कुरुक्षेत्र: हरियाणा-पंजाब के शंभू व खनोरी बॉर्डर पर किसान आंदोलन के चलते किसान सड़कों पर है. वहीं, किसान नेता जगजीत सिंह दल्लेवाल आमरण अनशन पर हैं. उनका स्वास्थ्य दिन ब दिन बिगड़ता जा रहा है. जिसके चलते भारतीय किसान यूनियन चढ़ूनी ग्रुप का सभी जिलों में प्रदर्शन चल रहा है. इस प्रदर्शन के दौरान 11 किसान हर जिला स्तर पर अनशन पर बैठे हुए हैं. इसी कड़ी में किसान नेता गुरनाम सिंह चढ़ूनी कुरुक्षेत्र जिला सचिवालय पर अनशन पर बैठे हुए हैं.
'सरकार ने पूरे नहीं किए वादे': किसान नेता गुरनाम सिंह चढूनी का कहना है कि जब किसान आंदोलन पार्ट-1 हुआ था. तब सरकार में किसानों की सभी मांगों को मानने का आश्वासन दिया था. लेकिन सरकार ने अभी तक उन मांगों को नहीं माना है. जिस कारण यह आंदोलन चल रहा है. उन्होंने कहा कि सरकार ने जब तीन कृषि कानून वापस लिए थे. तब यह वादा किया था कि किसी भी प्राइवेट जगह को मंडी नहीं माना जाएगा. लेकिन सरकार अपने इस वादे से पीछे हट रही है.
'किसानों के समर्थन में प्रदर्शन': चढ़ूनी ने कहा कि सालों में किसानों की फसल की खरीद की जा रही है. जो मंडियों को खत्म करने का सरकार का नया तरीका है. उन्होंने कहा कि जब प्राइवेट सेक्टर में फसल बिकेगी तब कंपटीशन होगा और किसान की फसल को उसका दाम नहीं मिल पाएगा. उन्होंने कहा कि हम आंदोलन कर रहे किसानों को समर्थन देने के लिए एक दिन का प्रदर्शन कर रहे हैं.
'किसानों पर हावी हुई सरकार': इस प्रदर्शन के दौरान हर जिला स्तर पर 11 किसान अनशन पर बैठे हैं. उन्होंने कहा कि सभी किसान संगठनों की मांग एक है, लेकिन आंदोलन कर रहे किसानों से यह गलती हुई है कि उन्होंने सभी संगठनों को साथ लेकर आंदोलन नहीं लड़ा. जिस कारण सरकार किसानों पर हावी हुई. वहीं, गुरनाम सिंह चढूनी ने किसान नेता दल्लेवाल की सेहत को लेकर चिंता जाहिर की. उन्होंने कहा कि सरकार को उनसे बातचीत कर इस मसले का समाधान जल्द करना चाहिए.
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