दूदू: जिले के किसान फसल खराबे के तहत मुआवजे की मांग को लेकर मौजमाबाद उपखंड से ट्रैक्टरों से जयपुर कूच के लिए निकले, जहां दूदू पहुंचने से पहले ही जिला प्रशासन ने उनके ट्रैक्टर कूच को रोक दिया. इसके बाद किसान पैदल मार्च करते हुए दूदू पुलिया के नीचे पहुंचे और अपनी मांगों को लेकर विरोध जताया.
वहीं, एसडीएम योगेश कुमार देवल ने बताया कि फसल खराबे के मुआवजे की मांग और इस बार बारिश से हुई खराबे की गिरदावरी करवाने को लेकर किसान जयपुर जा रहे थे. बीच रास्ते में ही उन्हें रोककर समझाइश की गई और सात दिन में फसल खराबे का भुगतान कराने का आश्वासन दिया तब जाकर किसानों ने जयपुर जाने का फैसला टाल दिया है. किसान कमल चौधरी ने बताया कि किसानों का कूच जयपुर पंथ भवन तक प्रस्तावित था, लेकिन दूदू जिला प्रशासन ने ट्रैक्टरों को बीच रास्ते में बैरिकेड लगाकर रोक दिया तो किसान पुलिया नीचे इकठ्ठे हुए और अपनी मांगों को लेकर विरोध जताया. दूदू एसडीएम भी किसानों के बीच पहुंचे और किसानों से समझाइश का प्रयास किया, लेकिन किसान अपनी मांगों को लेकर लिखित आश्वासन देने की मांग पर अड़े रहे. किसानों और प्रशासन के बीच लिखित समझौता नहीं होने के चलते सहमति नहीं बन पाई और किसान पुलिया के नीचे ही बैठ गए.
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3 उपखंड के किसान जुटे : किसान कमल चौधरी ने बताया कि किसानों का तीन वर्षों का फसल खराबे का मुआवजा देने, अबकी बार हुई अत्यधिक बारिश से फसल खराबे की गिरदावरी कराने और तीनों उपखंड दूदू, फागी, मोजमाबाद के किसानों को एक साथ मुआवजे के भुगतान करने की मांग को लेकर यह प्रदर्शन किया गया है. किसान जयपुर कूच कर रहे थे, लेकिन दूदू से पहले ही प्रशासन ने उन्हें रोक लिया. इसके चलते दूदू, फागी, मोजमाबाद क्षेत्र से आए हजारों किसान अपनी मांगों को लेकर पुलिया के नीचे बैठ गए. मौके पर दूदू, फागी और मोजमाबाद पुलिस थानों के साथ अतिरिक्त जाप्ता भी मौजूद रहा.