पटना: राजधानी पटना के दानापुर में फर्जी दस्तावेज के आधार पर अग्निवीर जीडी पद पर बहाल हुए एक अभ्यर्थी को सैन्य बोर्ड अधिकारी ने पकड़ा है. उसे पुलिस के हवाले कर दिया गया है. अभ्यर्थी के ट्रेनिंग सेंटर में जाने समय बायोमीट्रिक सिस्टम से जांच की गयी तो मामले का खुलासा हुआ. प्रारंभिक जांच में पाया गया कि फर्जी दस्तावेज पर अग्निवीर पद पर बहाल हुआ है.
कैसे पकड़ा गयाः फर्जीवाड़ा करने के आरोपी अभ्यर्थी का नाम विकास कुमार है. वह मुजफ्फरपुर जिला के सरायगंज थाना क्षेत्र का रहनेवाला है. सेना भर्ती बोर्ड के अधिकारी मेजर अंकुर कुमार मिश्रा ने स्थानीय थाना में विकास कुमार के विरुद्ध मामला दर्ज कराया है. विकास से आर्मी इंटेलिजेंस ब्यूरो ने पूछताछ की है. विकास अग्निवीर जीडी पद पर योगदान के लिए 25 अप्रैल को बीआरसी पहुंचा था. विकास को ट्रेनिंग पर भेजने से पहले बायोमीट्रिक जांच के दौरान फर्जी पाया गया.
दलालों की भूमिका की जांचः गिरफ्तार विकास ने बताया कि उसके भाई रवि की अग्निवीर जीडी पद पर बहाली हुई थी. रवि का पैर टूट गया था. वह योगदान करने के नहीं जा सकता था. इसलिए उसकी जगह विकास अग्निवीर में फर्जी दस्तावेज पर भर्ती हो गया. आर्मी इंटेलिजेंस ब्यूरो विकास से पूछताछ कर रही है कि इसमें सेना दलालों की संलिप्तता तो नहीं है. इसके बारे में जानकारी हासिल करने में जुटे हैं. बता दें कि अक्सर लोगों को जानकारी दी जाती है कि सेना बहाली के लिए दलालों के झांसे में ना आएं.
"बीआरसी में अग्निवीर जीडी पद पर फर्जी दस्तावेज लेकर बहाल होने आये विकास कुमार को सैन्य अधिकारी ने पकड़कर पुलिस के हवाले किया है. गिरफ्तार विकास के पास दस्तावेज भी फर्जी पाया गया है. इसकी जांच पड़ताल की जा रही है."- सुश्री दीक्षा, एएसपी, दानापुर
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