साहिबगंज: उत्पाद सिपाही बहाली फिजिकल टेस्ट के दौरान साहिबगंज में रांची निवासी अभ्यर्थी विकास लिंडा की मौत हो गई थी और दो दर्जन से अधिक अभ्यर्थियों की तबीयत खराब हो गई थी. कई अभ्यर्थियों का इलाज साहिबगंज के सदर अस्पताल में चल रहा था. इलाज के बाद अधिकांश अभ्यर्थियों के स्वास्थ्य में सुधार है. वहीं कई मंगलवार को कई अभ्यर्थी अपने-अपने घर के लिए रवाना हो गए.
अभ्यर्थियों ने व्यवस्था पर उठाए कई सवाल
हजारीबाग की चांदनी कुमारी, रोहतास के सचिन कुमार, करण कुमार, संजीव, महेश और ओरंगाबाद के अरविंद एवं उदय कुमार ने बताया कि सोमवार को रिपोर्टिंग टाइम सुबह छह बजे की थी, लेकिन दौड़ सुबह 8:30 बजे शुरू की गई. तेज धूप में दौड़ना मुश्किल लग रहा था. एक तो पेट में अनाज नहीं था, वहीं दूसरी बात यह कि दौड़ के दौरान एक किलोमीटर तक पिच ठीक मिली, लेकिन उसके बाद कच्ची पिच में कंकड़ और रोड़े मिलने लगे. चढ़ान और ढलान के कारण भी काफी परेशानी हुई. तीन बार चढ़ाव की दिशा में दौड़ना पड़ा. इस कारण पेट दर्द करने लगा साथ ही घुटने में भी परेशानी आने लगी. वहीं ढलाने की दिशा में दौड़ने पर ऐसा लग रहा था कि मानो मुंह के बल गिर जाएंगे.
राजमहल विधायक ने अभ्यर्थियों का जाना हाल
वहीं मंगलवार को राजहमल विधायक अनंत ओझा सदर अस्पताल पहुंचे और इलाजरत अभ्यर्थियों का हाल जाना. उन्होंने अस्पताल में अभ्यर्थियों को एडमिट देखकर दुख प्रकट किया. उन्होंने ड्यूटी पर तैनात चिकित्सक को समुचित इलाज करने का निर्देश दिया है. विधायक ने कहा कि हेमंत सरकार वोट बैंक के लिए इस धूप में बहाली दौड़ करा रही है. उन्होंने कहा कि सरकार युवाओं की जिंदगी के साथ खिलवाड़ कर रही है.
तीन दिनों के लिए बहाली प्रक्रिया पर रोक
बताते चलें कि उत्पाद सिपाही बहाली दौड़ में 12 अभ्यर्थियों की मौत के बाद सीएम हेमंत सोरेन ने आज से तीन दिन के लिए बहाली प्रक्रिया पर रोक लगा दी है. बताया जाता है कि नियमावली में संशोधन को लेकर यह रोक लगाई गई है. उन्होंने अभ्यर्थियों की मौत पर दुख प्रकट किया है.
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