पटना: राजधानी पटना के मनेर में प्रतिबंधित केमिकल फॉर्मेलिन मिलाकर दूध से पनीर बनाने वाली फैक्ट्री का खुलासा हुआ है. जिला प्रशासन एवं फूड एंड सेफ्टी विभाग पटना के अधिकारियों की संयुक्त छापेमारी में यह गड़बड़ी पकड़ी गयी. छापेमारी के दौरान करीब 100 लीटर दूध और लगभग 85 किलो पनीर बरामद की गयी. प्रतिबंधित केमिकल फार्मेलिन का डिब्बा भी बरामद किया गया.
दूध को नाले में बहा दिया गयाः मामले की जानकारी देते हुए फूड एंड सेफ्टी अधिकारी अजय कुमार ने बताया कि गुप्त सूचना मिल रही थी कि मनेर में दूध में जहरीला पदार्थ मिलाकर पनीर बनाया जा रहा है. जिसे बड़े पैमाने पर दूसरे राज्य को भेजा जा रहा है. इस सूचना पर यहां छापेमारी की गयी थी. उन्होंने बताया कि दूध और पनीर का सैंपल लेने के बाद दूध को नाले में बहा दिया गया. साथ ही कारखाना को सील कर दिया गया.
"दूध में जहरीला केमिकल फॉर्मेलीन जो प्रतिबंधित है उसको डाला गया था, जिसका सैंपल लेने के बाद उसे यहीं डिस्ट्रॉय कर दिया गया है. जांच के लिए सैंपल भेजा जा रहा है. जांच के बाद जो भी लोग होंगे उन पर कार्रवाई की जाएगी."- अजय कुमार, फूड एंड सेफ्टी अधिकारी पटना
मिलावटी पनीर कर सकता है बीमार : एनआईएच की रिपोर्ट के मुताबिक, मिलावटी दूध (दूध से नेचुरल फैट निकाल लिया जाता है), रिफाइंड ऑयल का प्रयोग और खराब भंडारण नकली पनीर की पहचान है. इस तरह का पनीर आपकी सेहत को बिगाड़ सकता है. इसलिए पनीर खरीदते वक्त सावधानी बरतने की जरूरत है. नकली पनीर की पहचान करना आसान है. सावधानी पूर्वक ही बाजार से पनीर खरीदें.
नकली पनीर की पहचान ऐसे करें : पनीर को हाथ से मसल कर देखें. अगर पनीर टूटने लगे तो यह नकली यानी मिलावटी है. ऐसा इसलिए होता है क्योंकि नकली पनीर में मौजूद 'स्किम्ड मिल्ड पाउडर' होता है और यह मसलने से टूट जाता है. पनीर को उबाल लें. ठंडा होने के बाद उसमें आयोडिन टिंचर की दो बूंद डाले, अगर पनीर का रंग नीला हो जाए तो यह मिलावती है. असली पनीर सॉफ्ट होता है, जबकि नकली पनीर रबड़ की तरह होता है.