नूंह: बुधवार को नूंह में किसानों ने ट्रैक्टर मार्च (Farmers Tractor March In Nuh) निकालकर प्रदर्शन किया. किसानों के मुताबिक आईएमटी रोजका मेव लिए सरकार ने एक दशक पहले 9 गांव के किसानों की जमीन का अधिग्रहण किया था. जिनका मुआवजा उन्हें कम मिला है. मुआवजे की मांग को लेकर किसानों ने ट्रैक्टर मार्च निकाला. ट्रैक्टर मार्च के दौरान पुलिस सुरक्षा पूरी तरह से चाक चौबंद रही. लघु सचिवालय नूंह को छावनी में तब्दील कर दिया गया.
नूंह में किसानों का ट्रैक्टर मार्च: ट्रैक्टर पर सवार होकर किसान धिरधोका गांव से तकरीबन 20 किलोमीटर दूर लघु सचिवालय नूंह पहुंचे और अपनी मांगों से जुड़ा ज्ञापन एसडीएम नूंह विशाल कुमार को सौंपा. आपको बता दें कि सरकार ने रेवासन, कंवरसिका, धिरधोका, खेड़ी कंकर, महरौला इत्यादि नौ गांव के किसानों की तकरीबन 1600 एकड़ भूमि का अधिग्रहण किया था. किसानों का आरोप है कि अधिग्रहण के समय उनसे हलफनामा लिया गया. जिसमें उनका कानूनी अधिकार छीन लिया गया.
मुआवजे की मांग को लेकर किया प्रदर्शन: किसानों ने कहा कि कम मुआवजा दिया गया और प्रदेश के अन्य जिलों में किसानों को अधिक मुआवजा दिया गया. मुआवजे की मांग को लेकर किसान करीब 4 महीने से अनिश्चितकालीन धरना प्रदर्शन (Farmers Protest In Nuh) धिरधोका गांव में कर रहे हैं. किसानों ने दो टूक कहा कि जब तक उनकी मांगे नहीं मानी जाएगी, उनका अनिश्चितकालीन धरना-प्रदर्शन जारी रहेगा.
भारतीय किसान यूनियन के प्रदेश अध्यक्ष रवि आजाद ने कहा कि मौजूदा सरकार किसानों के साथ इंसाफ नहीं कर रही. एक तरफ किसान अपनी मांगों को लेकर दिल्ली में बड़ा आंदोलन कर चुका है. करीब 4 महीने से नूंह जिले के नौगांव के किसान धरने पर बैठे हुए हैं, लेकिन सरकार और प्रशासन उनकी सुध नहीं ली है. उन्होंने कहा कि किसान अपना हक लेकर रहेंगे. उसके लिए चाहे उन्हें कितना भी लंबा संघर्ष करना पड़े. किसानों ने प्रशासन को चेतावनी भरे लहजे में कहा कि अगर किसानों की समस्याओं का तत्काल समाधान नहीं किया, तो आर-पार की लड़ाई लड़ी जाएगी.