में साधन सहकारी समिति बेरीनाग और राईआगर में उर्वरक खाद मिल रही है. ग्रामीणों का कहना है कि साधन सहकारी समिति कांडे, गढतीर, दंतोला, भट्टीगांव आदि समितियों में उर्वरक खाद नहीं मिल रही है. इस कारण काश्तकारों के घर के पास समिति केन्द्र होने के बाद भी उनको बेरीनाग और राईआगर जाने के लिए मजबूर होना पड़ रहा है. इससे उनकी धनराशि खर्च होने के साथ समय बर्बाद हो रहा है.

समय पर नहीं आती है उर्वरक खाद: गेहूं और धान की फसल के लिए काश्तकारों को उर्वरक खाद की आवश्यकता होती है. लेकिन समय पर उर्वरक खाद नहीं मिलने से भी परेशानी होती है. गेहूं की फसल में नवंबर में उर्वरक खाद डालना शुरू करते हैं. लेकिन तीन माह के बाद उर्वरक खाद्य मिल रही है. समय पर यदि फसलों को खाद मिलती तो फसल अवश्य अच्छी होती.

जिला पंचायत सदस्य ने क्या कहा: पिंकी कार्की जिला पंचायत सदस्य ने बताया कि साधन सहकारी समिति कांडे किरौली में प्रधानमंत्री समृद्धि केंद्र है. लेकिन यहां पर पिछले दो वर्षों से उर्वरक खाद नहीं मिल रही है. इससे बेरीनाग जाना पड़ रहा है. पिंकी ने कहा कि इस आवागमन में ही काश्तकारों के मोटी धनराशि खर्च हो रही है. शीघ्र यहां पर उर्वरक खाद नहीं मिलने पर सहकारिता मंत्री और डीएम से शिकायत करूंगी.

किसान कांग्रेस नेता का बयान: वहीं रेखा भंडारी प्रदेश सचिव किसान कांग्रेस ने कहा कि सरकार के द्वारा सिर्फ खानापूर्ति के लिए प्रधानमंत्री समृद्धि केंद्र खोले गये हैं. इन केंद्रों में काश्तकारों को कोई लाभ नहीं मिल रहा है. उर्वरक खाद के लिए दर भटकना पड़ रहा है. सरकार काश्तकारों के प्रति बिल्कुल भी गंभीर नहीं है. कांग्रेस इसको लेकर शीघ्र आंदोलन करेगी.

प्रधान संगठन अध्यक्ष ने चेतावनी: मनोज कार्की अध्यक्ष प्रधान संगठन बेरीनाग का कहना है कि बेरीनाग विकास खंड में काश्तकारों को सहकारी समितियों में उर्वरक खाद नहीं मिल रही है. इससे काश्तकार परेशान हो रहे हैं. शीघ्र यदि काश्तकारों को केंद्रों पर उर्वरक खाद नहीं दी गयी तो प्रधान संगठन डीएम के सामने इस मुद्दे को उठाएंगे.

जिला सहकारी अधिकारी का तर्क: केशव प्रसाद जिला सहकारी अधिकारी पिथौरागढ़ ने कहा कि साधन सहकारी समिति में उर्वरक खाद बेचने के लिए लाइसेंस नहीं होने से उर्वरक खाद नहीं दी जा रही है. जिला कृषि अधिकारी को लाइसेंस के लिए आवेदन किया है. लाइसेंस मिलते ही सभी केंद्रों में खाद मिलनी शुरू हो जाएगी.
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