अंबाला: किसान आंदोलन 2 के दौरान किसानों ने 10 मार्च को रेल रोको का ऐलान किया है जिसको देखते हुए अंबाला में धारा 144 लागू की गई है. जिसके तहत एक जगह 4 या 4 से ज्यादा लोग एकत्रित नहीं हो सकते. अंबाला पुलिस ने आमजन से अपील की है कि वे बेवजह एक जगह एकत्रित ना हों क्योंकि नियमो का उल्लंघन करने वालों कार्रवाई की जाएगी.
किसान आंदोलन पार्ट 2 को चलते हुए लगभग 26 दिन हो गए हैं. किसान अपनी मांगों को लेकर अंबाला के शंभू और जींद के खनौरी बॉर्डर पर डटे हुए हैं. एक तरफ जहां किसान दिल्ली जाने की जिद्द पर अड़े हैं तो वहीं दूसरी तरफ हरियाणा पुलिस भी उनको किसी भी कीमत पर दिल्ली नहीं जाने देना चाहती. 10 मार्च को किसानों ने देश भर में 12 बजे से चार बजे तक 4 घंटे के लिए रेल रोकने का ऐलान किया है.
अंबाला एएसपी श्रृष्टि गुप्ता ने बताया कि अंबाला में प्रशासन ने पहले से ही धारा 144 लगाई हुई है. इस दौरान चार या चार से अधिक व्यक्तियों के एकत्रित होने की मनाही हैं. एएसपी ने आम लोगों से बेवजह एकत्रित ना होने की अपील की है. उन्होंने कहा कि अगर कोई नियमों का उल्लंघन करता पाया गया तो कड़ी कार्रवाई की जायेगी.
हरियाणा के बॉर्डर पर किसान पिछले 13 फरवरी से बैठे हैं. किसानों दिल्ली कूच पर अड़े हुए हैं लेकिन हरियाणा पुलिस उन्हें आगे नहीं बढ़ने दे रही है. अंबाला के शंभू और जींद के खनौरी बॉर्डर पर पंजाब किसान संगठनों के हजारों की संख्या में किसान एकत्रित हैं. कई बार पुलिस के साथ उनकी मुठभेड़ भी हुई है. एक बार फिर रेल रोको के ऐलान के बाद प्रशासन सतर्क हो गया है. किसानों ने एक बार रेल रोको ऐलान से आम जनता को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है.
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